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समानार्थी शब्द क्या हैं?
समानार्थी शब्द वे शब्द होते हैं जिनका अर्थ एक समान या लगभग एक समान होता है। इन शब्दों का प्रयोग भाषा में विविधता लाने और अभिव्यक्ति को प्रभावी बनाने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, ‘सुंदर’ शब्द के समानार्थी शब्द हो सकते हैं ‘खूबसूरत’, ‘मनोरम’, ‘आकर्षक’ आदि।
समानार्थी शब्दों के प्रकार
- पूर्ण समानार्थी शब्द: ये वे शब्द होते हैं जिनका अर्थ बिल्कुल समान होता है। उदाहरण के लिए: “बड़ा” और “विशाल”, “प्यार” और “स्नेह”।
- अपूर्ण समानार्थी शब्द: ये वे शब्द होते हैं जिनका अर्थ थोड़ा भिन्न होता है। उदाहरण के लिए: “मोटा” और “स्थूल”, “देखना” और “निरीक्षण करना”।
समानार्थी शब्द के उदाहरण
- अज्ञान: मूर्खता, अविद्या, अल्पज्ञान, अविवेक, मोह
- अनमोल: बहुमूल्य, अमूल्य, बेशकीमती, दुर्लभ, अद्वितीय
- अमीर: धनवान, संपन्न, धनी, सम्पन्नशील, आर्थिक रूप से मजबूत
- अंधेरा: तिमिर, तम, निशा, अंधकार, कालिमा
- अध्ययन: पठन, अनुशीलन, अनुसंधान, शिक्षा, स्वाध्याय
- आशा: उम्मीद, अभिलाषा, आकांक्षा, चाह, प्रत्याशा
- अच्छा: उत्तम, श्रेष्ठ, गुणी, संतोषजनक, लाभकारी
- आकाश: नभ, गगन, व्योम, अंतरिक्ष, अम्बर
- आराम: विश्राम, विश्रांति, सुख, चैन, राहत
- आनंद: खुशी, प्रसन्नता, उल्लास, हर्ष, उत्साह
- अनुभव: तजुर्बा, अनुभूति, ज्ञान, निरीक्षण, प्रायोगिक ज्ञान
- अन्न: भोजन, खुराक, आहार, रसद, भोज्य पदार्थ
- अस्त्र: शस्त्र, आयुध, हथियार, साधन, यंत्र
- असत्य: झूठ, मिथ्या, कुटिल, अप्रामाणिक, कपटपूर्ण
- आश्चर्य: विस्मय, चकित, हतप्रभ, अचंभा, चमत्कार
- अभ्यास: रीति, प्रशिक्षण, अभ्यासक्रम, अध्ययन, अभ्यास
- अहंकार: घमंड, अभिमान, आत्मश्लाघा, दर्प, आत्ममुग्धता
- आवश्यकता: ज़रूरत, आवश्यक्ता, जरुरत, अनिवार्यता, आवश्यकता
- आदमी: पुरुष, व्यक्ति, इंसान, नर, मानव
- आदर: सम्मान, श्रद्धा, प्रतिष्ठा, मान, गौरव
- आदर्श: उदाहरण, मानक, आदर्श, प्रामाणिक, मॉडल
- आभूषण: गहना, आभूषण, अलंकरण, भूषण, जेवर
- इजाज़त: अनुमति, अधिकार, हक, स्वीकृति, मान्यता
- इंसाफ: न्याय, निष्पक्षता, समता, उचितता, विधि
- इच्छा: कामना, आकांक्षा, अभिलाषा, मनोकामना, इच्छा
- उपहार: भेंट, तौहफा, नजराना, इनाम, सौगात
- एकता: अखंडता, एकजुटता, सामंजस्य, मेल, संगठन
- अंत: समाप्ति, समाप्त, समाप्ति, अवसान, परिपूर्णता
- ऐश्वर्य: धनी, वैभव, संपन्नता, समृद्धि, ऐश्वर्य
- कटु: तिक्त, कड़वा, तीखा, खट्टा, कटुता
- कथा: कहानी, वृतांत, किस्सा, चरित्र, उपाख्यान
- कठिन: मुश्किल, जटिल, दुरूह, कठिनाई, क्लिष्ट
