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यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी 27 जनवरी 2023: हम आपके लिए ‘यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए दैनिक समसामयिकी’ लेकर आए हैं, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को सिविल सेवाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दैनिक समसामयिकी के साथ अपडेट करने के सिद्धांत पर आधारित है। गुणवत्ता से समझौता किए बिना यूपीएससी उम्मीदवारों के कीमती समय को बचाने के लिए ये दैनिक समसामयिकी हमारी टीम द्वारा बिट फॉर्म / संक्षिप्त रूप में तैयार किए गए हैं। यूपीएससी आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए आज, 27 जनवरी 2023 के दैनिक समसामयिकी में, हम नीचे दिए गए टॉपिक्स को कवर कर रहे हैं:
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (नेशनल वॉर मेमोरियल) चर्चा में क्यों है?
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस 2023 पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक भारतीय सशस्त्र बल के कार्मिकों के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के बारे में
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक उन सैनिकों का स्मरण करता है जिन्होंने भारतीय सेना के विद्रोह विरोधी अभियानों एवं शांति मिशनों के दौरान अपने प्राणों का बलिदान (सर्वोच्च बलिदान) दिया। वर्षों से, हजारों भारतीय सशस्त्र बलों ने देश की संप्रभुता एवं अखंडता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने तथा उनके बलिदान को याद करने का एक तरीका है।
केंद्रीय बजट 2023-24 का हलवा समारोह
केंद्रीय बजट का हलवा समारोह चर्चा में क्यों है?
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण एवं केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी तथा डॉ. भागवत किसनराव कराड की उपस्थिति में हलवा समारोह हाल ही में नॉर्थ ब्लॉक में संपन्न हुआ था।
केंद्रीय बजट का हलवा समारोह केंद्रीय बजट 2023-24 के लिए बजट तैयार करने की प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
हलवा रस्म के बारे में
हलवा रस्म बजट तैयार करने की “लॉक-इन” प्रक्रिया प्रारंभ होने से पूर्व प्रत्येक वर्ष किया जाने वाला एक पारंपरिक समारोह है। समारोह के एक भाग के रूप में, वित्त मंत्री ने बजट प्रेस का दौरा भी किया एवं संबंधित अधिकारियों को अपनी शुभकामनाएं देने के अतिरिक्त तैयारियों की समीक्षा की।
केंद्रीय बजट 2023-24
केंद्रीय बजट 2023-24 भी विगत दो केंद्रीय बजटों की भांति कागज रहित रूप में दिया जाएगा। केंद्रीय बजट 2023-24 1 फरवरी, 2023 को पेश किया जाना है।
संविधान द्वारा निर्धारित वार्षिक वित्तीय विवरण (आमतौर पर बजट के रूप में जाना जाता है), अनुदान की मांग (डीजी), वित्त विधेयक इत्यादि सहित 14 केंद्रीय बजट दस्तावेज होंगे।
केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप
ये दस्तावेज़ “केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप” पर संसद सदस्यों (सांसदों) एवं आम जनता द्वारा डिजिटल सुविधा के सरलतम रूप का उपयोग करके बजट दस्तावेजों की परेशानी मुक्त पहुंच के लिए उपलब्ध होंगे।
केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप द्विभाषी (अंग्रेजी एवं हिंदी) है तथा यह एंड्रॉइड एवं आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप को केंद्रीय बजट वेब पोर्टल (www.indiabudget.gov.in) से भी डाउनलोड किया जा सकता है।
1 फरवरी, 2023 को संसद में वित्त मंत्री द्वारा बजट भाषण पूरा होने के बाद केंद्रीय बजट 2023-24 के दस्तावेज मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होंगे।
मोटे अनाजों पर दक्षिण-दक्षिण सहभागिता एवं सहयोग
मोटे अनाजों (बाजरा) पर दक्षिण-दक्षिण सहयोग
हाल ही में, बाजरा पर दक्षिण-दक्षिण सहभागिता एवं सहयोग को अगले उच्च स्तर पर ले जाने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में एक उच्च-स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल अबुजा, नाइजीरिया पहुंचा है। यह बाजरा-विशिष्ट यात्रा भारत द्वारा बाजरा के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष (इंटरनेशनल ईयर आफ मिलेट्स/IYM) 2023 को इस वर्ष के प्रथम दिन होती है।
केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों एवं भारतीय दूतावासों द्वारा की जा रही केंद्रित गतिविधियों के साथ।
बाजरा उत्पादन में नाइजीरिया का महत्व
नाइजीरिया अफ्रीकी महाद्वीप के 54 देशों में दूसरा सर्वाधिक समृद्धि एवं सर्वाधिक आबादी वाला देश है। नाइजीरिया “खाद्य सुरक्षा के अभाव” को दूर करने के लिए मिस्र, दक्षिण अफ्रीका, अल्जीरिया, मोरक्को, इथियोपिया, केन्या, अंगोला, घाना एवं सूडान जैसे अन्य भारतीय महत्वपूर्ण भागीदारों के साथ मोटे अनाज पर दक्षिण-दक्षिण सहयोग का एक मॉडल बन सकता है। अफ्रीकी महाद्वीप के समक्ष सुरक्षा सर्वाधिक विकट चुनौतियों में से एक है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 के बारे में
भारत सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 प्रस्तावित किया गया था, जिसे संपूर्ण विश्व में मनाया जाना है। खाद्य एवं कृषि संगठन (फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन/एफएओ) ने 2018 में भारत के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की थी एवं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया है।
2023 के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव द्वारा अपनाया गया था, जिसके लिए भारत ने नेतृत्व किया था एवं 70 से अधिक देशों द्वारा समर्थित किया गया।
- उद्देश्य: बाजरा के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष 2023 का उद्देश्य खाद्य टोकरी के प्रमुख घटक के रूप में बाजरा को प्रोत्साहित करना है। बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष निम्नलिखित हेतु एक विशिष्ट अवसर प्रदान करता है-
- वैश्विक उत्पादन बढ़ाने हेतु,
- कुशल प्रसंस्करण एवं उपभोग सुनिश्चित करना,
- फसल चक्र के बेहतर उपयोग को प्रोत्साहित करना, तथा
- संपूर्ण खाद्य प्रणालियों में बेहतर संपर्क को प्रोत्साहित करना
- महत्व: अंतर्राष्ट्रीय वर्ष करेगा-
- खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के लिए बाजरा के योगदान के बारे में जागरूकता में वृद्धि
- बाजरा के सतत उत्पादन एवं गुणवत्ता में सुधार के लिए हितधारकों को प्रेरित करना; तथा
- अन्य दो लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अनुसंधान एवं विकास तथा विस्तार सेवाओं में निवेश में वृद्धि करने पर ध्यान केंद्रित करना।
प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की स्थापना कब की गई थी?
उत्तर. हमारे वीर सैनिकों को सम्मानित करने के लिए जनवरी 2019 में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (राष्ट्रीय समर स्मारक) की स्थापना की गई थी।
प्र. केंद्रीय बजट 2023-24 की हलवा रस्म क्या है?
उत्तर. हलवा रस्म बजट तैयार करने की “लॉक-इन” प्रक्रिया के प्रारंभ होने से पूर्व प्रत्येक वर्ष किया जाने वाला एक पारंपरिक समारोह है।