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बिम्सटेक शिखर सम्मेलन
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- भारत एवं उसके पड़ोसी देशों से– संबंध।
5वां बिम्सटेक शिखर सम्मेलन
- हाल ही में, भारत के प्रधानमंत्री ने 5वें बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल/ बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी- सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनामिक कोऑपरेशन) शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
- 5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की मेजबानी बिम्सटेक के वर्तमान अध्यक्ष श्रीलंका द्वारा वर्चुअल मोड में की गई है।
बिम्सटेक शिखर सम्मेलन 2022 में भारत
- भारत ने बिम्सटेक क्षेत्रीय संपर्क, सहयोग तथा सुरक्षा को बढ़ाने के महत्व पर प्रकाश डाला एवं इस संबंध में अनेक सुझाव प्रस्तुत किए।
- भारतीय प्रधानमंत्री ने समकक्ष नेताओं से बंगाल की खाड़ी को बिम्सटेक-सदस्य देशों के मध्य संयोजकता (कनेक्टिविटी), समृद्धि एवं सुरक्षा के सेतु में रूपांतरित करने का प्रयास करने का आह्वान किया।
5 वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की थीम
- 5वीं बिम्सटेक की थीम: 5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की विषय वस्तु “एक प्रतिरोधक क्षमता पूर्ण क्षेत्र की ओर, समृद्ध अर्थव्यवस्थाएं, स्वस्थ लोग” (टुवर्ड्स ए रेसिलियंट रीजन, प्रॉस्परस इकोनॉमीज, हेल्थी पीपल) है।
- बिम्सटेक थीम में सहयोग गतिविधियों को विकसित करने हेतु बिम्सटेक द्वारा किए गए प्रयासों को सम्मिलित किया गया है जो कोविड -19 महामारी के आर्थिक एवं विकास परिणामों से निपटने के लिए सदस्य राज्य के कार्यक्रमों का समर्थन करते हैं।
5 वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के प्रमुख परिणाम
- 5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन 2022 का मुख्य परिणाम बिम्सटेक चार्टर को अंगीकृत करना एवं उस पर हस्ताक्षर करना था।
- बिम्सटेक चार्टर समूह को ऐसे सदस्य राज्यों से निर्मित संगठन में औपचारिक रूप प्रदान करता है जो बंगाल की खाड़ी के तटवर्ती हैं एवं उस पर निर्भर हैं।
- शिखर सम्मेलन में नेताओं द्वारा ‘ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी के लिए मास्टर प्लान’ को अपनाने के साथ बिम्सटेक कनेक्टिविटी एजेंडा में भी अत्यधिक प्रगति हुई है।
- परिवहन कनेक्टिविटी के लिए मास्टर प्लान: यह भविष्य में क्षेत्र में कनेक्टिविटी से संबंधित गतिविधियों के लिए एक मार्गदर्शन संरचना निर्मित करता है।
- तीन बिम्सटेक समझौतों पर हस्ताक्षर: ये निम्नलिखित जारी सहयोग गतिविधियों में हासिल की जा रही प्रगति का प्रतिनिधित्व करते हैं-
- आपराधिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता पर बिम्सटेक अभिसमय;
- राजनयिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर बिम्सटेक समझौता ज्ञापन तथा
- बिम्सटेक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण संस्थान की स्थापना पर एसोसिएशन का ज्ञापन।
बिम्सटेक देशों के बारे में महत्वपूर्ण बिंदु
- बिम्सटेक की स्थापना 1997 में दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के मध्य 5 देशों – दक्षिण एशिया से बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल एवं श्रीलंका तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के दो देशों – म्यांमार एवं थाईलैंड के साथ एक विशिष्ट संपर्क प्रदान करने हेतु की गई थी।
- सहयोग के क्षेत्र: अर्थव्यवस्था के 14 प्रमुख आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में सहयोग के लिए देश एक मंच के रूप में एक साथ आए।
- प्रारंभ में, छह क्षेत्रों- व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन एवं मत्स्य पालन को क्षेत्रीय सहयोग के लिए सम्मिलित किया गया था जिसे बाद में सहयोग के 14 क्षेत्रों में विस्तारित किया गया था।
- बिम्सटेक मुख्यालय: बिम्सटेक का मुख्यालय काठमांडू, नेपाल में अवस्थित है।
- 17वां बिम्सटेक शिखर सम्मेलन अप्रैल 2021 में श्रीलंका में आयोजित किया गया था।
- बिम्सटेक के नए महासचिव: तेनज़िन लेकफेल।
- उद्देश्य: क्षेत्र में आपसी व्यापार, संपर्क एवं सांस्कृतिक, तकनीकी तथा आर्थिक विकास को आगे बढ़ाना।