- कार्य: काम, श्रम, व्यापार, नौकरी, रोजगार
- कला: विद्या, शिल्प, चित्रकला, नृत्यकला, गायन
- कलह: विवाद, झगड़ा, लड़ाई, संघर्ष, अनबन
- कष्ट: दुख, पीड़ा, त्रासदी, संकट, वेदना
- कुतूहल: जिज्ञासा, अभिरुचि, उत्सुकता, उत्साह, लगन
- क्षमा: माफी, उदारता, अनुग्रह, क्षमाशीलता, प्रतिपक्ष
- गणना: हिसाब, आकलन, परिगणना, गणित, मूल्यांकन
- गृह: घर, निवास, आवास, स्थान, धाम
- गंध: सुगंध, महक, दुर्गंध, खुशबू, वासना
- गुलाम: बंधुआ, दास, नौकर, आज्ञाकारी, अधीन
- घटना: दुर्घटना, किस्सा, प्रसंग, वाकया, प्रकरण
- घृणा: नफरत, विरोध, तिरस्कार, द्वेष, अरुचि
- चिंता: फिक्र, चिंता, तनाव, चिंता, परेशानी
- चेतना: जागरूकता, होश, बुद्धि, संज्ञान, अनुभूति
- चोर: डाकू, लुटेरा, ठग, चोर, बहरूपिया
- चुनौती: कड़ी परीक्षा, मुकाबला, कठिनाई, बाधा, चुनौती
- चुप: मौन, शांति, शांत, स्थिर, अवाक
- जागरूक: सतर्क, सजग, सावधान, चौकस, होशियार
- जन: समूह, समुदाय, प्रजा, नागरिक, मानव
- जल: पानी, नीर, अमृत, सलिल, वारि
- जंगल : वन, अरण्य, कानन, उपवन, वृक्षसमूह
- जन्म: उत्पत्ति, आगमन, प्रसव, शुरुआत, प्रारंभ
- झूठ : असत्य, मिथ्या, कपट, धोखा, फरेब
- ज़िद्दी : हठी, अड़ियल, दुराग्रही, जिद्दी
- ताकत : शक्ति, बल, सामर्थ्य, ऊर्जा, बलवान
- त्योहार : पर्व, उत्सव, महोत्सव, परब
- दूध: दुग्ध, क्षीर, गोरस, पय
- दिशा: मार्ग, पथ, राह, दिशा, रुख
- नाश: विनाश, संहार, प्रलय, अंत, क्षति
- नदी : सरिता, सरोवर, जलधारा, नद
- निर्धन : गरीब, दरिद्र, विपन्न, अभावग्रस्त
- न्याय : इंसाफ, विधि, उचित, फैसला, प्रामाणिकता
- पराजय : हार, विफलता, अपयश, पराजय
- पशु : जानवर, जीव, प्राणी, पशुधन, मवेशी
- पत्थर: शिला, प्रस्तर, पाषाण
- परिवार: कुटुंब, गृहस्थ, घराना, वंश
- पुत्र : बेटा, संतान, बालक, सुत
- प्रश्न: सवाल, पूछताछ, शंका, जिज्ञासा
- प्रेम : प्यार, स्नेह, अनुराग, ममता, आत्मीयता
- प्रातः सुबह, प्रातःकाल, उषा, प्रभात, भोर
- प्रतिभा: योग्यता, क्षमता, कौशल, दक्षता
- फल: मेवा, फल
- फूल: पुष्प, कुसुम, गुल, सुमन
- बंदर: कपि, वानर, मर्कट
- बुरा: खराब, दोषपूर्ण, अपूर्ण, निकृष्ट, अशुभ
- भोजन: अन्न, खुराक, आहार, रसद
- मित्र : साथी, संगी, दोस्त, यार
- माता : जननी, मम्मी, मातृ, माँ
समानार्थी शब्दों के उपयोग
- वाक्य को प्रभावशाली बनाना: समानार्थी शब्दों का प्रयोग वाक्य को अधिक प्रभावशाली और आकर्षक बनाता है।
- पुनरावृत्ति से बचना: समानार्थी शब्दों का प्रयोग करके हम वाक्य में शब्दों की पुनरावृत्ति से बच सकते हैं।
- विचारों को स्पष्ट करना: समानार्थी शब्दों का प्रयोग करके हम अपने विचारों को अधिक स्पष्ट और सटीक रूप से व्यक्त कर सकते हैं।
