Home   »   India-Canada Comprehensive Economic Partnership Agreement   »   India- Canada Ministerial Dialogue on Trade...

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय छठी वार्ता

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय छठी वार्ता: यह एक द्विपक्षीय मंच है जो व्यापार एवं निवेश से संबंधित विभिन्न विषयों तथा सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की सुविधा प्रदान करता है, इस तरह की वार्ता के लिए एक संस्थागत तंत्र प्रदान करता है। व्यापार एवं निवेश 2023 पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारत-कनाडा द्विपक्षीय व्यापार संबंध) के लिए भी महत्वपूर्ण है।

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद चर्चा में क्यों है?

हाल ही में, व्यापार एवं निवेश पर छठी भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय वार्ता (मिनिस्ट्रियल डायलॉग ऑन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट/MDTI) की सह-अध्यक्षता श्री पीयूष गोयल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री एवं माननीय मैरी एनजी, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, निर्यात संवर्धन, लघु व्यवसाय एवं आर्थिक विकास मंत्री, कनाडा सरकार ने की।

व्यापार एवं निवेश पर 6वां भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद

व्यापार एवं निवेश पर 6वां भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद एक द्विपक्षीय मंच के रूप में कार्य करता है जो व्यापार एवं निवेश से संबंधित विभिन्न विषयों एवं सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की सुविधा प्रदान करता है, इस तरह की वार्ता के लिए एक संस्थागत तंत्र प्रदान करता है।

  • विषय-वस्तु: संवाद के दौरान, प्रतिभागी अनेक विषयों को प्राथमिकता देंगे, जैसे-
    • भारत-कनाडा द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ाना,
    • निवेश एवं सहयोग को प्रोत्साहित करना,
    • हरित परिवर्तन को बढ़ावा देना (महत्वपूर्ण खनिज चर्चाओं सहित), तथा
    • सहयोग के नए क्षेत्रों की खोज करना, जैसे व्यापार-से-व्यवसाय जुड़ाव को सुविधाजनक बनाना।
  • भागीदारी: व्यापार एवं निवेश 2023 पर 6वां भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद कार्यक्रम में लगभग 200 कंपनियों के भाग लेने की संभावना है।

व्यापार और निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद में चर्चा

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा छठी मंत्रिस्तरीय वार्ता में, मंत्री भारत-कनाडा व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट/सीईपीए) वार्ता की प्रगति का आकलन करेंगे।

  • मार्च 2022 में आयोजित व्यापार एवं निवेश पर विगत मंत्रिस्तरीय वार्ता के दौरान, दोनों मंत्रियों ने एक अंतरिम समझौते अथवा अर्ली प्रोग्रेस ट्रेड एग्रीमेंट (ईपीटीए) की संभावना के साथ सीईपीए वार्ता प्रारंभ की थी।
  • इसके उपरांत सात दौर की वार्ता हो चुकी है।
  • 9 और 10 मई 2023 को टोरंटो की अपनी यात्रा के दौरान, मंत्री के व्यापार एवं निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अनेक कार्यक्रम होंगे।
  • इन कार्यक्रमों में प्रमुख कनाडाई कंपनियों के सीईओ के साथ बैठकें, भारतीय एवं कनाडाई सीईओ के साथ एक गोलमेज चर्चा, कनाडा में काम कर रही भारतीय तथा कनाडाई कंपनियों के साथ वार्ता एवं वित्तीय क्षेत्र पर एक गोलमेज चर्चा शामिल होगी।
  • फिक्की के नेतृत्व में भारतीय मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्री के साथ शामिल होगा।

सियाल कनाडा-2023 में भारतीय मंडप

अपनी यात्रा के एक भाग के रूप में, मंत्री सियाल कनाडा-2023 में भारतीय मंडप का उद्घाटन करेंगे, जो खुदरा, खाद्य सेवा एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने वाले 50 देशों के 1000 से अधिक प्रदर्शकों की भागीदारी के साथ उत्तरी अमेरिका में सबसे बड़ा खाद्य नवाचार व्यापार शो है।

  • SIAL कनाडा में भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल में भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया/TPCI), कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी/APEDA), भारत व्यापार संवर्धन संगठन (इंडियन ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन/ITPO) तथा एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
  • इसके अतिरिक्त, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए एक व्यापार एवं निवेश संवर्धन कार्यक्रम निर्धारित है, जहां भारतीय कंपनियां तथा कनाडा के आयातक SIAL-2023 के दौरान मिलेंगे।

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय पांचवें संवाद में प्रमुख समझौते

