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चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार: राष्ट्रीय जल पुरस्कार का उद्देश्य लोगों को जल के महत्व के बारे में जागरूक करना तथा उन्हें सर्वोत्तम जल उपयोग व्यवहार को अपनाने केतु प्रेरित करना है। चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2023 यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां तथा अंतः क्षेप एवं उनके डिजाइन तथा कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दों) के लिए भी महत्वपूर्ण है।
चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार चर्चा में क्यों है?
17 जून, 2023 को जल शक्ति मंत्रालय का जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग नई दिल्ली के विज्ञान भवन में चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के लिए पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित करेगा।
चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार के विजेता एवं श्रेणियाँ
श्री जगदीप धनखड़,उपराष्ट्रपति, को पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित मुख्य अतिथि के रूप में सेवा करने हेतु आमंत्रित किया गया है।
- संयुक्त विजेताओं सहित कुल 41 विजेताओं को चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2022 के लिए चयनित किया गया है, जिसमें 11 श्रेणियां शामिल हैं।
- इन श्रेणियों में ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य,’ ‘सर्वश्रेष्ठ जिला,’ ‘सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत,’ ‘सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय,’ ‘सर्वश्रेष्ठ विद्यालय,’ ‘सर्वश्रेष्ठ मीडिया,’ ‘परिसर उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान’, ‘सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ,’ ‘सर्वश्रेष्ठ उद्योग,’ ‘सीएसआर गतिविधियों के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग’ एवं ‘सर्वश्रेष्ठ एनजीओ’ शामिल हैं।
चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2023 के अंतर्गत पारितोषिक
प्रत्येक श्रेणी में प्राप्तकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी एवं नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। पहले, दूसरे एवं तीसरे स्थान के विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार क्रमशः 2 लाख रुपये, 1.5 लाख रुपये तथा 1 लाख रुपये हैं।
चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार का महत्व
चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2023 सभी विजेताओं, प्रतिभागियों एवं विभिन्न संगठनों को एक मजबूत साझेदारी को और सुदृढ़ करने तथा जल संसाधन संरक्षण एवं प्रबंधन गतिविधियों में लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करेगा।
- राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2023 भी जल के महत्व के बारे में जनता के मध्य जागरूकता उत्पन्न करने में सहायता करेगा तथा उन्हें सर्वोत्तम जल उपयोग व्यवहार को अपनाने तथा प्रोत्साहित करने हेतु प्रेरित करेगा।
राष्ट्रीय जल पुरस्कार से संबंधित विवरण
राष्ट्रीय जल पुरस्कार (नेशनल वाटर अवॉर्ड्स/एनडब्ल्यूए) का शुभारंभ सरकार के विजन ‘जल समृद्ध भारत’ को पूरा करने के लिए देश भर में राज्यों, जिलों, व्यक्तियों, संगठनों इत्यादि द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों तथा प्रयासों को मान्यता प्रदान करने एवं प्रोत्साहित करने हेतु की गई थी।
- अधिदेश: राष्ट्रीय जल पुरस्कार का उद्देश्य लोगों को जल के महत्व के बारे में जागरूक करना तथा उन्हें सर्वोत्तम जल उपयोग व्यवहार को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
- शुभारंभ: पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा प्रारंभ किया गया था। दूसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2019 में आयोजित किया गया था।
- मूल मंत्रालय: जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग द्वारा राष्ट्रीय जल पुरस्कारों का आयोजन किया जाता है।
- पुरस्कार श्रेणियाँ: जल शक्ति मंत्रालय 11 विभिन्न श्रेणियों में राज्यों, संगठनों, व्यक्तियों इत्यादि को 57 पुरस्कार प्रदान कर रहा है-
- सर्वश्रेष्ठ राज्य,
- सर्वश्रेष्ठ जिला,
- सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत,
- सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय,
- सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक),
- सर्वश्रेष्ठ विद्यालय,
- कैंपस उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान/आरडब्ल्यूए/धार्मिक संगठन,
