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67 वीं बीपीएससी अधिसूचना
67 वीं बीपीएससी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2021: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने पूर्व में एक नई अधिसूचना जारी की थी जिसमें आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 नवंबर 2021 तक बढ़ा दी गई थी। इस अधिसूचना के माध्यम से, बीपीएससी ने 67 वीं बीपीएससी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के लिए तीन नई रिक्तियों को भी जोड़ा है। 67 वीं बीपीएससी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि 19 नवंबर 2021 थी। इस लेख में, हम 67 वीं बीपीएससी परीक्षा 2021 के सर्वाधिक अंक प्रदायक खंडो पर चर्चा करेंगे।
67 वीं बीपीएससी विस्तृत परीक्षा प्रारूप– बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा प्रारूप
67 वीं बीपीएससी संयुक्त प्रतियोगिता प्रारंभिक परीक्षा में एक सामान्य अध्ययन का पेपर होता है। बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे, जिसमें कुल 150 अंक होंगे। पेपर पूरा करने के लिए आपको बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में दो घंटे का समय दिया जाएगा। 67 वीं बीपीएससी परीक्षा प्रारूप संक्षेप में नीचे दिया गया है-
67 वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा प्रारूप | |
विषय का नाम | सामान्य अध्ययन |
कुल अंक | 150 अंक |
समय अवधि | दो घंटे |
बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2021 पाठ्यक्रम
सामान्य अध्ययन के पेपर में निम्नलिखित खंडों के प्रश्न सम्मिलित होंगे:
- सामान्य विज्ञान
- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं।
- भारत का इतिहास एवं बिहार के इतिहास की मुख्य विशेषताएं।
- बिहार का सामान्य भूगोल एवं भौगोलिक विभाजन तथा इसकी प्रमुख नदी प्रणालियाँ।
- स्वतंत्रता के बाद की अवधि में भारतीय राजव्यवस्था एवं अर्थव्यवस्था तथा बिहार की अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन।
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन एवं इसमें बिहार द्वारा निभाई गई भूमिका तथा सामान्य मानसिक अभियोग्यता पर भी प्रश्न।
- सामान्य विज्ञान के प्रश्नों में विज्ञान की सामान्य अवबोध एवं समझ को शामिल किया जाएगा, जिसमें दैनिक जीवन के अवलोकन एवं अनुभव के विषय सम्मिलित हैं, जैसा कि एक सुशिक्षित व्यक्ति से उम्मीद की जा सकती है, जिसने किसी भी वैज्ञानिक विषय का विशेष अध्ययन नहीं किया है।
- इतिहास में, विषय के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक पहलुओं में व्यापक सामान्य समझ को महत्व दिया जाएगा।
- उम्मीदवारों से बिहार के इतिहास के व्यापक पहलुओं से परिचित होने की अपेक्षा की जाती है।
- भूगोल में भारत एवं बिहार के भूगोल पर बल दिया जाएगा। भारत एवं बिहार के भूगोल पर प्रश्न भारतीय कृषि एवं प्राकृतिक संसाधनों की मुख्य विशेषताओं सहित देश के भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल से संबंधित होंगे।
- भारतीय राजव्यवस्था एवं अर्थव्यवस्था के प्रश्न भारत एवं बिहार में देश की राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सामुदायिक विकास एवं आयोजना पर ज्ञान का परीक्षण करेंगे।
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन पर प्रश्न उन्नीसवीं शताब्दी के पुनरुत्थान की प्रकृति एवं चरित्र, राष्ट्रवाद के विकास और स्वतंत्रता प्राप्ति से संबंधित होंगे तथा उम्मीदवारों से भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बिहार की भूमिका से संबंधित प्रश्नों के उत्तर देने की अपेक्षा की जाएगी।
बीपीएससी 67वीं अधिसूचना: अन्य महत्वपूर्ण विवरण
परीक्षा का नाम | बीपीएससी 67 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (सीसीई) 2021 |
आयोजक निकाय | बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) |
रिक्तियां | 726 |
चयन प्रक्रिया |
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आयु सीमा | 22 से 42 वर्ष |
आधिकारिक वेबसाइट | www.bpsc.bih.nic.in |
बीपीएससी 67 वीं अधिसूचना: सर्वाधिक अंक प्रदायक खंड
बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के विभिन्न खंडों में से सामान्य विज्ञान, इतिहास एवं समसामयिकी में अच्छा स्कोर करना चाहिए। ये तीन खंड 67 वीं बीपीएससी परीक्षा में सर्वाधिक महत्वपूर्ण खंड हैं। प्रत्येक वर्ष इन तीन खंडों से 60 से अधिक प्रश्न पूछे जा रहे हैं। हालांकि, इतिहास एवं समसामयिकी में बिहार आधारित अनेक महत्वपूर्ण प्रश्न सम्मिलित होते हैं। इतिहास से प्रश्न प्राचीन से लेकर मध्यकालीन से लेकर आधुनिक इतिहास तक के होते हैं एवं समसामयिकी से प्रश्न विगत 12 महीनों की अवधि को कवर करते हैं, जिसमें विगत 6-महीने की घटनाओं पर अधिक ध्यान दिया जाता है। सामान्य विज्ञान खंड भौतिकी एवं जीव विज्ञान पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है, हालांकि, आपको रसायन विज्ञान की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
एक बार जब आप इन तीन खंडों को पूर्ण कर लेते हैं, तो आपको भूगोल, राज व्यवस्था जैसे अन्य खंडों की ओर जाना चाहिए। मात्रात्मक अभियोग्यता के प्रश्न प्रकृति में मौलिक होते हैं एवं सभी प्रश्नों को सही करने की उच्च संभावना होती है। यदि आपके पास इस खंड में 90% से अधिक परिशुद्धता है, तो आपके इस चरण में सफल होने की संभावना काफी अधिक हो जाती है।
पाठ्यक्रम को कवर करने के लिए हमने पहले ही विभिन्न स्रोत दिए हैं जिनका आपको अच्छी तरह से उपयोग करना होगा। एक दृष्टि डालें, अपनी नींव बनाएं, एवं उन स्रोतों से अपने चयन की संभावना बढ़ाएं।