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चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की सत्यनिष्ठा पर समूह- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा चुनावी सत्यनिष्ठा पर समूह: यह भारत के निर्वाचन आयोग (इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया/ECI) द्वारा दिसंबर, 2021 में आयोजित ‘लोकतंत्र हेतु सम्मेलन’ के अनुवर्ती के रूप में आयोजित किया जा रहा है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (अंतर्राष्ट्रीय समाचार) एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध) के लिए ‘लोकतंत्र हेतु सम्मेलन’ महत्वपूर्ण है।
चुनाव आयोग द्वारा चुनावी सत्यनिष्ठा पर समूह- चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त श्री अनूप चंद्र पांडे के साथ आज संपूर्ण विश्व में ईएमबी के साथ चुनावी सत्यनिष्ठा पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।
चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की सत्यनिष्ठा पर समूह की थीम एवं आयोजक
- आयोजक: चुनावी सत्यनिष्ठा पर समूह का नेतृत्व चुनाव आयोग कर रहा है – जिसे दिसंबर, 2021 में आयोजित ‘लोकतंत्र के सम्मेलन’ के अनुसरण के रूप में स्थापित किया गया था।
- ग्रीस, मॉरीशस एवं आईएफईएस को इस समूह को सह-नेतृत्व प्रदान करना है।
- भारतीय निर्वाचन आयोग ने विश्वभर में चुनावों के संचालन से संबंधित ईएमबी एवं सरकारी समकक्षों के अतिरिक्त यूएनडीपी एवं अंतर्राष्ट्रीय IDEA को भी आमंत्रित किया।
- थीम: नई दिल्ली में ‘चुनाव प्रबंधन निकायों की भूमिका, रूपरेखा एवं क्षमता’ विषय पर चुनावी सत्यनिष्ठा पर एक समूह का आयोजन किया जा रहा है।
चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की सत्यनिष्ठा पर समूह- प्रमुख सत्र
- उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता मुख्य निर्वाचन आयुक्त करेंगे जो मुख्य भाषण देंगे। इससे पूर्व यूएस चार्ज डी’ अफेयर्स भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
- ईएमबी के समक्ष उपस्थित होने वाली ‘वर्तमान चुनौतियों’ पर प्रथम सत्र की सह-अध्यक्षता मॉरीशस एवं नेपाल के चुनाव आयुक्त करेंगे।
- सत्र में मेक्सिको, चिली, नेपाल एवं ग्रीस के चुनाव अधिकारियों की प्रस्तुतियां होंगी।
- ‘भविष्य की चुनौतियों’ पर दूसरे सत्र की सह-अध्यक्षता महासचिव, अंतर्राष्ट्रीय IDEA एवं निर्वाचन विभाग तथा राजनीतिक दलों के प्रमुख, चुनाव निदेशालय, आंतरिक मंत्रालय, हेलेनिक गणराज्य, ग्रीस द्वारा की जानी है।
- सत्र में ऑस्ट्रेलियाई चुनाव आयोग तथा कॉमिलेक (COMELEC), फिलीपींस के प्रतिनिधियों की प्रस्तुतियाँ होंगी।
- दूसरे दिन ‘ईएमबी की क्षमता’ सत्र की अध्यक्षता आईएफईएस के अध्यक्ष तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी करेंगे।
- 1 नवंबर, 2022 को सम्मेलन का समापन सत्र जिसमें प्रस्तुत की जा रही कार्यवाही का सारांश भी देखा जाएगा, की अध्यक्षता चुनाव आयुक्त करेंगे जो अपना भाषण देंगे।
- हितधारकों को सक्षम करने के लिए एक विशेष आभासी सत्र, जो नई दिल्ली में एक प्रतिनिधिमंडल नहीं भेज सके, 1 नवंबर, 2022 को शाम 6:00 बजे निर्धारित है।
- यूएसए, यूएस एड अन्य प्रतिनिधिमंडलों के साथ भाग लेंगे।
लोकतंत्र हेतु सम्मेलन- महत्वपूर्ण विवरण
- द समिट फॉर डेमोक्रेसी के बारे में: लोकतंत्र हेतु सम्मेलन (द समिट फॉर डेमोक्रेसी) अमेरिकी राष्ट्रपति की एक पहल है जिसका उद्देश्य मुक्त विश्व के राष्ट्रों की “भावना एवं साझा उद्देश्य को नवीनीकृत करना” है।
- लोकतंत्र हेतु वैश्विक सम्मेलन एक वार्षिक सम्मेलन होना है।
- लोकतंत्र हेतु सम्मेलन 2022 एक व्यक्तिगत बैठक होने की संभावना है।
- प्रमुख उद्देश्य: ग्लोबल समिट फॉर डेमोक्रेसी का उद्देश्य संपूर्ण विश्व के लोकतंत्रों को एक साथ लाना है-
- अपने लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करने के लिए,
- उन राष्ट्रों की चुनौती का ईमानदारी से सामना करने हेतु, जो पथभ्रष्ट हो रहे हैं, एवं
- हमारे साझा मूल्यों के लिए खतरों से निपटने हेतु एक साझा एजेंडा तैयार करना।
- प्रजातंत्र हेतु सम्मेलन के प्रमुख विषय: ग्लोबल समिट फॉर डेमोक्रेसी तीन विषयों के आसपास आयोजित किया जाएगा:
- सत्तावाद के विरुद्ध सुरक्षा,
- भ्रष्टाचार से युद्ध,
- मानवाधिकारों के प्रति सम्मान को प्रोत्साहित करना।
- भागीदारी: प्रजातंत्र हेतु इस आभासी सम्मेलन (वर्चुअल डेमोक्रेटिक समिट) में सरकार, नागरिक समाज एवं निजी क्षेत्र के नेताओं की भागीदारी की परिकल्पना की गई है।
- डेमोक्रेटिक समिट 2021 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र से आमंत्रित लोगों में भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, मालदीव तथा फिलीपींस सम्मिलित थे।
- लोकतंत्र हेतु प्रथम सम्मेलन में चीन एवं बांग्लादेश जैसे देशों को आमंत्रित नहीं किया गया था।