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‘समन्वय 2022′ अभ्यास: यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
‘समन्वय 2022′ अभ्यास: जलवायु परिवर्तन एवं वैश्विक तापमान के दिनों में, विभिन्न प्रकार की आपदाएँ यदा-कदा होने के स्थान पर एक सामान्य स्थिति बन गई हैं। इस संदर्भ में समन्वय 2022 अभ्यास किसी भी प्राकृतिक एवं मानव निर्मित आपदाओं की स्थिति में विभिन्न एजेंसियों की तत्परता सुनिश्चित करने के लिए एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण अभ्यास है।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- आपदा प्रबंधन) के लिए ‘समन्वय 2022’ अभ्यास महत्वपूर्ण है।
‘समन्वय 2022′ अभ्यास चर्चा में क्यों है?
- भारतीय वायु सेना 28 नवंबर 2022 से 30 नवंबर 2022 तक वायु सेना स्टेशन आगरा में वार्षिक संयुक्त मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (ह्यूमैनिटेरियन असिस्टेंट एंड डिजास्टर रिलीफ/एचएडीआर) ‘समन्वय 2022’ अभ्यास का आयोजन कर रही है।
- माननीय रक्षा मंत्री, श्री राजनाथ सिंह 29 नवंबर 2022 को अभ्यास के दौरान नियोजित क्षमता प्रदर्शन कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि होंगे।
‘समन्वय 2022′ अभ्यास के बारे में
- ‘समन्वय 2022′ अभ्यास के बारे में: एचएडीआर ‘समन्वय 2022’ अभ्यास का उद्देश्य भारत में संस्थागत आपदा प्रबंधन संरचनाओं एवं आकस्मिक उपायों की प्रभावकारिता का आकलन करना है।
- प्रमुख क्रियाकलाप: ‘समन्वय 2022’ अभ्यास में शामिल होंगे-
- आपदा प्रबंधन पर संगोष्ठी
- एक ‘बहु अभिकरण अभ्यास’ जिसमें विभिन्न एचएडीआर परिसंपत्तियों के स्थैतिक एवं उड़ान प्रदर्शन शामिल हैं तथा
- एक ‘टेबल टॉप एक्सरसाइज’।
- भागीदारी: देश के विभिन्न हितधारकों की भागीदारी के साथ, अभ्यास में आसियान देशों के प्रतिनिधियों द्वारा भी भागीदारी देखी जाएगी।
‘समन्वय 2022′ अभ्यास का महत्व
- समन्वय 2022 आपदा प्रबंधन में शामिल विभिन्न राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय हितधारकों द्वारा एचएडीआर के प्रति सहक्रियाशील दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करेगा, जिसमें निम्नलिखित सम्मिलित हैं-
- नागरिक प्रशासन,
- सशस्त्र सेनाएं,
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी/NDMA),
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट/एनआईडीएम),
- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ( नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स/एनडीआरएफ),
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन/DRDO),
- सीमा सड़क संगठन (बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन/बीआरओ),
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट/IMD),
- राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर/एनआरएससी) तथा
- भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओशियन इनफॉर्मेशन सर्विसेज/आईएनसीओआईएस)
- समन्वय 2022 बहु-एजेंसी जुड़ाव से प्रभावी संचार, अंतर-संचालनीयता, सहयोग एवं एचएडीआर के सफल संचालन के लिए उनके उपयोग हेतु संस्थागत ढांचे के विकास में योगदान की संभावना है।
- समन्वय अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाले आसियान सदस्य देशों के साथ क्षेत्र का ज्ञान, अनुभव एवं सर्वोत्तम पद्धतियों के आदान-प्रदान के लिए एक विशिष्ट मंच प्रदान करना है।
‘समन्वय 2022′ अभ्यास के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न. ‘समन्वय 2022′ अभ्यास कहाँ आयोजित किया जा रहा है?
उत्तर. ‘समन्वय 2022’ अभ्यास वायु सेना स्टेशन आगरा में आयोजित किया जा रहा है।
प्रश्न. ‘समन्वय 2022′ अभ्यास में कौन-कौन भाग लेंगे?
उत्तर. ‘समन्वय 2022’ अभ्यास में देश के विभिन्न हितधारकों एवं आसियान देशों के प्रतिनिधियों की भी भागीदारी होगी।
प्रश्न. ‘समन्वय 2022′ अभ्यास का आयोजन क्यों किया जा रहा है?
उत्तर. ‘समन्वय 2022’ अभ्यास का आयोजन संस्थागत आपदा प्रबंधन संरचनाओं एवं आकस्मिक उपायों की प्रभावकारिता का आकलन करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।