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दारा शिकोह- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- सामान्य अध्ययन I- मध्यकालीन इतिहास।
दारा शिकोह: संदर्भ
- उपराष्ट्रपति ने मुगल राजकुमार दारा शिकोह के “मजमा उल-बहरीन” का अरबी संस्करण जारी किया है।
दारा शिकोह कौन था?
- दारा शिकोह, जो मुगल बादशाह शाहजहाँ का पुत्र एवं अपेक्षित उत्तराधिकारी था, उत्तराधिकार के युद्ध में पराजित होने के पश्चात 1659 में उसके भाई औरंगजेब के आदेश पर मारा गया था।
- वह मुगल सम्राट शाहजहाँ का सबसे बड़ा पुत्र एवं उत्तराधिकारी था।
- दारा को पद शहज़ादा-ए-बुज़ुर्ग मार्तबा (उच्च श्रेणी का राजकुमार) की उपाधि से सम्मानित किया गया था एवं उसके पिता तथा उसकी बड़ी बहन, राजकुमारी जहाँआरा बेगम द्वारा उत्तराधिकारी के रूप में उसका समर्थन किया गया था।
- 1657 में शाहजहां की बीमारी के बाद हुए उत्तराधिकार के युद्ध में दारा को उसके छोटे भाई राजकुमार मुहीउद्दीन (औरंगजेब) ने पराजित किया था।
- उसे 1659 में औरंगजेब के आदेश पर शाही सिंहासन के लिए एक द्वेषपूर्ण संघर्ष में मार डाला गया था।
दारा शिकोह की विरासत
- दारा शिकोह रूढ़िवादी औरंगजेब के विरोध में एक उदार- मस्तिष्क वाला एक अपरंपरागत मुसलमान था।
- उसने मजमा उल-बहरीन (दो समुद्रों का संगम) कृति की रचना की, जो इस्लाम में सूफी दर्शन एवं हिंदू धर्म में वेदांत दर्शन के सामंजस्य के लिए तर्क प्रस्तुत कर्ता है।
- यह दारा शिकोह ही था जो उपनिषदों को पश्चिमी देशों में उपलब्ध कराने के लिए उत्तरदायी था क्योंकि उसने इनका अनुवाद किया था।
- उसने योग वशिष्ठ का अनुवाद भी किया था।
- कला का एक महान संरक्षक, उसका झुकाव सैन्य गतिविधियों के स्थान पर दर्शन एवं रहस्यवाद की ओर भी अधिक था।
- उसने उपनिषदों एवं अन्य महत्वपूर्ण कृतियों का संस्कृत से फारसी में अनुवाद किया। वह आश्वस्त था कि उपनिषद वही हैं जिन्हें कुरान ‘अल-किताब अल-मकनून’ (गुप्त पुस्तक/द हिडन बुक) कहता है।