Table of Contents
चंद्रयान-3 का ईएमआई-ईएमसी परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
इस लेख में हम चंद्रयान-3, ईएमआई-ईएमसी टेस्ट, ईटीसी के बारे में पढ़ेंगे।
चंद्रयान –3 का संदर्भ
चर्चा में क्यों है? 31 जनवरी, 2023 – 02 फरवरी, 2023 के दौरान चंद्रयान -3 लैंडर ने यू आर राव उपग्रह केंद्र, बेंगलुरु में सफलतापूर्वक ईएमआई / ईएमसी (विद्युत – चुंबकीय व्यतिकरण / विद्युत – चुंबकीय संगतता) परीक्षण किया।
चंद्रयान-3? चंद्रयान -3 मिशन चंद्रयान -2 का अनुसरण करेगा एवं चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग एवं घूमने में एंड-टू-एंड क्षमता प्रदर्शित करेगा
ईएमआई-ईएमसी परीक्षण? ईएमआई- ईएमसी परीक्षण उपग्रह मिशन से पूर्व आयोजित किया जाता है जो अंतरिक्ष में उपग्रह उप-प्रणालियों की कार्यक्षमता के साथ-साथ अपेक्षित विद्युत चुम्बकीय स्तरों के साथ उनकी अनुकूलता सुनिश्चित करता है।
चंद्रयान-3 क्या है?
- फॉलो ऑन मिशन: चंद्रयान -3 चंद्रयान -2 का अनुवर्ती मिशन है, जो चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग एवं घूमने में एंड-टू-एंड क्षमता प्रदर्शित करता है।
- लैंडर, रोवर तथा प्रणोदन मॉड्यूल: चंद्रयान -3 अंतराग्रहीय (इंटरप्लेनेटरी) मिशन के तीन प्रमुख मॉड्यूल हैं: प्रणोदन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल एवं रोवर।
- लैंडर पेलोड:
- तापीय चालकता एवं तापमान को मापने के लिए चंद्रमा का सतही तापीय भौतिक प्रयोग (सरफेस थर्मो फिजिकल एक्सपेरिमेंट/ChaSTE);
- लैंडिंग स्थल के आसपास भूकंपीयता को मापने के लिए चंद्र भूकंपीय गतिविधि हेतु साधन (इंस्ट्रूमेंट फॉर लूनर सीस्मिक एक्टिविटी/ILSA); लैंगमुइर जांच (एलपी) प्लाज्मा घनत्व एवं इसकी विविधताओं का अनुमान लगाने हेतु।
- नासा से एक निष्क्रिय लेजर रिट्रो रिफ्लेक्टर ऐरे को चंद्र लेजर रेंजिंग अध्ययनों के लिए समायोजित किया गया है।
- रोवर नीतभार:
- अल्फा कण एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (एपीएक्सएस) एवं
- लैंडिंग स्थल के आसपास के क्षेत्र में मौलिक संरचना प्राप्त करने के लिए लेजर प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी (लेजर- इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी/एलआईबीएस)।
- प्रणोदन मॉड्यूल:
- प्रणोदन मॉड्यूल 100 किमी चंद्र कक्षा तक लैंडर एवं रोवर कॉन्फ़िगरेशन को ले जाएगा।
- प्रणोदन मॉड्यूल में चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी के वर्णक्रमीय एवं ध्रुवीयमितीय मापों का अध्ययन करने के लिए निवास योग्य ग्रह पृथ्वी (हैबिटेबल प्लैनेट अर्थ/SHAPE) पेलोड की स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री है।
- लैंडर पेलोड:
- प्रक्षेपक: चंद्रयान-3 को जीएसएलवी एमके-III द्वारा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा।
ईएमआई-ईएमसी परीक्षण क्या है?
- ईएमआई-ईएमसी (इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक इंटरफेरेंस/इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक कम्पैटिबिलिटी) परीक्षण उपग्रह मिशन के लिए अंतरिक्ष वातावरण में उपग्रह उप प्रणाली (सैटेलाइट सबसिस्टम) की कार्यक्षमता एवं अपेक्षित विद्युत चुंबकीय (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक) लेवल के साथ उनकी अनुकूलता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।
- यह परीक्षण उपग्रहों के प्रत्यक्षीकरण में एक प्रमुख मील का पत्थर है।
- चंद्रयान -3 अंतराग्रहीय (इंटरप्लेनेटरी) मिशन के तीन प्रमुख मॉड्यूल हैं: प्रणोदन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल एवं रोवर। मिशन की जटिलता मॉड्यूल के मध्य रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) संचार लिंक स्थापित करने की मांग करती है।
- चंद्रयान-3 लैंडर ईएमआई/ईसी परीक्षण के दौरान, प्रक्षेपक संगतता, सभी आरएफ प्रणालियों के एंटीना ध्रुवीकरण, कक्षीय एवं संचालित वंश मिशन चरणों के लिए स्टैंडअलोन ऑटो संगतता परीक्षण तथा लैंडिंग उपरांत मिशन चरण के लिए लैंडर एवं रोवर संगतता परीक्षण सुनिश्चित किए गए। प्रणालियों का प्रदर्शन संतोषजनक था।
चंद्रयान-3 एवं ईएमआई-ईएमसी परीक्षण के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. चंद्रयान-3 क्या है?
उत्तर. चंद्रयान -3 मिशन चंद्रयान -2 का अनुसरण करेगा एवं चंद्र सतह पर सुरक्षित लैंडिंग एवं घूमने में एंड-टू-एंड क्षमता प्रदर्शित करेगा।
प्र. चंद्रयान-3 कब प्रक्षेपित किया जाएगा?
उत्तर. मिशन की अंतिम प्रक्षेपण तिथि की घोषणा अभी नहीं की गई है, किंतु वर्ष 2023 की दूसरी या तीसरी तिमाही की में इसका प्रक्षेपण संभावित कहा जाता है।
प्र. ईएमआई-ईएमसी टेस्ट क्या है?
उत्तर. ईएमआई-ईएमसी (इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक इंटरफेरेंस/इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक कम्पैटिबिलिटी) परीक्षण उपग्रह मिशनों के लिए अंतरिक्ष वातावरण में उपग्रह उप प्रणाली की कार्यक्षमता एवं अपेक्षित विद्युत चुंबकीय (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक) स्तरों के साथ उनकी संगतता सुनिश्चित करने के लिए आयोजित किया जाता है।