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मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 2023: यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन: यह केंद्र एवं राज्य सरकारों के मध्य साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक सरकारी पहल है।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- संघवाद: संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व; संघीय ढांचे से संबंधित मुद्दे एवं चुनौतियां) के लिए मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 महत्वपूर्ण है।
मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 चर्चा में क्यों है?
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 6 एवं 7 जनवरी, 2023 को दिल्ली में मुख्य सचिवों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।
मुख्य सचिवों का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन 2023
- मुख्य सचिवों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 के बारे में: मुख्य सचिवों का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 केंद्र एवं राज्य सरकारों के मध्य साझेदारी को और बढ़ावा देने की दिशा में एक अन्य महत्वपूर्ण कदम होगा।
- मुख्य सचिवों का पहला सम्मेलन जून 2022 में धर्मशाला में आयोजित हुआ था।
- स्थान: इस वर्ष, मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 5 से 7 जनवरी, 2023 तक दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
- फोकस क्षेत्र: मुख्य सचिवों का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन राज्यों के साथ साझेदारी में तीव्र एवं निरंतर आर्थिक विकास हासिल करने पर केंद्रित होगा।
- विषय-वस्तु: सम्मेलन के दौरान चर्चा निम्नलिखित छह चिन्हित विषयों पर आयोजित की जाएगी।
- एमएसएमई पर बल;
- अवसंरचना एवं निवेश;
- अनुपालन को न्यूनतम करना;
- महिला सशक्तिकरण;
- स्वास्थ्य एवं पोषण;
- कौशल विकास।
- भागीदारी: मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 में 200 से अधिक लोगों की भागीदारी देखी जाएगी, जिसमें केंद्र सरकार के प्रतिनिधि, मुख्य सचिव एवं सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
- महत्व: सम्मेलन विकास एवं रोजगार सृजन तथा समावेशी मानव विकास पर बल देने के साथ एक विकसित भारत को प्राप्त करने के लिए सहयोगी कार्रवाई के लिए जमीन तैयार करेगा।
मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 में सत्र और विचार-विमर्श
- निम्नलिखित विषयों पर तीन विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे-
- विकसित भारत: अंतिम मील तक पहुंचना;
- वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के पांच वर्ष – सीख एवं अनुभव; तथा
- वैश्विक भू-राजनीतिक चुनौतियां एवं भारत की प्रतिक्रिया।
- इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित चार टॉपिक्स पर केंद्रित विचार-विमर्श किया जाएगा।
- वोकल फॉर लोकल;
- बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष;
- जी-20: राज्यों की भूमिका; एवं
- उदीयमान प्रौद्योगिकी।
मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन की प्रमुख विशेषताएं
- मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन राज्यों के साथ साझेदारी में तीव्र एवं सतत आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- टीम इंडिया के रूप में कार्य करते हुए, सम्मेलन धारणीयता, नौकरियों के सृजन, शिक्षा, जीवन यापन की सुगमता तथा कृषि में आत्मनिर्भरता के साथ उच्च विकास के लिए सहयोगी कार्रवाई के लिए जमीन तैयार करेगा।
- सम्मेलन लोगों की आकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए एकजुट कार्रवाई के लिए एक सामान्य विकास एजेंडा एवं ब्लूप्रिंट के विकास तथा कार्यान्वयन पर बल देगा।
- सम्मेलन के परिणामों पर बाद में नीति आयोग की शासी परिषद (गवर्निंग काउंसिल) की बैठक में विचार-विमर्श किया जाएगा।
- शासी परिषद (गवर्निंग काउंसिल) में सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री तथा प्रशासक मौजूद रहेंगे, ताकि उच्चतम स्तर पर व्यापक सहमति से कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जा सके।
मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 कहाँ आयोजित किया जा रहा है?
उत्तर. मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 5 से 7 जनवरी, 2023 तक दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
प्र. 2023 के मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन के फोकस क्षेत्र क्या हैं?
उत्तर. मुख्य सचिवों का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन राज्यों के साथ साझेदारी में त्वरित एवं निरंतर आर्थिक विकास हासिल करने पर केंद्रित होगा।
प्र. मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन 2023 के थीम क्या हैं?
उत्तर. सम्मेलन के दौरान चर्चा छह अभिनिर्धारित किए गए थीम्स पर आयोजित की जाएगी।
- एमएसएमई पर बल;
- अवसंरचना एवं निवेश;
- अनुपालन को न्यूनतम करना;
- महिला सशक्तिकरण;
- स्वास्थ्य एवं पोषण;
- कौशल विकास।
प्र. मुख्य सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन का क्या महत्व है?
उत्तर. सम्मेलन विकास एवं रोजगार सृजन तथा समावेशी मानव विकास पर बल देने के साथ एक विकसित भारत प्राप्त करने के लिए सहयोगी कार्रवाई के लिए जमीन तैयार करेगा।