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हेलिना एवं VSHORADS क्या हैं?
हेलिना (हेलीकॉप्टर-आधारित नाग) तीसरी पीढ़ी की दागो एवं-भूल जाओ (फायर एंड फॉरगेट) वर्ग की टैंक-रोधी निर्देशित प्रक्षेपास्त्र (एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल/एटीजीएम) प्रणाली है।
VSHORADS, जिसका अर्थ अत्यंत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली है, एक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है जिसमें एक लघुकृत प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम/RCS) एवं एकीकृत वैमानिकी सहित अनेक नवीन प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।
प्रसंग
- 10 जनवरी, 2022 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल/DAC) ने 4,276 करोड़ रुपये की तीन पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एक्सेप्टेंस आफ नेसेसिटी/AoN) प्रदान की।
- रक्षा अधिग्रहण परिषद (डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल/DAC) द्वारा दिए गए आवश्यकता की स्वीकृति (एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी/AoN) में भारतीय नौसेना के हेलिना टैंक-रोधी निर्देशित प्रक्षेपास्त्र, वीएसएचओआरएडी (आईआर होमिंग) मिसाइल सिस्टम, ब्रह्मोस लॉन्चर एवं फायर कंट्रोल सिस्टम (एफसीएस) की खरीद शिवालिक श्रेणी के जलपोतों तथा अगली पीढ़ी के मिसाइल यान (नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल वेसल/एनजीएमवी) शामिल है।
- सभी तीन रक्षा पूंजी अधिग्रहण प्रस्ताव खरीद (भारतीय-आईडीडीएम) श्रेणी के अंतर्गत हैं।
हेलिना क्या है?
- हेलिना (हेलीकॉप्टर आधारित नाग) तीसरी पीढ़ी की दागो एवं भूल जाओ श्रेणी (फायर एंड फॉरगेट क्लास) का टैंक-रोधी निर्देशित प्रक्षेपास्त्र (एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल/एटीजीएम) प्रणाली है जिसे उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर/एएलएच) पर लगाया गया है।
- प्रणाली में सभी मौसमों में दिन एवं रात की क्षमता है तथा पारंपरिक कवच के साथ-साथ विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंकों को पराजित कर सकती है।
- हेलिना मिसाइल डायरेक्ट हिट मोड के साथ-साथ टॉप अटैक मोड दोनों में लक्ष्य को भेद सकती है। हेलिना अस्त्र प्रणाली को भारतीय सेना (इंडियन आर्मी/IA) में शामिल किया जा रहा है।
- ध्रुवास्त्र नामक हेलिना अस्त्र प्रणाली के एक संस्करण को भारतीय वायु सेना (इंडियन एयर फोर्स/आईएएफ) में शामिल किया जा रहा है।
- स्वदेशी रूप से विकसित मिसाइल प्रणाली का उपयोग उन्नत हल्के हेलीकाप्टर (एएलएच) पर लगाकर देखा जा सकता है।
- हेलिना मिसाइल प्रणाली दिन एवं रात सभी मौसम की स्थिति में पारंपरिक तथा विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंकों को हरा सकती है। यह डायरेक्ट हिट एवं टॉप अटैक मोड दोनों में लक्ष्य को भेदने में भी सक्षम है।
टिप्पणी: हेलिना टैंक-रोधी निर्देशित प्रक्षेपास्त्र (एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल/एटीजीएम) के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एक्सेप्टेंस आफ नेसेसिटी/AoN)को हाल में प्राप्त स्वीकृति, इसके प्रक्षेपक तथा संबंधित सहायक उपकरण एक महत्वपूर्ण निर्णय के रूप में आते हैं क्योंकि मिसाइल शत्रु के खतरों का मुकाबला करने के लिए उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों (एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर/एएलएच) के शस्त्रीकरण का एक अनिवार्य हिस्सा है।
वशोरड्स क्या है?
