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पशु स्वास्थ्य सम्मेलन- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
पशु स्वास्थ्य सम्मेलन: पशु स्वास्थ्य सम्मेलन 2022, विशेष रूप से आयुर्वेद के अधिक से अधिक उपयोग के माध्यम से देश में पशु कल्याण एवं स्वास्थ्य को प्रोत्साहन देने हेतु आयोजित किया जा रहा है। पशु स्वास्थ्य सम्मेलन 2022 यूपीएससी मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन के पेपर 2 (शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- सरकार की नीतियां एवं विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए अंतक्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दों) का हिस्सा है।
समाचारों में पशु स्वास्थ्य सम्मेलन 2022
- हाल ही में, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला ने प्रथम भारत पशु स्वास्थ्य सम्मेलन 2022 का उद्घाटन किया।
एनिमल हेल्थ समिट 2022 इन न्यूज
- पशु स्वास्थ्य सम्मेलन 2022 के बारे में: देश में पशु स्वास्थ्य एवं कल्याण पर चर्चा, विचार-विमर्श तथा प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से NASC कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में प्रथम पशु स्वास्थ्य सम्मेलन 2022 आयोजित किया गया था।
- उद्देश्य: निम्नलिखित व्यापक उद्देश्यों की दिशा में पशु स्वास्थ्य के महत्व को समझने के लिए पहला पशु स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन 2022 आयोजित किया जा रहा है-
- देश की खाद्य एवं पोषण सुरक्षा,
- ग्रामीण आय तथा समृद्धि एवं
- समग्र आर्थिक विकास।
- आयोजन निकाय: इंडियन चैंबर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर (ICFA) तथा एग्रीकल्चर टुडे ग्रुप द्वारा ‘इंडिया एनिमल हेल्थ समिट 2022’ का आयोजन किया गया था।
- प्रमुख कार्यक्रम: दो दिवसीय पशु स्वास्थ्य सम्मेलन 2022 कार्यक्रम पशु स्वास्थ्य नीति की पहल से लेकर व्यावसायिक वातावरण एवं पशु स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश के अवसरों जैसे विषयों से लेकर पैनल चर्चाओं की मेजबानी करेगा।
- विकसित विचार-विमर्श को बाद में प्रलेखित किया जाएगा तथा अधिकारियों को प्रस्तुत किया जाएगा।
- महत्व: पशु स्वास्थ्य वन हेल्थ का एक अत्यंत प्रमुख घटक है एवं वृहद स्तर पर समुदाय में पशु चिकित्सकों के लिए और भी अधिक सम्मान सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
- पशु कल्याण विभाग पशु महामारी की तैयारियों को संबोधित करने के लिए पशु स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन जैसी पहल आयोजित कर रहा है।
भारत में पशुपालन
- पशुधन क्षेत्र सकल घरेलू उत्पाद का 4% एवं कुल कृषि सकल घरेलू उत्पाद का 25% योगदान देता है।
- पशुधन जनगणना 2019 के अनुसार, भारत में पशुधन में विगत जनगणना की तुलना में 4.6% की वृद्धि देखी गई।
- वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के सरकार के लक्ष्य के तहत अंतर-मंत्रालयी समिति द्वारा पशुधन उत्पादकता को आय वृद्धि के सात स्रोतों में से एक के रूप में अभिनिर्धारित किया गया है।
भारत में पशुधन पालन की क्षमता
- भारत में विश्व के 56.7% भैंस, 12.5% मवेशी, 2.4% ऊंट ( विश्व में ऊंट की आबादी में 10वां) एवं 3.1% मुर्गी पालन ( विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पोल्ट्री बाजार) है।
- पशुधन क्षेत्र सकल घरेलू उत्पाद का 4.11% एवं कुल कृषि सकल घरेलू उत्पाद का 25.6% योगदान देता है।