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वैश्विक मीथेन संकल्प- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध– भारत के हितों पर विकसित एवं विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव।
- जीएस पेपर 3: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं अवक्रमण।
वैश्विक मीथेन संकल्प- संदर्भ
- हाल ही में मेजर इकोनॉमीज फोरम ऑन एनर्जी एंड क्लाइमेट (एमईएफ) में अमेरिकी राष्ट्रपति ने वैश्विक मीथेन संकल्प की घोषणा की।
- एमईएफ की मेजबानी आभासी रूप से अमेरिकी व्हाइट हाउस द्वारा की गई थी एवं इसमें भारत के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित अनेक देशों ने भाग लिया था।
वैश्विक मीथेन संकल्प- प्रमुख बिंदु
- वैश्विक मीथेन संकल्प के बारे में: वैश्विक मीथेन संकल्प 2020 के स्तर के आधार पर 2030 तक मीथेन उत्सर्जन में एक तिहाई कटौती करने हेतु अमेरिका- यूरोपीय यूनियन के नेतृत्व आधारित प्रयास है।
- नवंबर 2021 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में कॉप 26 जलवायु सम्मेलन में वैश्विक मीथेन संकल्प को औपचारिक रूप प्रदान किए जाने की संभावना है।
परिवहन एवं विपणन सहायता पुनरीक्षित
वैश्विक मीथेन संकल्प- अपेक्षित परिणाम
- वैश्विक तापन में कमी: वैश्विक मीथेन संकल्प से 2040 तक वैश्विक तापन में 2 डिग्री सेल्सियस की कमी आने की संभावना है, जबकि तब तक तापमान में वृद्धि होने की संभावना है।
- वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना: वैश्विक मीथेन संकल्प अन्य देशों को समान संकल्प लेने एवं अधिक सहयोगात्मक तथा पूरक रूप से विभिन्न वैश्विक तापन से संबंधित मुद्दों पर सहयोग करने हेतु प्रेरित करेगी।
- अन्य लाभ: वैश्विक मीथेन संकल्प भी सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं कृषि उत्पादन में सुधार जैसे एक बहुत ही मूल्यवान पार्श्व लाभ उत्पन्न करेगी।
मीथेन- प्रमुख बिंदु
- मीथेन के बारे में: मीथेन एक हाइड्रोकार्बन है एवं इसमें एक कार्बन परमाणु तथा चार हाइड्रोजन परमाणु (CH4) होते हैं। मीथेन दूसरी सर्वाधिक प्रचुर मात्रा में मानव जनित हरितगृह गैस (जीएचजी) है।
- मीथेन के स्रोत:
- प्राकृतिक स्रोत: उत्सर्जित होने वाली मीथेन का लगभग 40% प्राकृतिक स्रोतों से उत्पन्न होता है एवं
- मानव जनित स्रोत: मीथेन का लगभग 60% मानव-प्रेरित स्रोतों से उत्पन्न होता है, जिसमें पशुधन कृषि, चावल की खेती, बायोमास जलाना इत्यादि सम्मिलित हैं।
- मीथेन की वैश्विक तापन क्षमता: मीथेन एक हरितगृह गैस है एवं इसकी वैश्विक तापन क्षमता के संबंध में कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में 80-85 गुना अधिक शक्तिशाली है।