- VSHORADS, जिसका अर्थ अत्यंत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली है, एक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है जिसमें एक लघुकृत प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम/RCS) एवं एकीकृत वैमानिकी सहित अनेक नवीन प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन/DRDO) के अनुसंधान केंद्र इमारत (रिसर्च सेंटर इमारत/RCI), हैदराबाद द्वारा अन्य DRDO प्रयोगशालाओं एवं भारतीय उद्योग जगत के भागीदारों के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन तथा विकसित किया गया, VSHORADS एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD) है।
- VSHORADS मिसाइल, जिसे कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, एक दोहरे प्रणोद (थ्रस्ट) ठोस मोटर द्वारा नोदित किया जाता है।
- प्रक्षेपक सहित मिसाइल का डिज़ाइन सुवाह्यता (पोर्टेबिलिटी) के लिए अत्यधिक अनुकूलित किया गया है।
- प्रक्षेपास्त्र प्रणाली ने विगत वर्ष सितंबर में ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर में एक भूमि-आधारित पोर्टेबल प्रक्षेपक से दो सफल परीक्षण लॉन्च किए।
- भारत की उत्तरी अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के साथ हाल के विकास को देखते हुए यह मानव सुवाह्य (मैन-पोर्टेबल) अस्त्र प्रणाली समय की आवश्यकता है।
- यह एक मजबूत प्रणाली है जिसे दुर्गम इलाकों में शीघ्रता से तैनात किया जा सकता है एवं इसके अधिग्रहण से देश की वायु रक्षा को मजबूती मिलेगी।
NGMVs एवं FCS क्या हैं?
- इसके अतिरिक्त, रक्षा अधिग्रहण परिषद (डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल) ने भारतीय नौसेना के लिए अगली पीढ़ी के प्रक्षेपास्त्र वाहक यान (नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल वेसल्स/NGMVs) के साथ-साथ शिवालिक वर्ग के जहाजों के लिए ब्रह्मोस लॉन्चर एवं फायर कंट्रोल सिस्टम (FCS) की खरीद को भी अपनी स्वीकृति प्रदान की है। इन खरीदों के साथ, जहाजों में समुद्री हमले संचालन करने, दुश्मन के युद्धपोतों एवं व्यापारिक जहाजों को रोकने तथा नष्ट करने की क्षमता में वृद्धि होगी।
- जिन मुख्य क्षमताओं की परिकल्पना अगली पीढ़ी के प्रक्षेपास्त्र वाहक यान (नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल वेसल्स/NGMVs) के पास करने की परिकल्पना की गई है, वे हैं भूतल युद्ध क्षमता, निम्न रडार, ध्वनिक, चुंबकीय एवं IR हस्ताक्षर, उच्च सहनशक्ति तथा विश्वसनीय AMD/AA क्षमता।
- ब्रह्मोस के भूमि आधारित शस्त्र परिसर में चार से छह चलंत स्वचालित प्रक्षेपक (मोबाइल ऑटोनॉमस लॉन्चर/एमएएल) शामिल हैं। प्रक्षेपक नियंत्रण प्रणाली (लांचर कंट्रोल सिस्टम/एलसीएस) अग्नि नियंत्रण प्रणाली (फायर कंट्रोल सिस्टम/एफसीएस) एवं संचार प्रणाली के समन्वय में कार्य करती है।
आगे क्या?
- रक्षा में दीर्घ पूंजी खरीद प्रक्रिया में आवश्यकता की स्वीकृति (एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी/एओएन) पहला कदम है। आवश्यक नहीं कि सभी एओएन एक अंतिम क्रम में समाप्त हो जाएं।
- यद्यपि, उड़ान परीक्षण होने के साथ, रक्षा अधिकारियों का अनुमान है कि यदि समय पर आपूर्ति हेतु ऑर्डर दिए जाते हैं तो मिसाइल सिस्टम को तीन से चार वर्ष में उद्योग के समर्थन से सैन्य बलों तक पहुंचाया जा सकता है।
हेलिना एवं VSHORADS के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. रक्षा अधिग्रहण परिषद (डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल/DAC) के वर्तमान प्रमुख कौन हैं?
उत्तर. वर्तमान में रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) के अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं।
प्र. हेलिना एटीजीएम क्या है?
उत्तर. हेलिना (हेलीकॉप्टर आधारित नाग) तीसरी पीढ़ी का फायर एंड फॉरगेट क्लास एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) सिस्टम है जो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) पर लगाया गया है।
प्र. VSHORADS क्या हैं?
उत्तर. VSHORADS, जिसका अर्थ बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली है, एक मिसाइल प्रणाली है जिसमें एक लघुकृत प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली (RCS) एवं एकीकृत वैमानिकी सहित अनेक नवीन प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।