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यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 13 मार्च 2023 की दैनिक समसामयिकी: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 13 मार्च 2023 के दैनिक समसामयिकी में, हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं।
18वां भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त मंत्रिस्तरीय आयोग (जेएमसी)
18वां भारत-ऑस्ट्रेलिया जेएमसी चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, श्री पीयूष गोयल तथा ऑस्ट्रेलिया के व्यापार एवं पर्यटन मंत्री, सीनेटर माननीय डॉन फैरेल ने मुलाकात की एवं 18वें भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त मंत्रिस्तरीय आयोग (जॉइंट मिनिस्ट्रियल कमीशन/जेएमसी) का संयुक्त वक्तव्य जारी किया।
भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक कोऑपरेशन एग्रीमेंट/सीईसीए)
18वें भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त मंत्रिस्तरीय आयोग (जेएमसी) के दौरान, दोनों मंत्रियों ने आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते (इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड ट्रेड एग्रीमेंट/ईसीटीए) के कार्यान्वयन, भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) हेतु वार्ता तथा द्वि-पक्षीय निवेश को और विकसित करने पर चर्चा की।
- दोनों नेताओं ने G20, इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (IPEF) एवं विश्व व्यापार संगठन (वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन/WTO) में जुड़ाव पर भी चर्चा की है।
- दोनों नेतृत्व इस बात पर सहमत हुए कि भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (सीईसीए) वार्ता तेजी से संपन्न होनी चाहिए।
- यह व्यापार, निवेश एवं सहयोग के नए क्षेत्रों सहित आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते (ईसीटीए) द्वारा रखी गई नींव पर निर्मित होगा।
- भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक सहयोग समझो (CECA) रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा, जीवन निर्वाह स्तर में वृद्धि करेगा तथा दोनों देशों में आम कल्याण में सुधार करेगा।
भारत-ऑस्ट्रेलिया ऊर्जा सहयोग
18वें भारत-ऑस्ट्रेलिया संयुक्त मंत्रिस्तरीय आयोग (जेएमसी) में, मंत्रियों ने निर्बाध तथा समयबद्ध स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के महत्व पर प्रकाश डाला। इससे दोनों देशों को अपने संबंधित निवल शून्य लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करने में सहायता मिलेगी।
- उन्होंने ऑस्ट्रेलिया एवं भारत की अर्थव्यवस्थाओं की पूरक प्रकृति पर प्रकाश डाला।
- उन्होंने कहा कि दोनों देश निवल शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए आर्थिक, प्रौद्योगिकी एवं व्यापार तथा निवेश सहयोग को और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रधानमंत्री संग्रहालय
प्रधानमंत्री संग्रहालय चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, शंघाई सहयोग संगठन (शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन/एससीओ) के सदस्यों के सर्वोच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों/अध्यक्षों ने भारत में प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया। आने वाले प्रतिनिधियों के लिए प्रधानमंत्री संग्रहालय के व्यापक निर्देशित दौरे की सुविधा प्रदान की गई। न्यायिक प्रतिनिधियों का दौरा करने वाले एससीओ देशों ने भी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र की अनूठी यात्रा की सराहना की।
प्रधानमंत्री संग्रहालय क्या है?
