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आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की 19वीं बैठक- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की बैठक 2022 चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, श्रीमती अनुप्रिया पटेल, वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री, एच.ई. पान सोरासाक, वाणिज्य मंत्री, कंबोडिया साम्राज्य ने आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की 19वीं बैठक 2022 की सह-अध्यक्षता की।
आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की 19वीं बैठक
- 19वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की बैठक 16 सितंबर 2022 को स्याम रीप सिटी, कंबोडिया में आयोजित की गई थी।
- आसियान के सभी 10 देशों ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड एवं वियतनाम के आर्थिक मंत्रियों अथवा उनके प्रतिनिधियों ने आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की 19वीं बैठक में भाग लिया।
आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की बैठक 2022
- द्विपक्षीय व्यापार: सदस्यों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आसियान एवं भारत के मध्य द्विपक्षीय व्यापार 2021 में 91.5 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया, जिसमें वर्ष प्रति वर्ष 39.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- मंत्रियों ने आसियान भारत व्यापार परिषद (आसियान इंडिया बिजनेस काउंसिल/एआईबीसी) द्वारा आसियान भारत आर्थिक साझेदारी को बढ़ाने एवं 2022 में एआईबीसी द्वारा की गई गतिविधियों को बढ़ाने के लिए की गई सिफारिशों पर भी ध्यान दिया।
- कोविड –19 पश्चात रिकवरी: मंत्रियों ने महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने एवं एक स्थायी कोविड-19 पश्चात की पुनर्प्राप्ति की दिशा में कार्य करने के लिए सामूहिक कार्रवाई करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
- आपूर्ति श्रृंखला सुदृढ़ीकरण: मंत्रियों ने आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं के प्रवाह को बनाए रखने के लिए एक मजबूत आपूर्ति श्रृंखला संपर्क प्राप्त करने हेतु निम्नलिखित के माध्यम से सामूहिक कार्रवाई करने के लिए आसियान तथा भारत का स्वागत किया-
- आसियान-भारत माल व्यापार समझौते (आसियान इंडिया ट्रेड इन गुड्स एग्रीमेंट/AITIGA) के उन्नयन वार्ता का शुभारंभ,
- कोविड-19 टीकाकरण, टीकों के उत्पादन, सार्वजनिक स्वास्थ्य अवेक्षण एवं चिकित्सा प्रौद्योगिकियों की पारस्परिक मान्यता, महामारी के पश्चात की पुनर्प्राप्ति प्रतिक्रियाओं के साथ आगे बढ़ने तथा भविष्य के स्वास्थ्य संकटों का सामना करने।
- विश्व व्यापार संगठन में पारस्परिक सहयोग: मंत्रियों ने जिनेवा, स्विट्जरलैंड में 12-17 जून 2022 को आयोजित बारहवें विश्व व्यापार संगठन (वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन/डब्ल्यूटीओ) मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के सफल परिणामों का स्वागत किया।
- उन्होंने विश्व व्यापार संगठन में सन्निहित नियम-आधारित, गैर-भेदभावपूर्ण, मुक्त, निष्पक्ष, समावेशी, न्यायसंगत एवं पारदर्शी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के लिए अपना समर्थन दोहराया।
- आसियान-भारत माल व्यापार समझौते (AITIGA) को सुदृढ़ बनाना: मंत्रियों ने AITIGA की समीक्षा के दायरे का समर्थन किया ताकि इसे व्यवसायों के लिए उपयोगकर्ता के अधिक अनुकूल, सरल एवं व्यापार सुविधा के साथ-साथ आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों सहित वर्तमान वैश्विक तथा क्षेत्रीय चुनौतियों के लिए उत्तरदायी बनाया जा सके।
- मंत्रियों ने आसियान-भारत माल व्यापार समझौते की समीक्षा में गति लाने हेतु AITIGA संयुक्त समिति को भी सक्रिय किया।
भारत-आसियान संबंध
स्वतंत्रता के पश्चात आसियान के साथ वैचारिक मतभेदों के कारण भारत के आसियान के साथ अच्छे संबंध नहीं थे जो शीत युद्ध के दौरान अमेरिकी गुट के साथ था। शीत युद्ध की समाप्ति के पश्चात, भारत-आसियान संबंध सामान्य संकटों एवं आकांक्षाओं के कारण आर्थिक संबंधों से रणनीतिक ऊंचाइयों तक विकसित हुए हैं।
- 1996 – भारत एशिया में सुरक्षा वार्ता के लिए आसियान क्षेत्रीय मंच (आसियान रीजनल फोरम/एआरएफ) का सदस्य बना जिसमें सदस्य वर्तमान क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं एवं क्षेत्र में शांति तथा सुरक्षा बढ़ाने के लिए सहकारी उपाय विकसित कर सकते हैं।
- 2002- भारत एवं आसियान ने वार्षिक शिखर स्तरीय बैठकें प्रारंभ कीं।
- 2009- भारत-आसियान के मध्य वस्तुओं के लिए मुक्त व्यापार समझौता संपन्न हुआ।
- 2012- भारत-आसियान सामरिक साझेदारी संपन्न हुई।
- 2014- भारत एवं आसियान के मध्य कार्य बल तथा निवेश के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से सेवाओं तथा निवेश में आसियान मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
- 2018- भारत आसियान ने एक स्मारकीय शिखर सम्मेलन आयोजित करके अपने संबंधों के 25 वर्ष पूर्ण होने का उत्सव मनाया। 26 जनवरी 2018 को गणतंत्र दिवस परेड के लिए आसियान के सभी दस सदस्य देशों के नेताओं को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
भारत-आसियान आर्थिक सहयोग
- आसियान भारत का चौथा सर्वाधिक वृहद व्यापारिक भागीदार है।
- आसियान-भारत मुक्त व्यापार क्षेत्र संपन्न हो गया है।
- भारत एवं आसियान देशों के प्रमुख निजी क्षेत्र के प्रतिभागियों को एक मंच पर लाने के लिए 2003 में आसियान भारत व्यापार परिषद (आसियान इंडिया बिजनेस काउंसिल/AIBC) की स्थापना की गई थी।
- आसियान देशों को निम्नलिखित निधियों से वित्तीय सहायता प्रदान की गई है:
- आसियान-भारत सहयोग कोष
- आसियान-भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास कोष
- आसियान-भारत हरित कोष
- दिल्ली घोषणा समुद्री क्षेत्र में सहयोग को अभिनिर्धारित करती है।
- दिल्ली संवाद: आसियान एवं भारत के मध्य राजनीतिक-सुरक्षा तथा आर्थिक मुद्दों पर चर्चा के लिए वार्षिक संवाद।
- आसियान-भारत केंद्र (आसियान इंडिया सेंटर/एआईसी): भारत एवं आसियान में संगठनों तथा थिंक-टैंक के साथ नीति अनुसंधान, पक्ष पोषण एवं नेटवर्किंग गतिविधियों को प्रारंभ करना।
- राजनीतिक सुरक्षा सहयोग: भारत ने आसियान को क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा तथा विकास के अपने हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण (इंडो-पेसिफिक विजन) के केंद्र में रखा है।