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बिम्सटेक कृषि मंत्रियों की बैठक: यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
बिम्सटेक कृषि मंत्रियों की बैठक: बिम्सटेक एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय समूह है जो इस क्षेत्र में भारत के भू-राजनीतिक हितों की सेवा करता है, विशेष रूप से जब सार्क पाकिस्तान के दुस्साहस के कारण निष्क्रिय है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (अंतर्राष्ट्रीय समाचार) एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (अंतर्राष्ट्रीय संबंध- क्षेत्रीय समूह) के लिए बिम्सटेक महत्वपूर्ण है।
बिम्सटेक कृषि मंत्रियों की बैठक चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, भारत ने बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग ( बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टरल टेक्निकल एंड इकोनामिक कोऑपरेशन/बिम्सटेक) के लिए बंगाल की खाड़ी पहल की दूसरी कृषि मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी की।
- भारत, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका तथा थाईलैंड के कृषि मंत्रियों ने बिम्सटेक बैठक 2022 में भाग लिया।
बिम्सटेक कृषि मंत्रियों की बैठक 2022 के निष्कर्ष
- सहयोग को सुदृढ़ करने की कार्य योजना: दूसरी बिम्सटेक कृषि मंत्रिस्तरीय बैठक ने बिम्सटेक कृषि सहयोग (2023-2027) को सुदृढ़ करने के लिए कार्य योजना को अपनाया।
- मत्स्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन: बिम्सटेक सचिवालय और अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (IFPRI) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं एवं कृषि कार्य समूह के तहत मत्स्य पालन तथा पशुधन उप-क्षेत्रों को लाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
- भारत की भूमिका के प्रति आभार: बिम्सटेक सदस्य देशों ने कृषि अनुसंधान एवं विकास में सहयोग को और सुदृढ़ करने तथा कृषि में स्नातकोत्तर एवं पीएचडी कार्यक्रमों के लिए छह-छह छात्रवृत्ति देने के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की।
बिम्सटेक देशों के बारे में प्रमुख विवरण
- बिम्सटेक के बारे में: बिम्सटेक की स्थापना 1997 में विभिन्न क्षेत्रों में सहकारी तथा सहयोगात्मक विकास की दिशा में दक्षिण एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के मध्य एक विशिष्ट संपर्क प्रदान करने के लिए की गई थी।
- बिम्सटेक सदस्य: बिम्सटेक एक सात सदस्यीय समूह है जिसमें 5 देश शामिल हैं – दक्षिण एशिया से बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल एवं श्रीलंका तथा दक्षिण-पूर्व एशिया से दो देश – म्यांमार एवं थाईलैंड।
- सहयोग के क्षेत्र: अर्थव्यवस्था के 14 प्रमुख आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में सहयोग के लिए देश एक मंच के रूप में एक साथ आए।
- प्रारंभ में, छह क्षेत्रों- व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन एवं मत्स्य पालन को क्षेत्रीय सहयोग के लिए शामिल किया गया था जिसे बाद में सहयोग के 14 क्षेत्रों में विस्तारित किया गया था।
- बिम्सटेक का मुख्यालय: बिम्सटेक का मुख्यालय काठमांडू, नेपाल में अवस्थित है।
- बिम्सटेक के नए महासचिव: तेनज़िन लेकफेल।
- उद्देश्य: क्षेत्र में आपसी व्यापार, संपर्क एवं सांस्कृतिक, तकनीकी तथा आर्थिक विकास को आगे बढ़ाना।
- बिम्सटेक का पूर्ण रूप: BIMSTEC का तात्पर्य बंगाल की खाड़ी की बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन/BIMSTEC) से है।
- बिम्सटेक 2022 शिखर सम्मेलन: 5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की मेजबानी बिम्सटेक के वर्तमान अध्यक्ष श्रीलंका द्वारा आभासी मोड में की गई थी।
- बिम्सटेक 2022 की थीम: 5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की विषय वस्तु “एक लोचशील क्षेत्र की ओर, समृद्ध अर्थव्यवस्थाएं, स्वस्थ लोग” (टुवर्ड्स रेसिलियंट रीजन, प्रॉस्परस इकोनॉमीज, हेल्दी पीपल) है।
बिम्सटेक के संबंध में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
- बिम्सटेक समूह का गठन कब हुआ था?
उत्तर. बिम्सटेक की स्थापना 1997 में हुई थी।
- बिम्सटेक का पूर्ण रूप क्या है?
उत्तर. बिम्सटेक का पूर्ण रूप बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल ( (बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन) है।
- बिम्सटेक समूह में कितने देश सम्मिलित हैं?
उत्तर. बिम्सटेक समूह में दक्षिण एशिया (5) एवं दक्षिण-पूर्व एशिया (2) के सात देश शामिल हैं।
- कौन से देश बिम्सटेक समूह के सदस्य हैं।
उत्तर. बिम्सटेक में सात देश – बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार एवं थाईलैंड सम्मिलित हैं।