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जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक जी-20 की भारत की वर्ष 2023 के लिए अध्यक्षता का एक महत्वपूर्ण पहलू है। जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक भारत को अपने स्थायी पारंपरिक चिकित्सा पर्यटन को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करता है।
जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध) के लिए भी महत्वपूर्ण है।
जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने जी-20 की भारत की अध्यक्षता के तहत स्वास्थ्य कार्य समूह की प्रथम बैठक के दौरान चिकित्सा मूल्य यात्रा पर सत्र का उद्घाटन किया।
- जी-20 की भारत की अध्यक्षता के हेल्थ ट्रैक में चार स्वास्थ्य कार्य समूह (हेल्थ वर्किंग ग्रुप/HWG) बैठकर तथा स्वास्थ्य मंत्रियों की एक बैठक (हेल्थ मिनिस्ट्रियल मीटिंग/HMM) शामिल होंगी।
जी-20 स्वास्थ्य कार्य समूह (HWG) की बैठक
- भारतीय मंत्री ने कहा कि “आरोग्यम परम भाग्यम, स्वास्थ्य सर्वार्थ साधनम्” का दर्शन, जिसका अनुवाद “अच्छा स्वास्थ्य सबसे बड़ा भाग्य है” एवं “स्वास्थ्य विश्व में प्रसन्नता का एकमात्र मार्ग है” है।
- जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता के तहत, भारत की योजना सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा तक समान पहुंच के लिए प्रयास करने एवं एक ऐसा ढांचा बनाने में सहायता करने की है जो संपूर्ण विश्व में स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता में असमानताओं को कम कर सके।
- भारत मूल्य-आधारित स्वास्थ्य सेवा के कार्यान्वयन की गति में वृद्धि करने तथा संपूर्ण विश्व में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रयासों में गति लाने की कल्पना करता है।
जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक
- जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक के बारे में: जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक के तहत, भारत का लक्ष्य स्वास्थ्य सहयोग में संलग्न विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर चर्चा में अभिसरण प्राप्त करना एवं एकीकृत कार्रवाई की दिशा में कार्य करना है।
- जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक के अंतर्गत प्राथमिकताएं: इसके लिए, भारत ने जी-20 हेल्थ ट्रैक के लिए निम्नलिखित तीन प्राथमिकताओं की पहचान की है:
- प्राथमिकता I: स्वास्थ्य आपात स्थिति की रोकथाम, तत्परता तथा प्रतिक्रिया (वन हेल्थ अथवा एकल स्वास्थ्य एवं एएमआर पर ध्यान देने के साथ)
- प्राथमिकता II: सुरक्षित, प्रभावी, गुणवत्ता एवं किफायती चिकित्सा प्रति उपाय (टीके, चिकित्सीय एवं निदान) तक पहुंच तथा उपलब्धता पर ध्यान देने के साथ औषधि क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना
- प्राथमिकता III: सार्वभौमिक स्वास्थ्य आच्छादन (यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज) एवं स्वास्थ्य सेवा वितरण (हेल्थकेयर सर्विस डिलीवरी) में सुधार के लिए डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार एवं समाधान (डिजिटल हेल्थ इनोवेशन एंड सॉल्यूशंस)।
- चर्चाएँ: उपरोक्त प्राथमिकताओं से संबंधित विषयगत चर्चाएँ स्वास्थ्य कार्य समूह (हेल्थ वर्किंग ग्रुप/HWG) की बैठकों में आयोजित की जाएंगी।
- बैठक में जी 20 सदस्य देशों, विशेष आमंत्रित देशों एवं प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
पारंपरिक चिकित्सा मूल्य यात्रा का महत्व
- सदियों से, पारंपरिक भारतीय चिकित्सा ने संपूर्ण विश्व के समुदायों में स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है एवं यह लोगों के लिए प्रथम पड़ाव तथा महत्वपूर्ण संसाधन बना हुआ है।
