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गंगा सागर मेला- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 1: भारतीय इतिहास- भारतीय संस्कृति प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य एवं वास्तुकला के मुख्य पहलुओं को समाहित करेगी।
गंगा सागर मेला- प्रसंग
- हाल ही में, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गंगा सागर मेले को रोक अथवा उस पर प्रतिबंध आरोपित नहीं कर सकती है।
- मकर संक्रांति के अवसर पर दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप पर लाखों तीर्थयात्री गंगा नदी के समुद्र से मिलन बिंदु पर डुबकी लगाने हेतु एकत्रित होते हैं।
गंगा सागर मेला- प्रमुख बिंदु
- गंगा सागर मेला के बारे में: गंगा सागर मेला भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में सागरद्वीप (सागर द्वीप) पर मनाया जाने वाला एक धार्मिक त्योहार है।
- गंगा सागर मेला भारत के कुंभ मेले के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा मेला है।
- त्योहार का समय: गंगा सागर मेला जनवरी के महीने में एवं मकर संक्रांति के दिन आयोजित होने वाला छह दिवसीय मेला है।
- गंगा सागर मेला अनुष्ठान: यह तीर्थयात्रियों के पवित्र जल में स्नान करने एवं समीप के प्रसिद्ध कपिल मुनि मंदिर में दर्शन करने का एक धार्मिक अनुष्ठान है।
गंगा सागर: प्रमुख बिंदु
- गंगा सागर के बारे में: गंगा सागर दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप का सर्वाधिक बृहद गांव है। गंगा सागर गांव सुंदरबन, पश्चिम बंगाल के प्रशासन के अधीन है।
- अवस्थिति: गंगा सागर बंगाल तट से कुछ दूर उस बिंदु पर अवस्थित है जहां गंगा नदी बंगाल की खाड़ी से मिलती है।
- महत्व: गंगा सागर मेला गंगा सागर में प्रत्येक वर्ष जनवरी के महीने में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित किया जाता है।
- प्रत्येक वर्ष, गंगा सागर द्वीप समूह में देश के सभी हिस्सों से लाखों भक्तों का जमावड़ा होता है जो पवित्र जल में डुबकी लगाने आते हैं जहां गंगा समुद्र से मिलती है।