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एनटीसीए की 19वीं बैठक: प्रासंगिकता
- जीएस 3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
एनटीसीए की 19वीं बैठक: प्रसंग
- हाल ही में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की 19वीं बैठक संपन्न हुई।
एनटीसीए की 19वीं बैठक: मुख्य बिंदु
- बैठक में 5 वर्ष की अवधि में 50 की संख्या वाले चीता सहित 7 प्रमुख बड़ी बिल्लियों की सुरक्षा एवं संरक्षण पर बल प्रदान किया गया है, जिन्हें विभिन्न उद्यानों में प्रवेशित किया जाएगा।
- सीए | टीएस: सीए | टीएस के तहत 14 टाइगर रिजर्व को मान्यता दी गई है एवं एनटीसीए सीए | टीएस मान्यता हेतु अन्य टाइगर रिजर्वों का मूल्यांकन करने पर कार्य कर रहा है।
- जल एटलस: एक जल एटलस का विमोचन भी किया गया जो भारत के बाघों के उपयुक्त क्षेत्रों में समस्त जल निकायों का मानचित्रण करता है।
- इस जल एटलस में भू-दृश्यवार सूचनाओं को रेखांकित किया गया है जिसमें शिवालिक पर्वत श्रेणियां एवं गंगा का मैदानी परिदृश्य, मध्य भारतीय परिदृश्य तथा पूर्वी घाट, पश्चिमी घाट परिदृश्य, उत्तर पूर्वी पहाड़ियाँ एवं ब्रह्मपुत्र के बाढ़ के मैदान एवं सुंदरबन शामिल हैं।
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तत्वावधान में ‘इंडिया फॉर टाइगर्स: ए रैली ऑन व्हील्स‘ भी आयोजित किया गया था, जो एक व्यापक सफलता थी।
- अखिल भारतीय बाघ अनुमान का 5वां चक्र जो वर्तमान में जारी है, उचित नीतिगत निर्णय लेने में सहायता करेगा।
एनटीसीए की 19वीं बैठक: आगे की राह
- पूर्वोत्तर/उत्तर-पूर्वी राज्य: उत्तर पूर्वी राज्यों में एयर गन की समस्या एक ऐसा मुद्दा है जिस हेतु मंत्रालय ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की सलाह दी है ताकि लोग अपने एयरगन का अभ्यर्पण (सरेंडर) कर सकें।
- मुख्य क्षेत्र: टाइगर रिजर्व में पर्यटन गतिविधि के प्रभावी विनियमन के एक भाग के रूप में, एक मुख्य क्षेत्र होना चाहिए जो अलंघ्य होना चाहिए एवं रिजर्व में वाहनों का आवागमन एक मार्ग से प्रतिबंधित होनी चाहिए।
- भारतीय संदर्भ में बाघ संरक्षण के प्रयासों के केंद्र में समुदाय आते हैं, अतः संरक्षण एवं पारिस्थितिकी पर्यटन गतिविधियों में स्थानीय समुदायों की भागीदारी हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
- बाघों की पुनर्स्थापना एवं संरक्षण को एक सुनिश्चित मार्ग पर लाने हेतु एक दृष्टिकोण (विजन) योजना की आवश्यकता है एवं सुझाव दिया कि छह समितियों का गठन किया जाए ताकि वे 2 टाइगर रिजर्व का दौरा कर सकें एवं बेहतर नीति तैयार करने में सहायता करने हेतु विभिन्न पहलुओं एवं समस्याओं का अध्ययन कर सकें।