- भाषा की समृद्धि: समानार्थी शब्दों का प्रयोग भाषा को अधिक समृद्ध और विविधतापूर्ण बनाता है।
समानार्थी शब्द और विलोम शब्द
समानार्थी शब्द और विलोम शब्द दोनों ही हिंदी भाषा के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। जहाँ समानार्थी शब्द एक ही अर्थ के विभिन्न रूप होते हैं, वहीं विलोम शब्द विपरीत अर्थों को दर्शाते हैं। समानार्थी शब्दों का प्रयोग भाषा को अधिक प्रभावशाली और रोचक बनाता है, जबकि विलोम शब्दों का प्रयोग विचारों को स्पष्ट और विरोधाभास पैदा करने में सहायक होता है।
समानार्थी शब्द और विलोम शब्द के बीच के अंतर को थोड़ा और विस्तार से समझते हैं:
1. अर्थ:
- समानार्थी शब्द: समानार्थी शब्द एक ही अर्थ के विभिन्न रूप होते हैं। इन शब्दों का प्रयोग वाक्य में एक दूसरे के स्थान पर किया जा सकता है, बिना अर्थ में बदलाव लाए।
- विलोम शब्द: विलोम शब्द विपरीत अर्थों को दर्शाते हैं। इन शब्दों का प्रयोग वाक्य में एक दूसरे के स्थान पर करने से अर्थ में विरोधाभास उत्पन्न होता है।
2. प्रयोग:
- समानार्थी शब्द: समानार्थी शब्दों का प्रयोग वाक्य को अधिक प्रभावशाली और रोचक बनाने के लिए किया जाता है। इनका प्रयोग पुनरावृत्ति से बचने और विचारों को स्पष्ट करने के लिए भी किया जा सकता है।
- विलोम शब्द: विलोम शब्दों का प्रयोग विरोधाभास पैदा करने और विचारों को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। इनका प्रयोग बहस और तर्क-वितर्क में भी प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।
3. उदाहरण:
शब्द | समानार्थी शब्द | विलोम शब्द |
---|---|---|
बड़ा | विशाल, विशालकाय | छोटा, लघु |
अच्छा | उत्तम, श्रेष्ठ | बुरा, खराब |
गर्म | उष्ण, तप्त | ठंडा, शीतल |
प्रेम | स्नेह, ममता | घृणा, द्वेष |
प्रकाश | ज्योति, चमक | अंधेरा, तम |
समानार्थी शब्दों का परीक्षा में उपयोग
- भाषा का व्यापक ज्ञान- समानार्थी शब्दों का ज्ञान विद्यार्थियों को भाषा की विभिन्नता और उसकी गहराई को समझने में मदद करता है। जब एक विद्यार्थी किसी शब्द के विभिन्न समानार्थी शब्दों को जानता है, तो वह उस भाषा में अधिक सहजता से संवाद कर सकता है।
- रचनात्मक लेखन- परीक्षा में समानार्थी शब्दों का उपयोग रचनात्मक लेखन को सुधारने में सहायक होता है। एक ही शब्द को बार-बार उपयोग करने की बजाय, विभिन्न समानार्थी शब्दों का प्रयोग लेख को अधिक आकर्षक और प्रभावी बनाता है।
- शब्दावली का विकास- समानार्थी शब्दों का अध्ययन करने से विद्यार्थियों की शब्दावली में वृद्धि होती है, जो उनके लेखन और मौखिक अभिव्यक्ति दोनों में सुधार लाती है।