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आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास: आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास (AIME)-2023 समुद्र में समुद्री सुरक्षा से संबंधित आम चुनौतियों से निपटने के लिए आसियान सदस्य देशों एवं भारत की नौसेनाओं के लिए उनके सहयोग को मजबूत करने, उनकी समझ को और गहन करने तथा आपसी विश्वास उत्पन्न करने हेतु एक मंच के रूप में कार्य करता है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारत को प्रभावित करने वाले विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय समूह तथा गतिविधियां) के लिए भी आसियान इंडिया मैरीटाइम एक्सरसाइज 2023 महत्वपूर्ण है।
आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास 2023 चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट, रियर एडमिरल गुरचरण सिंह, भारतीय नौसेना के जहाजों सतपुड़ा एवं दिल्ली पर सवार हुए, उद्घाटनात्मक आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास (आसियान इंडिया मैरीटाइम एक्सरसाइज/AIME-2023) में भाग लेने के लिए सिंगापुर पहुंचे।
आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास (AIME-2023) से संबंधित विवरण
आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास आसियान सदस्य देशों एवं भारत की नौसेनाओं को उनके सहयोग को बढ़ाने, उनकी समझ को और गहन करने तथा समुद्र में समुद्री सुरक्षा से संबंधित आम चुनौतियों का समाधान करने के लिए आपसी विश्वास बनाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
- अतिथि देश: 2021 और 2024 के बीच आसियान-भारत संवाद संबंधों के लिए देश समन्वयक के रूप में, सिंगापुर आसियान-भारत समुद्री युद्धाभ्यास की सह-मेजबानी कर रहा है।
- निर्धारित तिथि एवं आयोजन स्थल: 02 से 04 मई 2023 तक, आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास का बंदरगाह (हार्बर) चरण चांगी नौसेना बेस में होगा, इसके बाद दक्षिण चीन सागर में समुद्री चरण 07 से 08 मई 2023 तक निर्धारित किया जाएगा।
- महत्व: आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास 2023 भारतीय नौसेना एवं आसियान नौसेनाओं के लिए निकटता से सहयोग करने तथा समुद्री क्षेत्र में निर्बाध रूप से संयुक्त कार्रवाई संचालित करने का एक मूल्यवान अवसर प्रस्तुत करता है।
आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास के अंतर्गत भागीदारी
आईएनएस दिल्ली, भारत का प्रथम निर्देशित मिसाइल विध्वंसक स्वदेशी रूप से निर्मित एवं आईएनएस सतपुड़ा, स्वदेशी निर्देशित मिसाइलों से लैस एक स्टील्थ फ्रिगेट, दो पोत हैं जो विशाखापत्तनम में तैनात भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा हैं।
- वे पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के ऑपरेशनल कमांड के तहत काम करते हैं एवं उन्नत हथियारों तथा सेंसर से लैस हैं।
- इसके अतिरिक्त, सिंगापुर की अपनी यात्रा के दौरान, पोत अंतर्राष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी (इंटरनेशनल मैरीटाइम डिफेंस एग्जीबिशन/IMDEX-23) एवं सिंगापुर द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा सम्मेलन (इंटरनेशनल मैरिटाइम सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस/IMSC) में भाग लेंगे।
आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास 2023 के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास क्या है?
उत्तर. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास आसियान सदस्य देशों एवं भारत की नौसेनाओं के मध्य एक संयुक्त युद्धाभ्यास है जिसका उद्देश्य समुद्र में समुद्री सुरक्षा से संबंधित आम चुनौतियों का समाधान करने के लिए सहयोग, समझ एवं विश्वास में वृद्धि करना है।
प्र. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास 2023 कब आयोजित किया गया है?
उत्तर. 02 से 04 मई 2023 तक, आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास का बंदरगाह (हार्बर) चरण चांगी नौसेना बेस में होगा, इसके बाद दक्षिण चीन सागर में समुद्री चरण 07 से 08 मई 2023 तक निर्धारित किया जाएगा।
प्र. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास में कौन कौन भाग ले रहे हैं?
उत्तर. इस युद्धाभ्यास में आसियान सदस्य देशों एवं भारत की नौसेनाओं की भागीदारी शामिल है।
प्र. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास के दौरान कौन सी गतिविधियां आयोजित की जाती हैं?
उत्तर. इस युद्धाभ्यास में आम तौर पर बंदरगाह एवं समुद्री चरण, संयुक्त युद्धाभ्यास, संचार युद्धाभ्यास तथा सर्वोत्तम व्यवहार को साझा करने सहित विभिन्न प्रकार की गतिविधियां शामिल होती हैं।
प्र. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास का उद्देश्य क्या है?
उत्तर. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास का प्रमुख उद्देश्य भाग लेने वाली नौसेनाओं के मध्य सहयोग एवं विश्वास को मजबूत करके क्षेत्रीय शांति तथा स्थिरता को प्रोत्साहित करना है।
प्र. आसियान भारत समुद्री युद्धाभ्यास का क्या महत्व है?
उत्तर. यह युद्धाभ्यास आसियान और भारत के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी का प्रतिबिंब है, और भारत-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और सहयोग के महत्व को रेखांकित करता है।