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ब्रह्मोस मिसाइल- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण तथा नवीन तकनीक का विकास।
ब्रह्मोस मिसाइल- संदर्भ
- हाल ही में, स्वदेशी वस्तु एवं बेहतर प्रदर्शन के साथ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर से सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया था।
- इस माह के प्रारंभ में, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के समुद्र-से-समुद्री संस्करण में स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम से परीक्षण किया गया था।
विस्तारित परिसर ब्रह्मोस उड़ान-परीक्षण: प्रमुख बिंदु
- उन्नत प्रौद्योगिकी: ब्रह्मोस मिसाइल उन्नत स्वदेशी प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित थी एवं वर्धित दक्षता तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए एक संशोधित इष्टतम प्रक्षेपवक्र का अनुसरण किया।
- संशोधित नियंत्रण प्रणाली वाली ब्रह्मोस मिसाइल में बेहतर क्षमता प्राप्त करने हेतु सुधार किया गया है।
- प्रक्षेपण अभिकरण: विस्तारित परिसर ब्रह्मोस उड़ान प्रक्षेपण का संचालन ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा डीआरडीओ टीमों के साथ निकट समन्वय में किया गया था।
ब्रह्मोस मिसाइल- प्रमुख बिंदु
- ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में: ब्रह्मोस एक दो चरणों वाली हवा से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) तथा रूस के एनपीओएम द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
- ब्रह्मोस नाम: ब्रह्मोस का नाम दो नदियों- ब्रह्मपुत्र (भारत) एवं मोस्कवा (रूस) नदियों के नाम पर पड़ा है।
- ब्रह्मोस मिसाइल में चरण: ब्रह्मोस मिसाइल के दो चरणों में शामिल हैं-
- पहला चरण: एक ठोस प्रणोदक इंजन। ब्रह्मोस मिसाइल के मैक-1 या सुपरसोनिक गति तक पहुंचने के बाद इसे अलग किया जाता है।
- दूसरा चरण: लिक्विड रैमजेट। यह चरण ब्रह्मोस मिसाइल को क्रूज चरण में मैक 3 के करीब ले जाता है।
- स्फोटक शीर्ष/वारहेड वहन क्षमता: ब्रह्मोस मिसाइल की वहन क्षमता 250-300 किलोग्राम है। ब्रह्मोस मिसाइल नियमित स्फोटक शीर्ष (वारहेड) के साथ-साथ परमाणु वारहेड ले जाने में सक्षम है।
ब्रह्मोस मिसाइल- प्रमुख विशेषताएं
- बहु मंचीय मिसाइल: ब्रह्मोस मिसाइल एक बहु मंचीय (मल्टी-प्लेटफॉर्म) मिसाइल है जिसे जलयानों, भूमि, पनडुब्बियों एवं विमान प्लेटफार्मों से प्रक्षेपित किया जा सकता है।
- सभी मौसम में बहु-क्षमता वाली मिसाइल: ब्रह्मोस मिसाइल यथार्थ परिशुद्धता (पिंप्वाइंट एक्यूरेसी) के साथ बहु क्षमता वाली मिसाइल है। ब्रह्मोस मिसाइल मौसम से प्रभावित हुए बिना दिन तथा रात दोनों में कार्य करती है।
- “फायर एंड फॉरगेट्स” सिद्धांत: ब्रह्मोस मिसाइल एक बार प्रक्षेपित हो जाने के पश्चात, इसे आगे मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि यह दागो एवं भूल जाओ (फायर एंड फॉरगेट्स) सिद्धांत पर कार्य करती है।
- गति: ब्रह्मोस मिसाइल मैक 8 की गति प्राप्त कर सकती है, जो ध्वनि की गति से 3 गुना अधिक है। यह ब्रह्मोस को विश्व में सर्वाधिक तीव्र सक्रिय रूप से तैनात मिसाइलों में से एक बनाता है।
- मारक क्षमता: ब्रह्मोस मिसाइल का उड़ान परिसर लगभग 300 किमी है।
- भारत 2016 में मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था/ मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजीम (एमटीसीआर) का सदस्य बना।
- इसके साथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मारक सीमा को बाद में 450 किमी तथा 600 किमी तक विस्तारित करने की योजना है।