- पारंपरिक चिकित्सा दर्द प्रबंधन के लिए प्रभावी उपकरण के रूप में दुनिया भर में मान्यता प्राप्त कर रही है एवं एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रति भी बहुत कुछ वादा करती है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन/WHO) के 194 में से 170 से अधिक सदस्य देशों ने भी पारंपरिक चिकित्सा के उपयोग की सूचना दी है।
जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक के तहत भारत के लिए अवसर
- भारत स्वास्थ्य उपचार के साथ-साथ सर्वोत्तम आधुनिक एवं पारंपरिक दवाओं को संयोजित करने में सक्षम रहा है।
- इसके अतिरिक्त, भारत की स्वास्थ्य प्रणाली गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान करती है, जिसकी व्यापक उपलब्धता है एवं यह विश्व में सर्वाधिक किफायती उपचार में से एक है।
- अधिकांश देशों में चिकित्सा महत्त्व यात्रा निजी क्षेत्र द्वारा संचालित होती है।
- जबकि यह भौगोलिक सीमाओं से परे जरूरतमंद रोगियों को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रावधान की सुविधा प्रदान करता है, चिकित्सा मूल्य यात्रा को प्रोत्साहित करने हेतु अनिवार्य नीति को गति प्राप्त करने की आवश्यकता है।
- जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता के साथ, भारत के पास देशों के मध्य बहुपक्षीय सहयोग निर्मित करने का अवसर है, ज्ञान साझाकरण से सुविधा प्राप्त है, जिससे संपूर्ण विश्व के नागरिकों को सुलभ, किफायती तथा गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाली प्रभावी नीतियां तैयार होती हैं।
- जी 20 देश प्रभावी सहयोग के माध्यम से चिकित्सा मूल्य यात्रा के भविष्य के लिए एक अद्वितीय खाका तैयार करेंगे।
जी-20 की भारत की अध्यक्षता
- जी-20 अध्यक्षता: भारत ने पहली बार, 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक 20 (जी-20) वर्ष भर चलने वाली अध्यक्षता ग्रहण की।
- भारत की जी-20 अध्यक्षता 2023 में भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन (जी-20 2023 शिखर सम्मेलन) के साथ समाप्त होगी।
- जी-20 अध्यक्षता 2023: भारत को वर्ष 2023 के लिए जी-20 की अध्यक्षता इंडोनेशिया से उत्तराधिकार में प्राप्त है जो कि जी-20 का विगत अध्यक्ष था।
- महत्व: जी-20 की अध्यक्षता भारत को अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का एक विशिष्ट अवसर प्रदान करती है।
- अपनी जी-20 अध्यक्षता के दौरान, भारत संपूर्ण देश में विभिन्न स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा।
- जी-20 की थीम: भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम “वसुधैव कुटुम्ब-कम” अथवा “वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर” है।
- जी-20 का लोगो: जी-20 लोगो में कमल का प्रतीक इस समय में आशा का प्रतिनिधित्व करता है। परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हो, कमल फिर भी खिलता है।
- साझा समृद्धि जो अंतिम व्यक्ति तक पहुंचती है। यही कारण है कि जी-20 के लोगो में पृथ्वी को कमल पर स्थापित किया गया है।
जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक क्या है?
उत्तर. जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जहां संबंधित हितधारकों के मध्य सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के बारे में विचार-विमर्श होगा।
प्र. जी-20 इंडिया हेल्थ ट्रैक में क्या शामिल है?
उत्तर. जी-20 की भारत की अध्यक्षता के हेल्थ ट्रैक में चार स्वास्थ्य कार्य समूह (हेल्थ वर्किंग ग्रुप/HWG) की बैठकें तथा स्वास्थ्य मंत्रियों की एक बैठक (हेल्थ मिनिस्ट्रियल मीटिंग/HMM) शामिल होंगी।
प्र. भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत जी-20 थीम क्या है?
उत्तर. भारत की जी-20 की अध्यक्षता की थीम “वसुधैव कुटुम्ब-कम” या “वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर” है।