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प्रासंगिकता
- जीएस 2: विभिन्न क्षेत्रों में विकास हेतु सरकारी नीतियां एवं अंतः क्षेप
प्रसंग
- हाल ही में, प्रधानमंत्री कार्यालय ने संपूर्ण देश के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन आरंभ किया है जो डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर अंतरप्रचालनीयता को सक्षम करने हेतु एक सहज ऑनलाइन मंच का निर्माण करेगा।
मुख्य बिंदु
- आयुष्मान भारत-डिजिटल मिशन देश भर के अस्पतालों के डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों का एक-दूसरे से संपर्क स्थापित करेगा।
- इस कार्यक्रम के अंतर्गत अब प्रत्येक नागरिक को एक डिजिटल स्वास्थ्य पहचान पत्र मिलेगा एवं उनका स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित रहेगा।
- वर्तमान में, मिशन को छह केंद्र शासित प्रदेशों– अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, दादरा एवं नगर हवेली, दमन तथा दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप एवं पुडुचेरी में प्रायोगिक आधार पर लागू किया गया था।
- इस पहल को निर्धन एवं मध्यम वर्ग को लाभ प्रदान करने, विशेष रूप से उचित चिकित्सक एवं अस्पताल खोलने के लिए अभिकल्पित किया गया है।
लाभ
- मिशन न केवल अस्पतालों की प्रक्रियाओं को सरल बनाएगा बल्कि जीवन की सुगमता में भी वृद्धि करेगा।
- मंच उपचार तथा स्वास्थ्य नीति से संबंधित संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाएगा।
- चिकित्सक एवं अस्पताल दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकेंगे।
- साथ ही, प्रभावी एवं विश्वसनीय आंकड़ों (डेटा) के साथ, यह उपचार में सुधार करेगा एवं रोगियों को भी बचाएगा।
- इस पहल की सहायता से चिकित्सकों से संबंधित सूचनाएं सभी तक पहुंचेगी। लोग उन चिकित्सकों के बारे में जानेंगे जो जानकार हैं तथा उनकी विशेषज्ञता क्या है।
डिजिटल आईडी के लाभ
- डिजिटल पहचान पत्र (आईडी) चिकित्सकों एवं रोगियों को पुराने रिकॉर्ड की जांच करने में सहायता करेगी।
- इतना ही नहीं, डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक्स जैसे सहयोगियों का भी पंजीकरण होगा।
- इसके अतिरिक्त, देश में अस्पताल, क्लीनिक, लैब, दवा की दुकानें, इन सभी का पंजीकरण किया जाएगा।
आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई का प्रदर्शन
- इस योजना के तहत अब तक 2 करोड़ से अधिक देशवासियों ने निशुल्क उपचार की सुविधा का लाभ उठाया है, जिनमें से आधी महिलाएं हैं।
- पीएम-जय के निर्धन एवं अतिसंवेदनशील लाभार्थी भारत में शहरी और ग्रामीण दोनों स्थानों से हैं।
- डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों, पैरा मेडिकल स्टाफ के प्रयासों ने इसे विश्व का सर्वाधिक वृहद स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम बनाने में सहायता की है।