  • भारत-कनाडा CEPA को अंतिम रूप देना: मंत्री औपचारिक रूप से भारत-कनाडा व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (कंप्रिहेंसिव इकोनामिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट/सीईपीए) के लिए वार्ता को पुनः प्रारंभ करने पर सहमत हुए।
  • अंतरिम समझौता: वे एक अंतरिम समझौते या अर्ली प्रोग्रेस ट्रेड एग्रीमेंट (EPTA) पर भी विचार करेंगे जो दोनों देशों के लिए शुरुआती व्यावसायिक लाभ ला सकता है। अंतरिम समझौते में शामिल होंगे-
    • वस्तुओं, सेवाओं, उत्पत्ति के नियमों, स्वच्छता तथा पादप स्वच्छता उपायों, व्यापार में तकनीकी बाधाओं एवं विवाद निपटान में उच्च-स्तरीय प्रतिबद्धताएं, तथा
    • आपसी सहमति से किन्हीं अन्य क्षेत्रों को भी कवर कर सकते हैं।
  • कृषि निर्यात को प्रोत्साहित करना: दोनों देश दालों में कीट जोखिम प्रबंधन एवं भारतीय कृषि वस्तुओं जैसे स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न एवं केला इत्यादि के लिए बाजार पहुंच हेतु कनाडा के सिस्टम दृष्टिकोण की मान्यता के संबंध में गहन कार्य करने पर सहमत हुए।
  • जैविक निर्यात को सुगम बनाना: कनाडा भारतीय जैविक निर्यात उत्पादों की सुविधा के लिए एपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) को अनुरूपता सत्यापन निकाय (कनफॉरमेटी वेरिफिकेशन बॉडी/सीवीबी) के दर्जे के अनुरोध की शीघ्रता से जांच करने पर सहमत हुआ।
  • लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं की स्थापना: उन्होंने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में लोचशील आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने के महत्व को स्वीकार किया एवं इस क्षेत्र में सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
  • व्यक्तियों से व्यक्तियों के मध्य सहयोग: उन्होंने द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने में पेशेवरों एवं कुशल श्रमिकों, छात्रों तथा व्यापार यात्रियों के आवागमन सहित दोनों देशों के मध्य व्यक्तियों से व्यक्तियों के मध्य सुदृढ़ संबंधों की भूमिका को भी नोट किया।

भारत-कनाडा व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) का महत्व

भारत-कनाडा व्यापक व्यापार समझौता (कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट/सीईपीए) सभी क्षेत्रों में संभावनाओं को अनलॉक करके वस्तुओं तथा सेवाओं में द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने में सहायता करेगा।

विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा सहयोग भारत एवं कनाडा के मध्य व्यापार तथा निवेश संबंधों की संपूर्ण क्षमता का उपयोग करने में सहायता करेगा।

 

व्यापार एवं निवेश पर छठी भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय वार्ता के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र. व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद  (मिनिस्ट्रियल डायलॉग ऑन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट/MDTI) क्या है?

उत्तर. व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद (एमडीटीआई) एक द्विपक्षीय तंत्र है जो भारत एवं कनाडा के मध्य व्यापार तथा निवेश से संबंधित मुद्दों एवं सहयोग क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा करने के लिए एक संस्थागत ढांचा प्रदान करता है।

प्र. भारत-कनाडा MDTI में चर्चा के मुख्य विषय क्या हैं?

उत्तर. भारत-कनाडा MDTI में विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को सुदृढ़ करना, निवेश प्रोत्साहन एवं सहयोग, हरित संक्रमण, महत्वपूर्ण खनिजों पर चर्चा तथा बिजनेस टू बिजनेस (B2B) जुड़ाव को प्रोत्साहित करना शामिल है।

प्र. भारत-कनाडा व्यापार के संदर्भ में CEPA क्या है?

उत्तर. CEPA, व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के प्रति संदर्भित है। यह भारत एवं कनाडा के मध्य एक मुक्त व्यापार समझौता है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश में वृद्धि करना है।

 

Sharing is caring!

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय छठी वार्ता_3.1

FAQs

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद (मिनिस्ट्रियल डायलॉग ऑन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट/MDTI) क्या है?

व्यापार एवं निवेश पर भारत-कनाडा मंत्रिस्तरीय संवाद (एमडीटीआई) एक द्विपक्षीय तंत्र है जो भारत एवं कनाडा के मध्य व्यापार तथा निवेश से संबंधित मुद्दों एवं सहयोग क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा करने के लिए एक संस्थागत ढांचा प्रदान करता है।

भारत-कनाडा MDTI में चर्चा के मुख्य विषय क्या हैं?

भारत-कनाडा MDTI में विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को सुदृढ़ करना, निवेश प्रोत्साहन एवं सहयोग, हरित संक्रमण, महत्वपूर्ण खनिजों पर चर्चा तथा बिजनेस टू बिजनेस (B2B) जुड़ाव को प्रोत्साहित करना शामिल है।

भारत-कनाडा व्यापार के संदर्भ में CEPA क्या है?

CEPA,व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के प्रति संदर्भित है। यह भारत एवं कनाडा के मध्य एक मुक्त व्यापार समझौता है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश में वृद्धि करना है।