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एशियाई क्षेत्रीय मंच की बैठक- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
एशियाई क्षेत्रीय मंच की बैठक
- हाल ही में, भारत के निर्वाचन आयोग (इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया/ईसीआई) ने ‘एशियाई क्षेत्रीय मंच’ 2022 की एक आभासी बैठक की मेजबानी की।
- क्षेत्रीय मंच की बैठक आने वाले महीने में मेक्सिको के नेशनल इलेक्टोरल इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित होने वाले “चुनावी लोकतंत्र के सम्मेलन” का एक पूर्ववर्ती था।
एशियाई क्षेत्रीय मंच की बैठक 2022
- एशियाई क्षेत्रीय मंच की बैठक 2022 के बारे में: भारत ने कोविड-19 महामारी द्वारा प्रस्तुत चुनौतियों के मद्देनजर परिवर्तित होती भू-राजनीति, उदीयमान प्रौद्योगिकियों एवं चुनाव प्रबंधन में उनके उपयोग को प्रतिबिंबित करने के लिए चुनाव प्रबंधन निकायों (इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज/EMB) की एशियाई क्षेत्रीय मंच बैठक की मेजबानी की।
- इस ‘लोकतंत्र के वैश्विक सम्मेलन’ के एक भाग के रूप में, पांच क्षेत्रीय मंच अर्थात अफ्रीका, अमेरिका, एशिया, यूरोप एवं अरब राज्यों के देशों का निर्माण किया गया है।
- थीम: एशियाई क्षेत्रीय मंच की बैठक 2022 का आयोजन निर्वाचन सदन में “हमारे चुनावों को समावेशी, सुलभ एवं सहभागी बनाना” (मेकिंग आवर इलेक्शंस इंक्लूसिव, एक्सेसिबल एंड पार्टिसिपेटिव) विषय पर आयोजित किया गया था।
- भागीदारी: बैठक में मेक्सिको, मॉरीशस, फिलीपींस, नेपाल, उज्बेकिस्तान, मालदीव, आईएडीए, एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज (ए-वेब) एवं इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स (आईएफईएस) के निर्वाचन प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- बैठक के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
एशियन रीजनल फोरम मीट- प्रमुख क्रियाकलाप
एशियन रीजनल फोरम मीट में निम्नलिखित दो सत्र थे-
- प्रथम सत्र: ‘समावेशी चुनाव: सुदूरवर्ती क्षेत्रों में युवाओं, लिंग तथा नागरिकों की भागीदारी बढ़ाना’ विषय पर।
- इसकी सह-अध्यक्षता मॉरीशस एवं नेपाल के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने की थी।
- द्वितीय सत्र: ‘सुलभ चुनाव: विकलांग व्यक्तियों एवं वरिष्ठ नागरिकों की भागीदारी बढ़ाना’ विषय पर।
- इसकी सह-अध्यक्षता आयुक्त, कॉमेलेक (COMELEC), फिलीपींस एवं उज्बेकिस्तान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (चीफ इलेक्शन कमिश्नर/CEC) द्वारा की गई थी।
चुनावी लोकतंत्र के लिए सम्मेलन
- चुनावी लोकतंत्र के लिए सम्मेलन के बारे में: चुनावी लोकतंत्र के लिए सम्मेलन लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के भीतर चुनावी प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करने के लिए आयोजित किया जाता है।
- प्रमुख उद्देश्य: विश्व में चुनावी लोकतंत्र को सुदृढ़ करने हेतु एक बौद्धिक एवं संस्थागत लामबंदी को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों एवं निर्वाचन प्राधिकरणों तथा संपूर्ण विश्व के निकायों के मध्य सामंजस्य स्थापित करना।
- कार्यान्वयन: चुनावी लोकतंत्र के लिए सम्मेलन का प्रमुख लक्ष्य क्षेत्रीय मंचों: अफ्रीका, अमेरिका, एशिया, यूरोप एवं अरब राज्यों के देश के संचालन के माध्यम से प्राप्त किया जाना है।
- ये जून से अगस्त के मध्य आयोजित होंगे, जिसकी परिणति ग्लोबल फोरम के रूप में होगी, जो सितंबर में आयोजित होगा।
भारत के निर्वाचन आयोग के बारे में
- भारत का निर्वाचन आयोग भारत में संघ एवं राज्य चुनाव प्रक्रियाओं के संचालन इस उत्तरदायी एक स्वायत्त संवैधानिक प्राधिकरण है।
- यह निकाय भारत में लोकसभा, राज्यसभा एवं राज्य विधान सभाओं तथा देश में राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति के पदों के निर्वाचनों का संचालन करता है।
संगठनात्मक संरचना
- भारत के निर्वाचन आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त एवं दो अन्य चुनाव आयुक्त होते हैं।
- सचिवालय: इसका नई दिल्ली में स्थित एक समर्पित सचिवालय है।
- राज्य स्तर पर, भारत के निर्वाचन आयोग को मुख्य चुनाव अधिकारी (चीफ इलेक्शन ऑफिसर/सीईओ) द्वारा सहायता प्रदान की जाती है जो आम तौर पर आईएएस रैंक का अधिकारी होता है।
- निर्वाचन क्षेत्र के स्तर पर, भारत का निर्वाचन आयोग राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की सरकार के परामर्श से एक रिटर्निंग ऑफिसर तथा सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति करता है, जैसा भी मामला हो।