Home   »   Daily Prelims Current Affairs Bits(29th November...   »   Daily Prelims Current Affairs Bits(29th November...

दैनिक समसामयिकी: 29 नवंबर 2022 | यूपीएससी प्रीलिम्स बिट्स

दैनिक समसामयिकी: 29 नवंबर 2022: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 के लिए आज के महत्वपूर्ण दैनिक करंट अफेयर्स पढ़ें। आज अर्थात 29 नवंबर 2022 को, हम कुछ महत्वपूर्ण यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा बिट्स को कवर कर रहे हैं जो यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं अन्य प्रतिष्ठित अखिल भारतीय प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं।

हिंदी

कोलकली लोक कला

 

कोलकलीचर्चा में क्यों है?

  • केरल में हाल ही में संपन्न केरल स्कूल यूथ फेस्टिवल में कोलकली कला एक आकर्षण थी।
  • कोलकली अब केरल स्कूल यूथ फेस्टिवल में एक लोकप्रिय कार्यक्रम है, जिसे एशिया में सबसे बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम माना जाता है।

Kolkali

कोलकली लोक कला के बारे में जानिए

  • लगभग 200 वर्षों के इतिहास के साथ, कोलकली केरल के उत्तरी मालाबार क्षेत्र में प्रदर्शित की जाने वाली एक लोक कला है।
  • ऐसा कहा जाता है कि केरल एवं तमिलनाडु में प्रचलित एक युद्धक कला (मार्शल आर्ट) कलारीपयट्टू से इसके तत्व तैयार किए गए थे।
  • कोलकली में, प्रत्येक कलाकार एक छड़ी रखता है और घेरे में चलता है, छड़ियों को टकराता है और साथ में संगीत की लय बनाए रखता है।
  • जैसे-जैसे संगीत का तारत्व धीरे-धीरे उठता है, गति क्रम में तब तक वृद्धि होती रहती है जब तक कि प्रदर्शन अपने चरमोत्कर्ष पर नहीं पहुंच जाता। जैसे-जैसे नृत्य आगे बढ़ता है, वृत्त फैलता और सिकुड़ता है।
  • प्रत्येक नर्तक एक सवृत पैटर्न के अनुसार, बिना एक दूसरे को छुए या एक ताल गंवाए गति करता है। जैसे-जैसे नृत्य अंत की ओर बढ़ता है, नर्तक व्यापक गतियों एवं घुमावों के साथ जोरदार कदमों से आगे बढ़ते हैं।
  • कोलकली का बंगाल, गुजरात, पंजाब एवं महाराष्ट्र के लोक नृत्य रूपों पर अत्यधिक प्रभाव पड़ा है।
  • तमिलनाडु में, इस कला रूप को कोलाट्टम एवं आंध्र प्रदेश में कोलामू के रूप में जाना जाता है।

 

अरब मुद्रा कोष

 

अरब मुद्रा कोष (AMF) चर्चा में क्यों है?

  • अरब मुद्रा कोष द्वारा यमन को प्रदान किए जाने वाले सहायता पैकेज, 1 बिलियन डॉलर के बराबर है।
  • यमन की सरकार ने अबू धाबी स्थित कोष के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे उन्हें 2022 से 2025 तक आर्थिक सहायता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
  • यमन का गृहयुद्ध, अपने आठवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है, इसकी आबादी को भुखमरी के कगार पर धकेल दिया है।

अरब मुद्रा कोष (अरब मॉनेटरी फंड/एएमएफ)के बारे में जानिए

  • अरब मुद्रा कोष (अरब मॉनेटरी फंड/एएमएफ) एक क्षेत्रीय अरब संगठन है, जिसकी स्थापना 1976 में हुई थी तथा इसने 1977 में परिचालन प्रारंभ किया था।
  • सदस्य देश (22) हैं: जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, ट्यूनीशिया, अल्जीरिया, जिबूती, सऊदी अरब, सूडान, सीरिया, सोमालिया, इराक, ओमान, फिलिस्तीन, कतर, कोमोरोस, कुवैत, लेबनान, लीबिया, मिस्र, मोरक्को, मॉरिटानिया, यमन।
  • इसका मिशन आर्थिक, वित्तीय एवं मौद्रिक स्थिरता तथा विकास प्रक्रिया को सुदृढ़ करना है।
  • इसका मिशन अरब आर्थिक एकीकरण के लिए मौद्रिक नींव रखना एवं अरब देशों में आर्थिक विकास को  प्रोत्साहित करना है।

 

हवाई द्वीप समूह का का मौना लोआ ज्वालामुखी

 

मौना लोआ चर्चा में क्यों है?