- सर्वश्रेष्ठ उद्योग,
- सर्वश्रेष्ठ एनजीओ,
- सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ (वाटर यूजर एसोसिएशन), तथा
- सीएसआर गतिविधि के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग।
- पुरस्कार पारितोषिक: राष्ट्रीय जल पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी एवं नकद पुरस्कार शामिल हैं।
राष्ट्रीय जल पुरस्कार, प्रमुख उद्देश्य
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा दिए गए राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के प्रमुख उद्देश्यों की चर्चा नीचे की गई है-
- मान्यता: संभव अधिकतम क्षेत्र को कवर करने के लिए विभिन्न श्रेणियों में देश भर में इस क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों/संगठनों के प्रयासों को मान्यता देने के लिए राष्ट्रीय जल पुरस्कार।
- समग्र एवं सहभागी दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करना: राष्ट्रीय जल पुरस्कार गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), ग्राम पंचायतों, शहरी स्थानीय निकायों, व्यक्तियों इत्यादि सहित सभी हितधारकों को निम्नलिखित हेतु प्रोत्साहित करता है-
- वर्षा जल संचयन एवं कृत्रिम पुनर्भरण द्वारा भूजल वृद्धि की नवीन पद्धतियों को अपनाना,
- जल उपयोग दक्षता, पुनर्चक्रण एवं जल के पुन: उपयोग को प्रोत्साहित करना।
- जागरूकता सृजन: राष्ट्रीय जल पुरस्कार का उद्देश्य लक्षित क्षेत्रों में लोगों की भागीदारी के माध्यम से जागरूकता उत्पन्न करना भी है, जिसके परिणामस्वरूप निम्नलिखित संभव होगा-
- भूजल संसाधनों के विकास की धारणीयता,
- हितधारकों इत्यादि के मध्य पर्याप्त क्षमता निर्माण।
विगत राष्ट्रीय जल पुरस्कार
विगत राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के बारे में महत्वपूर्ण विवरण नीचे दिया गया है-
- पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार: विभाग द्वारा वर्ष 2018 में राष्ट्रीय जल पुरस्कारों का पहला संस्करण प्रारंभ किया गया था। 25 फरवरी 2019 को नई दिल्ली में वितरण समारोह का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया एवं 14 श्रेणियों के अंतर्गत 82 विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
- दूसरा राष्ट्रीय पुरस्कार: दूसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2019 सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था एवं 16 श्रेणियों के तहत 98 विजेताओं को 11-12 नवंबर 2020 को भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया था।
- तीसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार: 29 मार्च 2022 को तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया एवं 11 श्रेणियों के तहत 57 विजेताओं को भारत के राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. राष्ट्रीय जल पुरस्कार क्या हैं?
उत्तर. राष्ट्रीय जल पुरस्कार भारत में जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग द्वारा आयोजित एक मान्यता कार्यक्रम है। ये पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में जल संसाधन प्रबंधन, संरक्षण एवं कायाकल्प में उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करते हैं तथा उनकी सराहना करते हैं।
प्र. राष्ट्रीय जल पुरस्कार में कौन भाग ले सकते हैं?
उत्तर. राष्ट्रीय जल पुरस्कार राज्यों, जिलों, ग्राम पंचायतों, शहरी स्थानीय निकायों, विद्यालयों, मीडिया संगठनों, संस्थानों, जल उपयोगकर्ता संघों, उद्योगों एवं गैर सरकारी संगठनों सहित विभिन्न संस्थाओं के लिए खुले हैं। प्रत्येक श्रेणी के विशिष्ट मानदंड एवं पात्रता आवश्यकताएँ हैं जिन्हें प्रतिभागियों को पूरा करना होगा।
प्र. राष्ट्रीय जल पुरस्कारों की श्रेणियां क्या हैं?
उत्तर. राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में 11 श्रेणियां सम्मिलित हैं, जिनमें “सर्वश्रेष्ठ राज्य,” “सर्वश्रेष्ठ जिला,” “सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत,” “सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय,” “सर्वश्रेष्ठ विद्यालय,” “सर्वश्रेष्ठ मीडिया,” “परिसर उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान”, “सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ,” “सर्वश्रेष्ठ उद्योग,” “सीएसआर गतिविधियों के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग,” एवं “सर्वश्रेष्ठ एनजीओ” शामिल हैं। प्रत्येक श्रेणी अपने विशिष्ट डोमेन के भीतर जल प्रबंधन एवं संरक्षण में उत्कृष्टता को नेता प्रदान करती है है।