Categories: हिंदी

भारत में सर्वोच्च पर्वत श्रृंखलाएं | राज्यवार-मानचित्र के साथ सभी प्रसिद्ध पर्वत श्रृंखलाओं की सूची

भारत में सर्वोच्च पर्वत श्रृंखलाएं: भारत में विश्व की कुछ सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखलाएं हैं। इसमें विश्व की कुछ सबसे ऊंची पर्वतीय सड़कें भी हैं। महान हिमालय पर्वत श्रृंखलाएं भारत की प्रसिद्ध एवं सबसे ऊंची पर्वत पहाड़ियां हैं। पर्वत श्रृंखलाएं एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन हैं। वे विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों एवं जीवों का आवास हैं। इसके साथ ही वे मनुष्यों के लिए मूल्यवान हैं क्योंकि वे विभिन्न नदियों एवं महत्व के अन्य संसाधनों का आवास हैं। किसी भी अखिल भारतीय प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को भारत की सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं की सूची अवश्य जाननी चाहिए। भारत में सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं की पूरी सूची जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।

भारत में उच्चतम पर्वत श्रृंखलाओं एवं पहाड़ियों की सूची

विभिन्न स्तंभों में उनके संक्षिप्त विवरण के साथ भारत की कुछ सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं की पूरी सूची निम्नलिखित है:

रैंक (विश्व) पर्वतों की सूची ऊंचाई (मीटर में) पर्वत श्रेणी राज्य
1 3 कंचनजंगा 8,598 हिमालय सिक्किम
2 23 नंदा देवी 7,816 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
3 29 कामेट 7,756 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
4 31 साल्टोरो कांगड़ी / के10 7,742 साल्टोरो काराकोरम लद्दाख
5 35 सासेर कांगड़ी I /के22 7,672 सेसर काराकोरम लद्दाख
6 48 ममोस्तोंग कांगड़ी / के35 7,516 रिमो काराकोरम लद्दाख
7 49 सेसर कांगड़ी II ई 7,513 सेसर काराकोरम लद्दाख
8 51 सेसर कांगड़ी III 7,495 सेसर काराकोरम लद्दाख
9 56 तेराम कांगड़ी I 7,462 सियाचिन काराकोरम लद्दाख
10 57 जोंगसोंग चोटी 7,462 कंचनजंगा हिमालय सिक्किम
11 61 के12 7,428 साल्टोरो काराकोरम लद्दाख
12 65 कबरू एन 7,412 कंचनजंगा हिमालय सिक्किम
13 69 घेंट कांगड़ी 7,401 साल्टोरो काराकोरम लद्दाख
14 71 रिमो I 7,385 रिमो काराकोरम लद्दाख
15 73 तेरम कांगड़ी III 7,382 सियाचिन काराकोरम लद्दाख
16 76 किरात चुली 7,362 कंचनजंगा हिमालय सिक्किम
17 92 माना चोटी 7,272 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
18 96 अप्सरासस कांगड़ी 7,245 सियाचिन काराकोरम लद्दाख
19 97 मुकुट परबत 7,242 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
20 98 रिमो III 7,233 रिमो काराकोरम लद्दाख
21 108 सिंघी कांगड़ी 7,202 सियाचिन काराकोरम लद्दाख
22 हरदेओल 7,161 कुमाऊँ हिमालय उत्तराखंड
23 चौखम्बा I/बद्रीनाथ शिखर 7,138 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
24 नन-कुन 7,135 जांस्कर हिमालय लद्दाख
25 पौहुनरी 7,128 सिक्किम हिमालय सिक्किम
26 पाथिभारा / पिरामिड 7,123 कंचनजंगा हिमालय सिक्किम
27 त्रिशूल I 7,120 कुमाऊं हिमालय उत्तराखंड
28 सतोपंथ 7,075 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
29 त्रिशूली 7,074 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
30 चोंग कुमकांग री 7,071 रिमो काराकोरम लद्दाख
31 दूनागिरी 7,066 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
32 कांग्टो 7,060 असम हिमालय अरुणाचल प्रदेश
33 न्येगी कंसांग 7,047 असम हिमालय अरुणाचल प्रदेश
34 पद्मनाभ 7,030 रिमो काराकोरम लद्दाख
35 शुडू त्सेम्पा 7,024 सिक्किम हिमालय सिक्किम
36 चमशेन कांगरी/तुघमो जरपो 7,017 सेसर काराकोरम लद्दाख
37 एक ताश 7,016 रिमो काराकोरम लद्दाख
38 चोंग कुमडांग री II 7,004 रिमो काराकोरम लद्दाख
39 ऋषि पहाड़ 6,992 कुमाऊं हिमालय उत्तराखंड
40 थलय सागर 6,984 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
41 माउंट लक्ष्मी 6,983 रिमो काराकोरम लद्दाख
42 केदारनाथ मुख्य 6,968 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
43 लैंगपो 6,965 सिक्किम हिमालय सिक्किम
44 सरस्वती पर्वत I / सरस्वती चोटी 6,940 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
45 शाही कांगड़ी 6,934 मध्य तिब्बती पठार लद्दाख
46 श्री कैलाश 6,932 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
47 कलंका 6,931 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
48 चोर्टेन न्यिमा री 6,927 सिक्किम हिमालय सिक्किम
49 सफ मीनल 6,911 गढ़वाल हिमालय उत्तराखंड
50 पंचचूली II 6,904 कुमाऊं हिमालय उत्तराखंड

 

भारत की 7 सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखलाएँ

 

यहां भारत की 7 सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया गया है।

हिमालय पर्वत श्रृंखला

  1. भारत की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला, हिमालय का शाब्दिक अर्थ संस्कृत से हिम का आलयहै।
  2. हिमालय पर्वत भारत की सर्वाधिक नवीन पर्वत श्रेणी है एवं दो विवर्तनिक प्लेटों के आपस में टकराने से निर्मित एक नवीन वलित पर्वत है।
  3. हिमालय पर्वत श्रृंखला में विश्व की लगभग प्रत्येक सबसे ऊँची चोटी अवस्थित है एवं औसतन उनकी 100 से अधिक चोटियाँ हैं जिनकी ऊँचाई 7200 मीटर से अधिक है।
  4. नंगा पर्वत और नमचा बरवा को हिमालय का पश्चिमी एवं पूर्वी बिंदु माना जाता है।
  5. माउंट एवरेस्ट 8848 मीटर की ऊंचाई पर अवस्थित विश्व की सर्वाधिक ऊंची चोटी है। यह नेपाल में हिमालय श्रृंखला में अवस्थित है।
  6. हिमालय अनेक विशाल (महान) नदी श्रृंखलाओं का स्रोत भी है, जिनमें गंगा, ब्रह्मपुत्र एवं सिंधु सम्मिलित हैं।
  7. शीत ऋतु में में ठंडी पवन को भारतीय मुख्य भूमि में प्रवेश करने से रोककर हिमालय उत्तरी भारत में जलवायु को विनियमित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

काराकोरम एवं पीर पंजाल पर्वत श्रेणी

  1. काराकोरम पर्वत श्रेणी एवं पीर पंजाल पर्वत श्रेणी हिमालय पर्वत श्रृंखला के उत्तर-पश्चिम एवं दक्षिण में  अवस्थित हैं।
  2. काराकोरम पर्वत श्रेणी का एक बड़ा हिस्सा भारत एवं पाकिस्तान की विवादित श्रेणी के अंतर्गत आता है एवं दोनों देशों ने इस पर दावा किया है।
  3. काराकोरम पर्वत श्रेणी, 500 किमी की लंबाई के साथ, पृथ्वी की सबसे बड़ी चोटियों में से एक का स्थान है।  के2, विश्व की दूसरी सर्वाधिक ऊँची चोटी, 8,611 मीटर की ऊंचाई पर काराकोरम पर्वत श्रेणी में अवस्थित है।
  4. हिंदू-कुश, काराकोरम पर्वत श्रेणी का एक विस्तार अफगानिस्तान में विस्तृत है।
  5. काराकोरम में ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर सर्वाधिक हिमनद (ग्लेशियर) पाए जाते हैं। सियाचिन ग्लेशियर एवं बियाफो ग्लेशियर, जो विश्व के दूसरे एवं तीसरे सबसे बड़े ग्लेशियर हैं, इस श्रेणी में स्थित हैं।
  6. पीर पंजाल पर्वत श्रेणी भारत में हिमाचल प्रदेश से शुरू होकर हिमालय की दक्षिणी दिशा में अवस्थित है तथा जम्मू-कश्मीर एवं जम्मू-कश्मीर के विवादित क्षेत्र की ओर उत्तर-पश्चिम में विस्तृत है।
  7. इस श्रेणी को लघु हिमालय के नाम से भी जाना जाता है। रावी, चिनाब एवं झेलम जैसी नदियाँ इस सीमा से होकर प्रवाहित होती हैं। गुलमर्ग शहर, एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण हिल स्टेशन, यहाँ अवस्थित है।

पूर्वी पर्वत श्रृंखला या पूर्वांचल श्रेणी

  1. पूर्वांचल श्रेणी को भारत के पूर्वी भाग में हिमालय का विस्तार माना जा सकता है क्योंकि इस श्रेणी के निर्माण की प्रक्रिया हिमालय से काफी मिलती-जुलती है, यद्यपि यह सीमा हिमालय जितनी ऊँची नहीं है।
  2. पूर्वांचल पर्वत श्रेणी अथवा पूर्वी पर्वत श्रृंखला में तीन भाग: पटकाई-बम पहाड़ियां, गारो-खासी-जयंतिया पहाड़ियाँ एवं लुशाई पहाड़ियां (मिज़ो पहाड़ियां) सम्मिलित हैं।
  3. इन पहाड़ियों के कारण मेघालय में मासिनराम, पृथ्वी पर  सर्वाधिक आद्र स्थान है एवं यह खासी पहाड़ी में स्थित है।
  4. यह सीमा भारत के सभी पूर्वी राज्यों को कवर करती है, जिन्हें आमतौर पर सेवन सिस्टर्स के रूप में जाना जाता है।

सतपुड़ा एवं विंध्य पर्वत श्रेणी

  1. सतपुड़ा एवं विंध्य पर्वत श्रेणी मध्य भारत में अवस्थित हैं एवं ये दोनों पर्वत श्रेणियां एक दूसरे के समानांतर  विस्तृत हैं।
  2. इन दोनों पर्वत श्रेणियों में से सतपुड़ा श्रेणी लंबाई में अधिक है एवं नर्मदा तथा ताप्ती जैसी नदियों का स्रोत है।
  3. सतपुड़ा एवं विंध्य दोनों मुख्य रूप से मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र में गुजरात, छत्तीसगढ़ तथा उत्तर प्रदेश के कुछ विस्तार के साथ अवस्थित हैं।
  4. विंध्य एवं सतपुड़ा पर्वत श्रेणी में कालुमार चोटी (752 मी) एवं धूपगढ़ चोटी (1350 मी) उच्चतम बिंदु हैं।
  5. ये पर्वतमाला पचमढ़ी हिल स्टेशन, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, अमरकंटक एवं ओंकारेश्वर मंदिर जैसे बड़ी संख्या में पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध हैं।

अरावली पर्वत श्रेणी

  1. भारत की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखला, अरावली पर्वत श्रृंखला विश्व की सर्वाधिक प्राचीन पर्वत श्रृंखला भी है।  इस पर्वत श्रेणी की चौड़ाई 10 किमी से 100 किमी तक भिन्न होती है।
  2. स्थानीय भाषा में, अरावली ‘चोटियों की रेखा’ के रूप में अनुवादित है एवं कुल 800 किमी की लंबाई में  विस्तृत है, जो भारतीय राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान एवं गुजरात को कवर करती है।
  3. अरावली पर्वतमाला भारतीय जलवायु में एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि यह थार रेगिस्तान तक पहुँचने के लिए वर्षा को ले जाने वाली पवनों को रोकती है।
  4. गुरु शिखर 1722 मीटर की कुल ऊंचाई के साथ अरावली पर्वतमाला का उच्चतम बिंदु है। यह पर्वत श्रेणी  अनेक पर्यटक आकर्षणों के लिए प्रसिद्ध है एवं राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू इसी रेंज पर स्थित है।
  5. उदयपुर शहर भी इसके दक्षिणी ढलान पर अवस्थित है। उदयपुर शहर, जिसे पूर्व का वेनिस भी कहा जाता है, अरावली पर्वत की दक्षिणी ढलानों में स्थित है।
  6. बनास, लूनी एवं साबरमती नदियाँ इस श्रेणी से होकर प्रवाहित होती हैं।

पश्चिमी घाट

  1. पश्चिमी घाट एक 1600 मीटर लंबी पर्वत श्रृंखला है जो दक्षिण भारत में गुजरात से कन्याकुमारी तक विस्तृत है।
  2. इस पर्वत श्रृंखला को “सह्याद्री पर्वत” भी कहा जाता है।
  3. इसमें नीलगिरी, अन्नामलाई एवं  इलायची (कार्डोमम) की पर्वत श्रेणियां भी सम्मिलित हैं।
  4. ताप्ती नदी गुजरात में प्रारंभ होती है एवं तत्पश्चात यह महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक एवं तमिलनाडु के अरब सागर पार करने वाले राज्यों के समानांतर प्रवाहित होती है।
  5. केरल में 2695 मीटर की ऊँचाई वाली अन्नामलाई हिल्स इस श्रेणी की सर्वाधिक ऊँची चोटी है।
  6. पश्चिमी घाट यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक है एवं इसमें अत्यंत विविध जैव विविधता पाई जाती है। यह कुछ 139 ​​स्तनपायी प्रजातियों, 508 पक्षी प्रजातियों, 179 उभयचर प्रजातियों एवं 250 सरीसृप प्रजातियों का आवास है।
  7. प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में जोग जलप्रपात, ऊटी, बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान सम्मिलित हैं।
  8. गोदावरी, कृष्णा एवं कावेरी इस श्रेणी की महत्वपूर्ण नदियाँ हैं।

पूर्वी घाट

  1. पूर्वी घाट बंगाल की खाड़ी के समानांतर भारतीय प्रायद्वीप के पूर्वी भाग में स्थित एक पर्वत श्रृंखला है।
  2. यह श्रेणी अविच्छिन्न नहीं है एवं पश्चिमी घाट की तुलना में ऊंचाई में कम है। यह पर्वत श्रेणी भारतीय राज्यों पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु से होकर गुजरती है।
  3. अरमा कोंडा 1680 मीटर की ऊँचाई के साथ इस क्षेत्र की सर्वाधिक ऊँची चोटी है।
  4. भारतीय कृषि में पूर्वी घाटों की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि भारत की चार प्रमुख नदियाँ अर्थात् गोदावरी, महानदी, कृष्णा एवं कावेरी पूर्वी घाटों से गुजरती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं। वे एक वृहद उत्पादक क्षेत्र का निर्माण करते हैं जो चावल जैसी फसलों के लिए उपयुक्त होता है।
  5. ये घाट पश्चिमी घाट से प्राचीन है तथा इनमें आंध्र प्रदेश में तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर जैसे कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं।
  6. विशाखापत्तनम एवं भुवनेश्वर पूर्वी घाट में स्थित महत्वपूर्ण शहर हैं।

 

दैनिक समसामयिकी: 01 दिसंबर 2022 | यूपीएससी प्रीलिम्स बिट्स दिल्ली में जामा मस्जिद के अधिकारियों द्वारा मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध चौथा भारत-फ्रांस वार्षिक रक्षा संवाद 2022 | भारत-फ्रांस संबंध नार्को एवं पॉलीग्राफ टेस्ट के पीछे का विज्ञान क्या है? | यूपीएससी के लिए जानिए
फीफा की सेमी ऑटोमेटेड ऑफ़साइड टेक्नोलॉजी (SAOT) क्या है? | फुटबॉल विश्व कप 2022 भारत ने कोविड-19 के विरुद्ध विश्व का प्रथम अंतर्नासा (इंट्रानेजल) वैक्सीन विकसित किया |हिंदू संपादकीय भारतीय संविधान, प्रमुख विशेषताएं, प्रस्तावना, अनुसूचियां एवं अन्य विवरण चेन्नई का मरगज़ी महोत्सव क्या है? |संगीत एवं नृत्य की प्रासंगिकता का एक मौसम
अभ्यास “हरिमऊ शक्ति -2022”: भारत – मलेशिया संयुक्त सैन्य अभ्यास भारत-जीसीसी मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता पुनः प्रारंभ भारत में बजटीय प्रक्रिया क्या है? | केंद्रीय बजट 2023-24 प्रथम चीन-हिंद महासागर क्षेत्र मंच: भारत के बिना क्यों?
manish

Recent Posts

भारत में बांधों की सूची- महत्वपूर्ण बांध, सबसे ऊंचे एवं सबसे पुराने  बांधों की सूची

बांध एक संरचना है जिसे जलधाराओं, नदियों या अन्य जलाशयों के प्रवाह को रोकने, निर्देशित…

7 mins ago

Birsa Munda Biography, History, Birth Date, Death June 9, 1900

Birsa Munda was born on November 15, 1875, near Ranchi in a place called Ulihatu.…

1 hour ago

UKPSC Admit Card 2024 Out, Get Link to Download PDF

The UKPSC Admit Card 2024 has been declared by Uttarakhand Public Service Commission (UKPSC) on the official…

3 hours ago

UPSC Mains Exam Date 2024 Out, Check UPSC CSE Exam Schedule

The highly reputed exam of India "UPSC" is conducted  every year to recruit for the…

3 hours ago

Census of India 2011, Importance, Data, and Get PDF Link

Census of India 2011— The 15th Indian Census, conducted in 2011, comprised two main phases: house…

4 hours ago

UKPSC Salary Structure 2024, Perk Benefits and Allowances

The Uttarakhand Public Service Commission (UKPSC) is responsible for determining the job profile and salary…

13 hours ago