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बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी): यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
- बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम/सीडीपी) भारत में किसानों, विशेष रूप से सबसे कमजोर किसानों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- विभिन्न संवेदनशील वर्गों के कल्याण के लिए शासन की पहल) के लिए भी एक महत्वपूर्ण योजना है।
बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) चर्चा में क्यों है?
- केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) तैयार किया है।
- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में उद्यानिकी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) के समुचित क्रियान्वयन के लिए बैठक भी आयोजित हुई।
बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम/सीडीपी)
- बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम के बारे में: भारतीय बागवानी क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) प्रारंभ किया गया था।
- मंत्रालय: बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर/MoA&FW) के समग्र पर्यवेक्षण एवं मार्गदर्शन में कार्यान्वित किया जा रहा है।
- नोडल एजेंसी: राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड को एनएचबी की केंद्रीय क्षेत्र योजना के एक घटक के रूप में संकुल विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है।
- अधिदेश: संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) को बागवानी (हॉर्टिकल्चर) समूहों की भौगोलिक विशेषज्ञता का लाभ उठाने एवं उत्पादन-पूर्व, उत्पादन, कटाई पश्चात, रसद, ब्रांडिंग एवं विपणन गतिविधियों के एकीकृत एवं बाजार-आधारित विकास को प्रोत्साहित करने हेतु डिज़ाइन किया गया है।
बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) के उद्देश्य
बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य हैं-
- घरेलू एवं निर्यात बाजार में प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए एकीकृत तरीके से उत्पादन पूर्व, उत्पादन, उत्पादन पश्चात प्रबंधन एवं मूल्यवर्धन (वैल्यू एडिशन) से लेकर रसद, विपणन तथा ब्रांडिंग तक बागवानी मूल्य श्रृंखला (हॉर्टिकल्चर वैल्यू चेन) की चिंताओं को दूर करना।
- उपज की कटाई के पश्चात प्रबंधन, मूल्यवर्धन एवं बाजार संबद्धता के लिए आधारिक संरचना का विकास/विस्तार/उन्नयन करके फसल एवं कटाई के पश्चात की हानि को कम करना।
- फोकस संकुल फसलों की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने में सहायता प्रदान करने के लिए नवीन तकनीकों एवं पद्धतियों की शुरूआत की सुविधा प्रदान करना।
- वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में हितधारकों को सम्मिलित करने हेतु विभिन्न सरकारी योजनाओं के अभिसरण सहित संसाधनों के सामंजस्य को सुगम बनाना।
- हितधारकों की क्षमता का निर्माण करना एवं ब्रांड प्रचार सहित संकुल-विशिष्ट अंतःक्षेपों के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि करना।
बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) का कार्यान्वयन
- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर/एमओएएंडएफडब्ल्यू) ने 55 बागवानी समूहों का अभिनिर्धारण किया है, जिनमें से 12 को कार्यक्रम के प्रायोगिक तौर पर प्रारंभ किए जाने हेतु चयनित किया चुना गया है।
- प्रायोगिक परियोजना से प्राप्त सीख के आधार पर, कार्यक्रम को सभी 55 समूहों को आच्छादित करने के लिए बढ़ाया जाएगा।
- प्रायोगिक चरण के कार्यान्वयन से प्राप्त अनुभव नीतिगत अंतर्दृष्टि एवं क्षेत्र स्तर की सीख प्रदान करेंगे जो संपूर्ण भारत में सभी बागवानी समूहों में कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन में सहायता करेंगे।
- संकुल विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए, राज्य/केंद्र सरकार की सिफारिशों के आधार पर एक सरकारी/सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई को संकुल विकास एजेंसी (क्लस्टर डेवलपमेंट एजेंसी/सीडीए) के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
- संकुल विकास एजेंसी (सीडीए) के माध्यम से राज्य सरकार के निकायों की यह भागीदारी सीखने के संस्थागतकरण को सुनिश्चित करेगी जिसे भविष्य में देश में नए समूहों के विकास के लिए दोहराया जा सकता है।
बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम (सीडीपी) के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. किस मंत्रालय ने बागवानी क्लस्टर विकास कार्यक्रम (सीडीपी) को प्रारंभ किया है?
उत्तर. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर/MoA&FW), भारत सरकार ने बागवानी संकुल विकास के लिए एक नया कार्यक्रम प्रारंभ किया है।
प्र. संकुल विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी क्या है?
उत्तर. संकुल विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड को नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है।
प्र. बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम के तहत कितने संकुल (क्लस्टर) हैं?
उत्तर. बागवानी संकुल विकास कार्यक्रम के तहत मंत्रालय द्वारा कुल 55 समूहों का अभिनिर्धारण किया गया है।