विश्व का सर्वाधिक वृहद सक्रिय ज्वालामुखी, हवाई द्वीप समूह में मौना लोआ, लगभग 40 वर्षों में पहली बार फटा है।

Hawaii's Mauna Loa, world's largest active volcano has erupted after almost 40 years. (U.S. Geological Survey)

मौना लोआ के बारे में जानिए

  • मौना लोआ विश्व का सर्वाधिक बृहद सक्रिय ज्वालामुखी है। अन्य बड़े ज्वालामुखी भी हैं, किंतु इन्हें सुप्त  ज्वालामुखी के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसका अर्थ है कि उनमें लंबे समय से विस्फोट नहीं हुआ है,  अथवा वे निर्वापित हो गए हैं, जिसका अर्थ है कि उनमें भविष्य में कभी विस्फोट नहीं होगा।
  • मौना लोआ, हवाई ज्वालामुखी राष्ट्रीय उद्यान के अंदर अवस्थित है, जो अमेरिकी राज्य के बड़े द्वीप के आधे हिस्से को आच्छादित करता है।
  • ज्वालामुखी समुद्र तल से 13,679 फीट ऊंचा है एवं 5,179 वर्ग किमी से अधिक के क्षेत्र में विस्तृत है।
  • यूएसजीएस के अनुसार, मौना लोआ 1843 के बाद से 33 बार विस्फोट कर चुका है।
  • 1984 में हुए पिछले विस्फोट ने द्वीप के सबसे अधिक आबादी वाले शहर हिलो के 5 मील के भीतर लावा प्रवाहित किया।
  • ज्वालामुखी इस बेहद द्वीप समूह को को मौना केआ के साथ साझा करता है, जो विश्व का सर्वाधिक ऊंचा पर्वत है, जब इसे महासागर की सतह से लगभग 20,000 फीट नीचे इसके जलमग्न आधार से मापा जाता है।

 

सारस 3

सारस 3 चर्चा में क्यों है?

  • भारत के सारस रेडियो टेलीस्कोप ने वैज्ञानिकों को बिग बैंग के 200 मिलियन वर्ष पश्चात निर्मित होने वाली आरंभिक रेडियो प्रदीप्त आकाशगंगाओं के गुणों को निर्धारित करने में सहायता की है, जिसे ब्रह्माण्डीय उषाकाल (कॉस्मिक डॉन) के रूप में जाना जाता है।
  • वैज्ञानिकों के एक अंतरराष्ट्रीय समूह द्वारा नेचर एस्ट्रोनॉमी में प्रकाशित निष्कर्ष, आरंभिक रेडियो प्रबल आकाशगंगाओं के गुणों के बारे में एक अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं जो आमतौर पर विशालकाय ब्लैक होल द्वारा संचालित होती हैं।

सारस 3 के बारे में जानिए

  • पार्श्व रेडियो स्पेक्ट्रम 3 (SARAS) टेलीस्कोप के आकार का एंटीना माप – आरआरआई में स्वदेशी रूप से डिजाइन तथा निर्मित किया गया – 2020 के प्रारंभ में उत्तरी कर्नाटक में दंडिगनहल्ली झील एवं शरावती  पश्च जल पर तैनात किया गया था।
  • बिग बैंग के ठीक 200 मिलियन वर्ष पश्चात वैज्ञानिक समय में पीछे देखने में सक्षम थे एवं उस समय   की आकाशगंगाओं के गुणों के संबंध में नई अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।

 

यूपीएससी के लिए  दैनिक समसामयिकी- 28 नवंबर 2022 |प्रीलिम्स बिट्स नेशनल सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस (NCGG) – मालदीव ने मालदीव के सिविल सेवकों के प्रशिक्षण में NCGG की भूमिका की प्रशंसा की टीबी मुक्त भारत अभियान- दीपा मलिक बनी निक्षय मित्र एवं राष्ट्रीय राजदूत एचएडीआर अभ्यास ‘समन्वय 2022’
यूनेस्को इंडिया अफ्रीका हैकथॉन 2022 का आयोजन उत्तर प्रदेश में किया जा रहा है मनरेगा योजना में सुधार के लिए केंद्र ने बनाई समिति! दैनिक समसामयिकी: 26 नवंबर 2022 | यूपीएससी प्रीलिम्स बिट्स राष्ट्रीय मुनाफाखोरी रोधी प्राधिकरण (NAA) को सीसीआई में क्यों समाविष्ट किया जाए? | यूपीएससी के लिए सब कुछ जानें
असम-मेघालय विवाद क्या है? | इतिहास, वर्तमान स्थिति एवं भविष्य की चुनौतियां |संपादकीय विश्लेषण लीथ के मृदु कवच वाले कछुए| पनामा में वन्यजीव शिखर सम्मेलन में अपनाया गया भारत का प्रस्ताव हिंद प्रशांत क्षेत्रीय संवाद 2022 (इंडो-पैसिफिक रीजनल डायलॉग/IPRD-2022) द हिंदू संपादकीय विश्लेषण- स्पेस, नॉट टाइम

Sharing is caring!