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असम-मेघालय सीमा विवाद: प्रासंगिकता
- जीएस 3: आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियां उत्पन्न करने में बाहरी राज्य और गैर-राज्य कारकों की भूमिका।
असम-मेघालय सीमा विवाद: प्रसंग
- केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा 21 जनवरी को मेघालय के 50 वें राज्य स्थापना दिवस समारोह से पूर्व असम-मेघालय सीमा के छह क्षेत्रों में विवाद को समाप्त करने हेतु अंतिम समझौते पर मुहर लगाने की संभावना है।
असम मेघालय विवाद के बारे में
- मेघालय को असम पुनर्गठन अधिनियम, 1971 के अंतर्गत असम से अलग कर बनाया गया था।
- अधिनियम को सर्वसम्मति से स्वीकार नहीं किया गया एवं लोगों ने इसके प्रावधान को चुनौती दी, इस प्रकार यह विषय संघर्ष का कारण बना।
- 1970 के दशक के प्रारंभ से, दोनों राज्यों ने गांव के वास्तविक सीमांकन पर विवादित दावे किए हैं।
- असम एवं मेघालय 885 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। फिलहाल उनकी सीमाओं से संबंधित 12 बिंदुओं पर विवाद है।
- असम-मेघालय सीमा विवाद के क्षेत्र, ऊपरी ताराबारी, गज़ांग आरक्षित वन, हाहिम, लंगपीह, बोरदुआर, बोकलापारा, नोंगवाह, मातमुर, खानापारा-पिलंगकाटा, देशदेमोराह ब्लॉक I एवं ब्लॉक II, खंडुली एवं रेटचेरा हैं।
- असम एवं मेघालय के मध्य विवाद का एक प्रमुख मुद्दा पश्चिम गारो पहाड़ियों में लंगपीह जिला है जो असम के कामरूप जिले की सीमा में है।
- लंगपीह ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान कामरूप जिले का हिस्सा था, किंतु स्वतंत्रता के पश्चात, यह गारो हिल्स एवं मेघालय का हिस्सा बन गया।
- असम इसे असम में मिकिर पहाड़ियों का हिस्सा मानता है। मेघालय ने मिकिर हिल्स के ब्लॉक I एवं II पर प्रश्न उठाया है – जो अब कार्बी आंगलोंग क्षेत्र – असम का हिस्सा है।
- मेघालय के अनुसार, ये तत्कालीन संयुक्त खासी एवं जयंतिया हिल्स जिलों के भाग थे।
असम मेघालय सीमा विवाद की समाप्ति
- 12 विवाद बिंदुओं में से छह को प्रथम चरण में समाधान के लिए चुना गया था।
- छह क्षेत्रों में शामिल हैं: ताराबारी, गिजांग, हाहिम, बकलापारा, खानापारा-पिलिंग काटा एवं रातचेरा।
- असम एवं मेघालय ने विवादित क्षेत्रों का निरीक्षण करने एवं स्थानीय निवासियों के विचार अभिलिखित करने हेतु तीन-तीन क्षेत्रीय समितियों का गठन किया था।
असम एवं सीमा मुद्दे
- भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के राज्य व्यापक रूप से असम से काटकर निर्मित किए गए हैं, जिसका अनेक राज्यों के साथ सीमा विवाद है।
- अरुणाचल प्रदेश एवं नागालैंड के साथ असम के सीमा विवाद पहले से ही सर्वोच्च न्यायालय में लंबित हैं।
- मेघालय एवं मिजोरम के साथ असम के सीमा विवाद फिलहाल वार्ताओं के माध्यम से समाधान के चरण में हैं।