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14वां अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन

14वां अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन- प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 3: भारतीय अर्थव्यवस्था- आयोजना, संसाधनों का अभिनियोजन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे

 

14वां अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन- संदर्भ

  • शहरी गतिशीलता भारत (यूएमआई) सम्मेलन के 14वें संस्करण का आयोजन आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
    • 14वां अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन वीडियो कॉन्फ्रेंस/वेबिनार के माध्यम से ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा।

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14वां अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन- प्रमुख बिंदु

  • 14वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन की विषय वस्तु: “मोबिलिटी फॉर ऑल” जो न्यायसंगत अधिगम प्रदान करने एवं समावेशी शहरी परिवहन को प्रोत्साहन प्रदान करने पर केंद्रित है।
  • समावेशी शहरी गतिशीलता को प्रोत्साहन देना: समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से विकलांग, बुजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों की विविध आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान देने के साथ वहनीय, स्वच्छ, सुरक्षित, सूचनाप्रद, कुशल एवं सुलभ परिवहन प्रणालियों का प्रावधान।
  • इंडिया एट 75- मोबिलिटी फॉर ऑलसत्र: निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा-
    • शहरी गतिशीलता को पुनः परिभाषित करने हेतु नीतियां एवं प्रथाएं ताकि “कोई भी पीछे न छूट जाए”;
    • लैंगिक समावेशी शहरी परिवहन;
    • सभी के लिए आर्थिक समावेशन;
    • एनएमटी को सक्रिय रूप से संरक्षित करने एवं प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु आवश्यक कदम;
    • सुरक्षित एवं वहनीय शहरी परिवहन;
    • परिवहन से संबंधित मौतों एवं वायु प्रदूषण उत्सर्जन को कम करना
  • शहरी परिवहन में उत्कृष्टतापुरस्कार: आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा “शहरी परिवहन में उत्कृष्टता” के लिए राज्य / शहर विजेताओं को प्रदान किया जाएगा।

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सुलभ एवं धारणीय गतिशीलता सुनिश्चित करना- एमओएचयूए द्वारा उठाए गए कदम

  • एमओएचयूए ने सभी के लिए गतिशीलता की आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने एवं स्वस्थ तथा रहने योग्य समुदाय निर्मित करने हेतु अनेक पहल प्रारंभ की हैं। उनमें से कुछ हैं-
    • जन परिवहन प्रणालियों को सुदृढ़ बनाना,
    • प्रौद्योगिकी को अपनाना,
    • विभिन्न मेट्रो रेल घटकों का स्वदेशीकरण एवं मानकीकरण,
    • सुलभ एवं अच्छी तरह से जुड़ी एनएमटी सुविधाएं।
  • राष्ट्रीय शहरी परिवहन नीति (एनयूटीपी), 2006: शहरी परिवहन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए राज्य एवं शहर स्तर पर क्षमताओं के निर्माण पर बल प्रदान कर दी है।
    • यह समाज के सभी वर्गों के लिए न्यायसंगत एवं धारणीय शहरी परिवहन प्रणाली विकसित करने  हेतु दिशा-निर्देश भी निर्धारित करता है।

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अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन- प्रमुख बिंदु

  • अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन के बारे में: शहरी गतिशीलता भारत (यूएमआई) सम्मेलन शहरी गतिशीलता भारत पर एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी है जिसे लोकप्रिय रूप से यूएमआई के रूप में जाना जाता है।
    • यह सरकार द्वारा एनयूटीपी के एक भाग के रूप में आयोजित किया जाता है।
  • प्राथमिक उद्देश्य: उन शहरों में सूचना का प्रसार करना, जिनके अधिकारी सम्मेलन में भाग लेते हैं ताकि उन्हें विश्व स्तर पर नवीनतम एवं सर्वोत्तम शहरी परिवहन प्रथाओं के साथ अद्यतन रहने में सहायता प्राप्त हो सके।

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अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन का महत्व:

  • शहरी परिवहन क्षेत्र के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों, प्रौद्योगिकी एवं सेवा प्रदाताओं, नीति निर्माताओं, व्यवसायियों तथा अधिकारियों को एक साथ लाता है।
  • घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के अन्य पेशेवरों, प्रौद्योगिकी एवं सेवा प्रदाताओं के साथ अंतः क्रिया करने का अवसर प्रदान करता है, ताकि प्रतिनिधि अपने शहरी परिवहन को एक धारणीय पथ के साथ विकसित करने के विचारों को अपने साथ ले जा सकें।

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