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घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां– विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
- जीएस पेपर 3: भारतीय अर्थव्यवस्था- आयोजना, संसाधनों का अभिनियोजन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे।
घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण- संदर्भ
- हाल ही में, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री ने भारत में घरेलू कामगारों पर हम अखिल भारतीय सर्वेक्षण का प्रारंभ किया।
घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण- प्रमुख बिंदु
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण के बारे में: घरेलू कामगारों पर प्रथम अखिल भारतीय सर्वेक्षण श्रम ब्यूरो, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
- घरेलू कामगारों पर प्रथम अखिल भारतीय सर्वेक्षण एक वर्ष में पूर्ण होने की संभावना है।
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण का आच्छादन: घरेलू कामगार सर्वेक्षण पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण में 37 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को सम्मिलित किया जाएगा, जिसमें 742 जिलों के 5 लाख परिवारों को शामिल किया जाएगा।
- मुख्य उद्देश्य: घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण के निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य हैं-
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर एवं राज्यों में घरेलू कामगारों के अनुपात का आकलन करना है;
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण का उद्देश्य घरेलू कामगारों के अनुपात का पता लगाना है जो लिव-इन/लिव-आउट, अनौपचारिक रोजगार में नियोजित एवं प्रवासी/गैर-प्रवासी हैं;
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण से ऐसे अनौपचारिक कामगारों के पारिश्रमिक एवं अन्य सामाजिक-आर्थिक कारक ज्ञात करने की संभावना है; ।
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण की प्रश्नावली में निम्नलिखित के बारे में विवरण सम्मिलित होंगे-
- परिवार का आकार,
- धर्म,
- सामाजिक समूह,
- मासिक उपभोग व्यय
- आवास इकाई की प्रकृति एवं
- इसके साथ ही घरेलू कामगारों के बारे में उनकी उम्र, सामाजिक समूह, प्रवासी स्थिति, कार्य की अवधि एवं पारिश्रमिक के प्रकार की जानकारी भी एकत्र की जाएगी।
घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण- महत्व
- घरेलू सहायकों को समावेशित करना: घरेलू कामगार सर्वेक्षण पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण में लिव-इन / लिव-आउट घरेलू कामगारों वाले परिवारों की संख्या एवं विभिन्न प्रकार के परिवारों में काम करने वाले श्रमिकों की औसत संख्या का विवरण शामिल होगा।
- कोविड-19 के प्रभाव का आकलन: मजदूरी पर कोविड-19 महामारी का प्रभाव भी घरेलू कामगार सर्वेक्षण पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण का एक हिस्सा होगा।
- शासन में सहायक: घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण से सरकार एवं अन्य नीति निर्माताओं को साक्ष्य-आधारित, डेटा-संचालित नीति निर्माण में सहायता प्राप्त होगी।
- अनौपचारिक क्षेत्र पर आधिकारिक आंकड़े: हालांकि घरेलू कामगार कुल अनौपचारिक क्षेत्र के रोजगार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे, किंतु नियोजन की स्थितियों पर आंकड़ों का अभाव था।