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बिगिनर्स लोगों के लिए यूपीएससी उत्तर लेखन अभ्यास
यूपीएससी के उम्मीदवार, विशेष रूप से जिन्होंने अपनी तैयारी अभी प्रारंभ की है, यूपीएससी मुख्य परीक्षा के लिए उत्तर लेखन अभ्यास के बारे में प्रायः भ्रमित एवं चिंतित रहते हैं। यूपीएससी के उम्मीदवारों को प्रायः मुख्य परीक्षा हेतु उत्तर लेखन अभ्यास के संबंध में निम्नलिखित प्रश्नों का सामना करना पड़ता है।
- उत्तर लेखन अभ्यास प्रारंभ करने का सही समय कब है?
- उत्तर लेखन अभ्यास की बारंबारता कितनी होनी चाहिए?
- क्या मैं उत्तरों की गुणवत्ता या उत्तर लेखन की गति पर ध्यान दूं?
- मुझे प्रतिदिन कितने प्रश्नों का अभ्यास करना चाहिए?
उत्तर लेखन अभ्यास के संबंध में ये कुछ प्रश्न हैं जो एक ऐसे उम्मीदवार को परेशान करते हैं जिसने अभी-अभी अपनी तैयारी प्रारंभ की है या ऐसे उम्मीदवार जिनके पास उत्तर लेखन अभ्यास का सीमित अनुभव है। हम इस लेख में उत्तर लेखन अभ्यास से जुड़े विभिन्न मिथकों को दूर करने जा रहे हैं, किंतु पहले हम यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने में उत्तर लेखन के महत्व पर चर्चा करेंगे।
यूपीएससी हेतु उत्तर लेखन अभ्यास- उत्तर लेखन अभ्यास का महत्व
यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उम्मीदवारों के लिए संपूर्ण यूपीएससी परीक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण चरण है। यह निम्नलिखित कारणों से है –
- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा चयनित उम्मीदवारों की अंतिम कट-ऑफ इस आधार पर तैयार करती है, कि एक उम्मीदवार ने कुल 2025 अंकों में से कितने अंक प्राप्त किए हैं।
- अधिकतम कुल 2025 अंकों में यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के 1750 अंक एवं साक्षात्कार परीक्षा के 275 अंक सम्मिलित होते हैं।
- यह अंकन पैटर्न अंतिम चयन में मुख्य परीक्षा के महत्व एवं चयनित उम्मीदवारों की अंतिम सूची में अच्छी रैंक प्राप्त करने को प्रदर्शित करता है।
- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के अंकन पैटर्न के बारे में अधिक जानने के लिए, यहाँ क्लिक करें।
- मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए उत्तर लेखन की कला अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।
- उत्तर लेखन के महत्व को स्पष्ट करने के लिए, मान लीजिए कि आपकी अच्छी उत्तर लेखन तकनीक के कारण प्रत्येक प्रश्न में आपको 5 अंक अतिरिक्त प्राप्त होते हैं।
- इसके माध्यम से, आप अकेले सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्रों में 40 और अंक प्राप्त करेंगे (प्रत्येक पेपर में 10 अंक)। उत्तर लेखन की कला में महारत हासिल करने से निबंध पत्रों में भी आपके अंकों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- अतः इस वर्ष या अगले वर्ष यूपीएससी मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने वाले उम्मीदवारों को उत्तर लेखन की कला में व्यापक रूप से महारत हासिल करनी चाहिए।
यूपीएससी के लिए उत्तर लेखन अभ्यास- बिगिनर्स के लिए चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका
- बहुत जल्दी प्रारंभ न करें: उम्मीदवार प्रायः अपनी तैयारी के आरंभिक समय में ही उत्तर लिखने का अभ्यास प्रारंभ करने की गलती करते हैं। इस दृष्टिकोण के साथ समस्या यह है कि अपनी तैयारी के इस स्तर पर उम्मीदवारों को संबंधित विषय के बारे में पर्याप्त आधारभूत ज्ञान की कमी होती है। यह प्रायः समय की बर्बादी एवं उम्मीदवारों की ओर से गलत प्रेरणा () का परिणाम होता है।
- पहले बुनियादी ज्ञान निर्मित करें: उपरोक्त गलती से बचने के लिए, उम्मीदवारों को पाठ्यक्रम के विभिन्न भागों के बारे में बुनियादी ज्ञान का निर्माण करने हेतु मूलभूत पुस्तकों को पढ़ना एवं सीखना चाहिए। समाचार पत्रों को नियमित रूप से पढ़ना एवं उन्हें स्थैतिक के साथ-साथ पाठ्यक्रम के अन्य भागों से जोड़ना विषयों के बारे में एक महत्वाकांक्षी बहुआयामी दृष्टिकोण प्रदान करता है। मात्र इस तरह की समझ के साथ, उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की मांग के अनुसार गुणवत्तापूर्ण उत्तर लिख सकते हैं।
- प्रश्न की मांग को समझना एवं अपने उत्तर की संरचना निर्मित करना: अब बात प्रश्न की समझ की आती है। उम्मीदवार प्रायः प्रश्न की गलत व्याख्या करते हैं एवं प्रश्न की मांग के स्थान पर वे जो जानते हैं उसे लिखते हैं। इससे परीक्षक के मस्तिष्क पर परीक्षार्थी के संबंध में एक गलत छाप पड़ती है। अतः, उम्मीदवारों को पहले प्रश्न की मांग को समझना प्रारंभ करना चाहिए और फिर उसी के अनुसार अपना उत्तर तैयार करना चाहिए। उचित ढंग से संरचित उत्तर आपको बेहतर अंक प्रदान करवाएगा क्योंकि यह परीक्षक को दिखाता है कि आपको प्रश्न की अच्छी समझ है एवं यह आपके उत्तरों में सूचना के प्रवाह को भी सुगम बनाता है।
- गति के बजाय गुणवत्ता पर पहले ध्यान दें: प्रारंभ में, उम्मीदवारों को उत्तर पुस्तिका में तेजी से लिखने और पृष्ठों को भरने के स्थान पर एक अच्छा उत्तर लिखने, अनेक आयामों को कवर करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। एक बार जब आप एक अच्छा उत्तर लिखना जानते हैं, तो आप अपनी तैयारी के बाद के चरण में स्वतः ही गति पकड़ लेंगे।
- नियमित रूप से लिखें: अंतिम किंतु कम महत्वपूर्ण नहीं, अधिकतम लाभ प्राप्त करने हेतु आपको अपने मुख्य परीक्षा के लिए उत्तर लेखन अभ्यास में नियमित होना चाहिए। यहां नियमित होने का तात्पर्य प्रत्येक दिन से नहीं है, बल्कि उपलब्ध समय के अनुसार उत्तर लेखन अभ्यास दिनचर्या / बारंबारता तय करना आपका विवेकाधिकार है। एक बार जब आप बारंबारता पर निर्णय ले लेते हैं, तो आपको यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए अपने उत्तर लेखन अभ्यास में सुसंगत होना चाहिए। इससे आपको मुख्य परीक्षा (उत्तर लेखन एवं ज्ञान के संदर्भ में) तथा प्रारंभिक परीक्षा (ज्ञान के संदर्भ में) दोनों में अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा।
आपको शुभकामनाएं !!!!!