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जी-20 समूह की आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की दूसरी बैठक 2023 मुंबई में आयोजित की जाएगी

जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण बैठक: जी-20 परिषद की आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की बैठक वैश्विक समुदाय को इस उपलब्धि को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करती है। जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण बैठक यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध; जीएस पेपर 3- आपदा प्रबंधन) के लिए भी महत्वपूर्ण है।

जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण बैठक 2023 चर्चा में क्यों है?

हाल ही में, मुंबई में बीएमसी मुख्यालय में एक बैठक आयोजित की गई, जहां बृहन्मुंबई नगर निगम आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की आगामी दूसरी बैठक के लिए बीएमसी  तथा अन्य एजेंसियों द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।

जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की दूसरी बैठक 2023

जी-20 परिषद की आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की बैठक वैश्विक समुदाय को इस उपलब्धि को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करती है। इसे ध्यान में रखते हुए बीएमसी आयुक्त ने बीएमसी सहित सभी संबंधित एजेंसियों को उचित समन्वय सुनिश्चित करने तथा किसी भी लंबित कार्य को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया है.

  • जी-20 डिजास्टर रिस्क रिडक्शन वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक 23 से 25 मई तक मुंबई में आयोजित होने वाली है।
  • जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की दूसरी बैठक में 120 से अधिक सदस्य भाग लेंगे।
  • बैठक की गतिविधियों के तहत कार्य समूह (वर्किंग ग्रुप) के प्रतिनिधि बीएमसी मुख्यालय भी जाएंगे।
  • दौरे के दौरान वे आपदा प्रबंधन विभाग के नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) का निरीक्षण करेंगे तथा ऐतिहासिक नगर निगम भवन के हेरिटेज वॉक में हिस्सा लेंगे.

जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की बैठकें

निम्नलिखित स्थानों में तीन जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की बैठकें आयोजित होंगी-

  • आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की पहली बैठक:- गांधीनगर, गुजरात (30 मार्च – 1 अप्रैल 2023). 
  • आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की दूसरी बैठक:- मुंबई, महाराष्ट्र (23 मई -25 मई 2023).
  • आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह की तीसरी बैठक:- चेन्नई, तमिलनाडु (24 जुलाई -26 जुलाई 2023)।

आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर जी-20 कार्यकारी समूह

जब भारत ने इंडोनेशिया से जी-20 की अध्यक्षता संभाली, तो उसने आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर उद्घाटन जी-20 कार्य समूह की स्थापना की।

  • जी-20 आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह का गठन जी-20 समूह के भीतर सहयोगी प्रयासों को प्रोत्साहित करने, अंतःविषय अनुसंधान करने एवं आपदा जोखिम में कमी से संबंधित सर्वोत्तम व्यवहार का आदान-प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया था।
  • आपदाओं का प्रभाव किसी एक देश तक सीमित नहीं है एवं हमारे साझे भविष्य के लिए खतरा है।
  • आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर जी-20 कार्य समूह का निर्माण भारत की जी-20 समूह की अध्यक्षता के ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ – जिसका अर्थ है ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के प्रति समर्पण का एक स्पष्ट संकेत है।

जी-20 के आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) कार्य समूह की प्राथमिकताएँ एवं अपेक्षित परिणाम

देशों के जी-20 समूह को आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सेंदाई फ्रेमवर्क द्वारा प्रदान किए गए व्यापक ढांचे के भीतर निम्नलिखित प्राथमिकताओं की दिशा में कार्य करने का प्रस्ताव है-

  • सभी जलीय-मौसम संबंधी आपदाओं के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली का वैश्विक कवरेज।
  • अवसंरचना प्रणालियों को आपदा तथा जलवायु के अनुकूल बनाने की दिशा में बढ़ी हुई प्रतिबद्धता।
  • आपदा जोखिम में कमी हेतु एक सुदृढ़ राष्ट्रीय वित्तीय ढांचा।
  • आपदाओं की बढ़ती आवृत्ति एवं तीव्रता के परिणामों को संबोधित करने के लिए सुदृढ़ राष्ट्रीय एवं वैश्विक आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली।
  • आपदा जोखिम के लिए पारिस्थितिक तंत्र-आधारित दृष्टिकोणों का बढ़ता अनुप्रयोग।

 

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