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ई-कुकिंग ट्रांजिशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन: ई-कुकिंग ट्रांज़िशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन का प्राथमिक ध्यान उन रणनीतियों पर गहन शोध करना है जो लागत प्रभावी, स्वच्छ एवं ऊर्जा- दक्ष ई-कुकिंग समाधानों के कार्यान्वयन में गति ला सकती हैं। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- पर्यावरण तथा पारिस्थितिकी) के लिए भी ई-कुकिंग ट्रांज़िशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन महत्वपूर्ण है।
ई-कुकिंग ट्रांज़िशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, भारत सरकार नई दिल्ली में “ई-कुकिंग ट्रांजिशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन” शीर्षक से एक सम्मेलन आयोजित कर रही है।
ई-कुकिंग ट्रांज़िशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन
ई-कुकिंग ट्रांज़िशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन ऊर्जा-दक्ष, स्वच्छ एवं किफायती ई-कुकिंग समाधानों की तैनाती में तेजी लाने के मार्ग की खोज करेगा।
- आयोजक निकाय: यह सम्मेलन CLASP के सहयोग से ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी/BEE), विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित किया गया।
- भागीदारी: सम्मेलन संस्थागत उपभोक्ताओं, उपभोक्ता अनुसंधान समूहों, नीति निर्माताओं, थिंक टैंक, निर्माताओं एवं अन्य समर्थकों को एक साथ लाता है ताकि वार्ता को आगे बढ़ाया जा सके एवं बिजली से खाना पकाने के लिए संक्रमण की रणनीति पर चर्चा की जा सके।
- अधिदेश: इलेक्ट्रिक कुकिंग पर फोकस इस मान्यता पर आधारित है कि ई-कुकिंग पर्यावरण की रक्षा एवं संरक्षण के लिए व्यक्तिगत तथा सामुदायिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करने हेतु मिशन LiFE भारत के नेतृत्व वाले वैश्विक जन आंदोलन का एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
- महत्व: खाना पकाने के लिए स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच भारत की ऊर्जा परिवर्तन यात्रा का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
- खाना पकाने के ईंधन के संबंध में हम जिस विकल्प का चयन करते हैं, उनका एक स्थायी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में भारत के प्रक्षेपवक्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।
- भारत के स्वच्छ ऊर्जा से खाना पकाने के संक्रमण के लिए व्यक्तिगत एवं सामुदायिक कार्यों एवं निर्णयों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है जो ऊर्जा की खपत को प्रेरित करते हैं।
ई-कुकिंग ट्रांज़िशन के फ़ोकस क्षेत्रों के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण
ई-कुकिंग ट्रांज़िशन के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण पर सम्मेलन वित्त, मांग एकत्रीकरण, कार्बन क्रेडिट एवं व्यवसाय मॉडल जैसे ई-कुकिंग समाधानों को अपनाने हेतु सक्षमताओं का पता लगाएगा।
- यह ई-कुकिंग ट्रांजिशन लाने के लिए उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण एवं व्यवहार पर विचार-मंथन भी करेगा।
- सम्मेलन में ई-कुकिंग बाजार रूपांतरण कार्यक्रम (मार्केट ट्रांसफॉर्मेशन प्रोग्राम) पर एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा एक प्रस्तुति तथा ई-कुकिंग को प्रोत्साहित करने हेतु की गई पहल पर BEE द्वारा प्रस्तुति भी होगी।
ई-कुकिंग दृष्टिकोण का महत्व
इलेक्ट्रिक कुकिंग पर ध्यान इस मान्यता पर आधारित है कि ई-कुकिंग मिशन LiFE (लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट) का एक प्रमुख मार्ग है, जो पर्यावरण की रक्षा एवं संरक्षण के लिए व्यक्तिगत तथा सामुदायिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करने हेतु भारत के नेतृत्व वाला वैश्विक जन आंदोलन है। 2021 में ग्लासगो में 26वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किया गया, मिशन LiFE व्यक्तियों को ग्रह-समर्थक व्यक्तियों में रूपांतरित करना चाहता है, जो सतत जीवन शैली अपनाएंगे।
- खाना पकाने के लिए स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच भारत की ऊर्जा परिवर्तन यात्रा का एक महत्वपूर्ण पहलू है। खाना पकाने के ईंधन के संबंध में हम जिस विकल्प का चयन करते हैं, उनका एक स्थायी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में भारत के प्रक्षेपवक्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।
- भारत के स्वच्छ ऊर्जा से खाना पकाने के संक्रमण के लिए व्यक्तिगत तथा सामुदायिक कार्यों एवं निर्णयों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है जो ऊर्जा की खपत को प्रेरित करते हैं।
- इलेक्ट्रिक कुकिंग के समाधान भारत को जलवायु के अनुकूल, स्वस्थ तथा धारणीय भविष्य की ओर ले जाने का एक शानदार अवसर प्रदान करते हैं।
- प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना ने 70 मिलियन से अधिक परिवारों को तरलीकृत पेट्रोलियम गैस, एक स्वच्छ एवं अधिक दक्ष खाना पकाने के ईंधन के कवरेज का विस्तार करके एक नई सुबह की शुरुआत की।
- विद्युतीकरण की स्थिति के साथ सम्मिलित रूप से, यह ई-कुकिंग को अपनाने में गति लाने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है।
- भारत सरकार ने ई-कुकिंग अपनाने को प्रोत्साहित करने हेतु गो इलेक्ट्रिक अभियान का शुभारंभ किया है।