Home   »   How to prepare for UPSC CSE...   »   BSI Plant Discoveries 2020 Publication

भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण (बीएसआई) – पौधों की खोज 2020

भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण – यूपीएससी परीक्षा  हेतु प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं अवक्रमण।

भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण- संदर्भ

  • भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण ने अपने नए प्रकाशन प्लांट डिस्कवरीज 2020 में देश की वनस्पतियों में 267 नए वर्गक(टैक्सा) /प्रजातियां को शामिल किया है।
    • 267 नई खोजों में 119 आवृत्तबीजी (एंजियोस्पर्म); 3 टेरिडोफाइट्स; 5 ब्रायोफाइट्स, 44 लाइकेन; 57 कवक, 21 शैवाल तथा 18 सूक्ष्मजीवी शामिल हैं।
  • भारत में पौधों की कुल विविधता: इन नई खोजों के साथ भारत में पौधों की विविधता का नवीनतम अनुमान 54,733 वर्गक है।

UPSC Current Affairs

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी हेतु निशुल्क वीडियो प्राप्त कीजिए एवं आईएएस/ आईपीएस/ आईआरएस बनने के अपने सपने को साकार कीजिए

बीएसआई प्लांट डिस्कवरी 2020- प्रमुख निष्कर्ष

  • 2012 के बाद से, भारत से विभिन्न पौधों के समूहों के कुल 3,245 वर्गक पौधों की खोज की गई है।
    • अधिकांश खोज बीजीय पौधों से की गई है, जिसमें 1,199 (37%) वर्गक है, इसके बाद कवक 894 (27%) है।
  • भौगोलिक वितरण: 22% खोजें पश्चिमी घाटों से की गई हैं, इसके बाद पश्चिमी हिमालय (15%), पूर्वी हिमालय (14%) एवं पूर्वोत्तर पर्वतमाला (12%) का स्थान है।
    • कुल खोजों में पश्चिमी तट का योगदान 10% है जबकि पूर्वी तट का योगदान(9%) है;
    • पूर्वी घाट एवं दक्षिण दक्कन में से प्रत्येक 4% योगदान करते हैं एवं
    • केंद्रीय उच्च भूमि तथा उत्तरी दक्कन में से प्रत्येक ने 3% जोड़ा।

विश्व में वृक्षों की स्थिति पर रिपोर्ट

भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण-मुख्य बिंदु

  • पृष्ठभूमि: देश के पौधों के संसाधनों का अन्वेषण करने एवं आर्थिक गुणों के साथ पौधों की प्रजातियों की पहचान करने के उद्देश्य से 1890 में बीएसआई की स्थापना की गई थी।
  • भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण के बारे में: भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण  पर्यावरण  एवं वन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) के अंतर्गत शीर्ष अनुसंधान संगठन है।
    • मुख्यालय: कोलकाता, पश्चिम बंगाल।
    • इसके नौ क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं।
  • अधिदेश: बीएसआई देश के वन्य पौधों के संसाधनों पर वर्गिकीय (टैक्सोनॉमिक) तथा वानस्पतिक/पादपी (फ्लोरिस्टिक) अध्ययन करने के लिए उत्तरदायी है।

भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण- प्रमुख पहल

  • बीएसआई के पास कई भारतीय राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के वानस्पतिक सर्वेक्षण हैं।
    • 68 संरक्षित क्षेत्रों, 26 पवित्र उपवनों, 01 रामसर स्थल, 12 नाजुक पारिस्थितिक तंत्रों एवं 23 व्याघ्र निचयों (टाइगर रिजर्वों) का वानस्पतिक सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है।
  • पर-स्थाने (एक्स-सिटू) संरक्षण पर पादप संरक्षण लक्ष्य के लिए वैश्विक रणनीति को पूरा करने हेतु विभाग के पास देश के विभिन्न जैव-भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तृत 12 वनस्पति उद्यान हैं।
  • बीएसआई ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्मइंडियन प्लांट डायवर्सिटी इंफॉर्मेशन सिस्टम (आईपीडीआईएस) भी विकसित किया है।

बिम्सटेक कृषि बैठक

 

Sharing is caring!

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *