विदेशी अंशदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम, 2020

विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: विकास प्रक्रियाएं एवं विकास उद्योग– गैर सरकारी संगठनों, एसएचजी, विभिन्न समूहों बम संघों, दाताओं, न्यासों, संस्थागत एवं अन्य हितधारकों की भूमिका

विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम- संदर्भ

  • हाल ही में, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने गैर सरकारी संगठनों के लिए अपने विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) पंजीकरण प्रमाणपत्रों के नवीनीकरण के लिए आवेदन करने की समय सीमा में वृद्धि कर दी है।
  • लगभग 80% गैर सरकारी संगठनों के प्रमाण पत्र 31 अक्टूबर को समाप्त होने की संभावना है एवं मानदंडों के अनुसार उन्हें पंजीकरण की समाप्ति से कम से कम छह माह पूर्व आवेदन करना होगा।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी हेतु निशुल्क वीडियो प्राप्त कीजिए एवं आईएएस/ आईपीएस/ आईआरएस बनने के अपने सपने को साकार कीजिए

 

विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम- प्रमुख बिंदु

  • अनिवार्य प्रावधान: विदेशी धन प्राप्त करने के लिए संघों एवं गैर सरकारी संगठनों के लिए एफसीआरए पंजीकरण अनिवार्य है। इन अनिवार्य प्रावधानों को 2020 में एफसीआर अधिनियम 2010 में संशोधन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया था।
    • गैर सरकारी संगठनों को विदेशी अंशदान प्राप्त करने के लिए अनिवार्य रूप से दिल्ली में एसबीआई में खाता खोलना होगा।
    • एफसीआरए पंजीकरण प्रत्येक पांच वर्ष में नवीनीकृत किया जाता है।
    • भारत में 22,762 एफसीआरए पंजीकृत एनजीओ हैं।
  • लाभ: पंजीकृत गैर सरकारी संगठन पांच उद्देश्यों- सामाजिक, शैक्षिक, धार्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक के लिए विदेशी योगदान प्राप्त कर सकते हैं।

भारत का प्रथम यूरो ग्रीन बॉन्ड

विदेशी अंशदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम 2020- प्रमुख विशेषताएं

  • लोक सेवक: लोक सेवकों को विदेशी योगदान प्राप्त करने से निवारित करता है।
  • आधार के प्रयोग द्वारा अनिवार्य पंजीकरण: आधार संख्या का उपयोग सभी पदाधिकारियों, निदेशकों या प्रमुख पदाधिकारियों या विदेशी योगदान प्राप्त करने वाले व्यक्ति के लिए एक पहचान दस्तावेज के रूप में अनिवार्य रूप से किया जाना है।
  • विदेशी अंशदान की हस्तांतरणीयता: यह विदेशी अंशदान को स्वीकार करने हेतु पंजीकृत व्यक्ति से किसी अन्य व्यक्ति के विदेशी अंशदान के हस्तांतरण पर रोक लगाता है।
  • विदेशी अंशदान का उपयोग: अधिनियम में प्रावधान है कि प्राप्त कुल विदेशी धन का मात्र 20% तक प्रशासनिक   व्ययों के लिए उपयोग किया जा सकता है।
    • एफसीआरए 2010 में यह सीमा 50% थी।
  • एफसीआरए बैंक खाता: विदेशी अंशदान प्राप्त करने वालों को विदेशी अंशदान प्राप्त करने के लिए अनिवार्य रूप से दिल्ली में एसबीआई में एक समर्पित एफसीआरए बैंक खाता खोलना होगा।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना

manish

Recent Posts

MPSC Syllabus 2024 for Prelims and Mains Exam

Maharashtra Public Service Commission released the MPSC Syllabus for the 2024 examination which covers different…

50 mins ago

Ganga River System, Origin, Map and Tributaries

The Ganga is the longest river in India. The Ganga plays a very important role…

2 hours ago

MPSC Salary Structure and Job Profile 2024: Allowances, Perks, and Benefits

One of the main reasons why a large number of candidates participate in the PSC…

18 hours ago

MPSC Exam Date 2024 Out for 274 Posts, Check Prelims Exam Date

The Maharashtra Public Service Commission (MPSC) has already announced the MPSC Rajyaseva Exam Date for…

18 hours ago

UPSC Calendar 2025 Out, Check Exam Schedule for Prelims and Mains

UPSC Calendar 2025 Out: The UPSC Calendar 2025 has been released by the Union Public…

19 hours ago

UPPSC Previous Year Question Papers PDF Download With Solutions

Candidates preparing for the UPPSC Exam are advised to enhance their study strategy by utilizing…

20 hours ago