प्रधानमंत्री संग्रहालय स्वतंत्रता के पश्चात से भारत के प्रत्येक प्रधान मंत्री को अर्पित श्रद्धांजलि है। प्रधानमंत्री संग्रहालय (प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम) विगत 75 वर्षों में हमारे राष्ट्र के विकास में कैसे योगदान दिया है, इसका एक वर्णनात्मक अभिलेख है। प्रधानमंत्री संग्रहालय (प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम) में भारत तथा विदेशों से बड़ी संख्या में आगंतुक आते हैं। प्रधानमंत्री संग्रहालय (प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम) के उद्घाटन के बाद से बड़ी संख्या में भारतीय एवं विदेशी गणमान्य व्यक्तियों ने भी इसका दौरा किया है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय का विवरण
प्रधानमंत्रियों के लिए नए संग्रहालय (प्रधानमंत्री संग्रहालय) की आधारशिला अक्टूबर 2018 में परिसर में रखी गई थी। महामारी के कारण विलंब के पश्चात, परियोजना ने अप्रैल 2022 में अपने दरवाजे खोल दिए।
- प्रधानमंत्री संग्रहालय के बारे में:प्रधानमंत्री संग्रहालय (प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम) देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों को समर्पित है। प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन आजादी के अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में किया गया था – स्वतंत्रता के 75 वर्षों को चिह्नित करने के लिए 75 सप्ताह का उत्सव प्रारंभ किया गया।
- स्थान: प्रधानमंत्री संग्रहालय प्रतिष्ठित तीन मूर्ति परिसर, नई दिल्ली में अवस्थित है।
- महत्व: प्रधानमंत्री संग्रहालय उन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जो यह देख पाएंगे कि प्रत्येक प्रधानमंत्री ने किन कठिनाइयों का सामना किया एवं कैसे उन्होंने नए भारत की नींव रखने के लिए उन कठिनाइयों पर नियंत्रण पाया।
- प्रधानमंत्री संग्रहालय प्रत्येक सरकार की साझा विरासत को भी दर्शाएगा।
योग महोत्सव 2023
योग महोत्सव 2023 चर्चा में क्यों है?
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 13 से 14 मार्च 2023 तक मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (MDNIY) के साथ आयुष मंत्रालय द्वारा योग महोत्सव 2023 का आयोजन किया जा रहा है।
योग महोत्सव 2023
योग महोत्सव 2023 का उद्घाटन 13 मार्च 2023 को केंद्रीय आयुष एवं बंदरगाह, नौवहन तथा जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा किया जाएगा।
- योग महोत्सव 2023 आयुष मंत्रालय का एक कार्यक्रम है जो अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के 9वें संस्करण के लिए 100 दिनों की उलटी गिनती का उत्सव मनाता है।
- योग महोत्सव 2023 श्रद्धेय योग गुरुओं, प्रख्यात योग गुरुओं, आयुष के विशेषज्ञों, प्रतिनिधियों एवं योग के प्रति उत्साही सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शुभ उपस्थिति एवं प्रवचनों का साक्षी बनेगा।
योग महोत्सव 2023 का महत्व
योग के विभिन्न आयामों एवं उसकी उपयोगिता के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए योग महोत्सव-2023 का आयोजन किया जा रहा है। योग महोत्सव का उद्देश्य संपूर्ण विश्व में स्वास्थ्य तथा कल्याण एवं शांति को प्रोत्साहित करने हेतु एक जन आंदोलन को बढ़ावा देना है।
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के 9वें संस्करण की उलटी गिनती मनाने के लिए दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (नेशनल कैपिटल रीजन/एनसीआर) में 100 स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन/सत्र होंगे।
- योग महोत्सव-2023 संपूर्ण देश में 100 दिनों, 100 शहरों एवं 100 संगठनों के कार्यक्रमों का शुभारंभ करेगा।
दैनिक समसामयिकी के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
- योग महोत्सव-2023 का आयोजन कौन कर रहा है?
उत्तर. आयुष मंत्रालय द्वारा मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) के साथ मिलकर योग महोत्सव-2023 का आयोजन किया जा रहा है।
- योग महोत्सव 2023 क्या है?
उत्तर. योग महोत्सव 2023 आयुष मंत्रालय का एक कार्यक्रम है जो अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 के 9वें संस्करण के लिए 100 दिनों की उलटी गिनती का उत्सव मनाता है।
- प्रधानमंत्री संग्रहालय क्या है?
उत्तर. प्रधानमंत्री संग्रहालय स्वतंत्रता के पश्चात से भारत के प्रत्येक प्रधान मंत्री को अर्पित श्रद्धांजलि है। प्रधानमंत्री संग्रहालय (प्राइम मिनिस्टर म्यूजियम) विगत 75 वर्षों में हमारे राष्ट्र के विकास में कैसे योगदान दिया है, इसका एक वर्णनात्मक अभिलेख है।