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विकलांग बच्चों हेतु दीक्षा- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां– केंद्र एवं राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं एवं इन योजनाओं का प्रदर्शन।
विकलांग बच्चों हेतु दीक्षा- संदर्भ
- दीक्षा वर्ल्ड वाइड वेब कंसोर्टियम (डब्लू3सी) वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस (डब्लूसीएजी) 0 लेवल एए का अनुपालन करती है।
- यह दृष्टिबाधित व्यक्तियों को स्क्रीन रीडर जैसी सहायक तकनीकों का उपयोग करके वेबसाइट तक पहुंचने में सक्षम बनाता है।
विकलांग बच्चों हेतु दीक्षा- सरकार द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदम
- डिजिटली एक्सेसिबल इंफॉर्मेशन सिस्टम (डेज़ी) एवं एनआईओएस वेबसाइट/यूट्यूब पर सांकेतिक भाषा में विकसित नेत्रहीनों एवं श्रवण बाधितों के लिए विशेष ई-सामग्री।
- सभी 767 पाठ्यपुस्तकों पर आधारित आईएसएल वीडियो रिकॉर्ड किए गए हैं। इनमें से आईएसएल वीडियो पर आधारित 510 पाठ्यपुस्तकें दीक्षा पर अपलोड की गई हैं।
- दीक्षा पर 10,000 शब्दों का आईएसएल डिक्शनरी भी अपलोड की गई है।
- दीक्षा पर 3,142 ऑडियो बुक अध्याय भी अपलोड किए गए हैं।
दीक्षा (ज्ञान साझा करने हेतु डिजिटल संरचना) – प्रमुख बिंदु
- दीक्षा के बारे में: दीक्षा राष्ट्रीय शिक्षक मंच के रूप में कार्य करती है, जिसका उपयोग देशभर के शिक्षकों एवं छात्रों द्वारा दूरस्थ माध्यम से विद्यालयी शिक्षा प्रदान करने के लिए किया जाता है।
- दीक्षा का पूर्ण रूप: DIKSHA का तात्पर्य डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग है।
- मुख्य उद्देश्य: दीक्षा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में विद्यालयी शिक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण ई-सामग्री एवं सभी ग्रेडों (एक राष्ट्र, एक डिजिटल प्लेटफॉर्म) के लिए क्यूआर कूटबद्ध सक्रिय पाठ्य पुस्तकें प्रदान करने हेतु एक मंच है।
- कार्यान्वयन मंत्रालय: दीक्षा प्लेटफॉर्म को राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) तथा मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा आरंभ एवं क्रियान्वित क्रियान्वित किया जा रहा है।
- अभिगम्यता: दीक्षा पोर्टल का शिक्षक एवं छात्र समान रूप से अभिगम कर सकते हैं। दीक्षा पोर्टल अठारह से अधिक भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे छात्रों को शैक्षिक सामग्री की सुलभ पहुँच सुनिश्चित होती है।
दीक्षा पोर्टल: प्रमुख विशेषताएं
- क्यूआर कोड-आधारित अभिगम: एनसीईआरटी की पुस्तकें क्यूआर कोड में उपलब्ध हैं जिन्हें स्कैन करके डाउनलोड किया जा सकता है। क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद दीक्षा पोर्टल सीखने के लिए सुझाव एवं विषय भी उपलब्ध कराएगा।
- अवस्थिति-आधारित ज्ञान: दीक्षा पोर्टल आपके द्वारा दीक्षा पोर्टल पर अपनी अवस्थिति प्रदान करने के पश्चात आपके क्षेत्र में संचालित पाठ्यक्रमों को भी प्रदर्शित करता है।
- कक्षा-आधारित अध्ययन सामग्री: दीक्षा पोर्टल एक छात्र को कक्षा-आधारित सामग्री प्रदान करता है। एक छात्र को आवश्यक अध्ययन सामग्री पर क्लिक करना होगा एवं सबमिट बटन दर्ज करना होगा।