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आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क 2025 तक संपूर्ण देश को कवर करेगा

आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता

आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क एक महत्वपूर्ण आधारिक अवसंरचना विकास है जो पूर्ण होने पर भारत में मौसम प्रणालियों की बेहतर भविष्यवाणी करने में सहायता करेगा।

यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) के लिए आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क महत्वपूर्ण है।

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आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क चर्चा में क्यों है

  • केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान ने कहा कि 2025 तक संपूर्ण देश को डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क द्वारा कवर किया जाएगा ताकि चरम मौसम की घटनाओं की अधिक सटीक भविष्यवाणी की जा सके।

 

आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क

  • भारत मौसम विज्ञान विभाग (इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट/IMD) ने रडार नेटवर्क को 2013 में मात्र 15 से बढ़ाकर 2023 में 37 करने हेतु सक्रिय कदम उठाए हैं एवं आगामी 2-3 वर्षों में 25 और जोड़ देगा।
  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पास हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख एवं जम्मू-कश्मीर में एक संवर्धित डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क है जो चरम मौसम की घटनाओं की अधिक सटीक भविष्यवाणी करने में सहायता करेगा।
  • चेतावनी एवं परामर्शी सेवाएं किसानों एवं मछुआरों को उनकी अर्थव्यवस्था में सुधार करने में सहायता कर रही हैं जैसा कि नेशनल सेंटर फॉर एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च के एक नवीनतम सर्वेक्षण से पता चला है।
    • उदाहरण के लिए मानसून मिशन कार्यक्रम में किए गए निवेश से प्रत्येक एक रुपए के निवेश पर 50 रुपए का प्रतिलाभ (रिटर्न) प्राप्त हुआ है।
  • लघु एवं दीर्घकालिक योजना तथा रणनीति के विकास के लिए जलवायु सेवाएं अत्यंत महत्वपूर्ण हैं एवं आईएमडी ने इन सेवाओं को निम्नलिखित पांच प्रमुख क्षेत्रों में पूर्व में ही आरंभ कर दिया है-
    • कृषि,
    • स्वास्थ्य,
    • जल,
    • ऊर्जा एवं
    • आपदा जोखिम में कमी।

 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट/IMD) – प्रमुख बिंदु

  • पृष्ठभूमि: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग को 1864 में कलकत्ता से टकराने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवात एवं 1866 तथा 1871 में मानसून की विफलता के कारण पड़ने वाले अकालों की पृष्ठभूमि में स्थापित किया गया था।
  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के बारे में: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट/IMD) के पास मौसम एवं जलवायु रिकॉर्ड को अनुरक्षित रखने की विरासत है एवं 148 वर्ष पूर्व 15 जनवरी 1875 को इसकी स्थापना के पश्चात से मौसम की निगरानी एवं भविष्यवाणी कर रहा है।
  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का मुख्यालय: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का मुख्यालय पुणे में अवस्थित है, जिसके क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई, कोलकाता, नागपुर एवं दिल्ली में हैं।
  • मूल मंत्रालय: IMD भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का एक अभिकरण है।
  • अधिदेश: यह प्रमुख सरकारी एजेंसी है जो मौसम संबंधी टिप्पणियों, मौसम पूर्वानुमान एवं भूकंप विज्ञान  हेतु उत्तरदायी है।
  • महत्व: अपने अस्तित्व के 148 वर्षों के दौरान, आईएमडी ने मौसम संबंधी संकटों के विरुद्ध भारतीय आबादी की सुरक्षा एवं कल्याण हेतु कार्य किया है एवं देश के आर्थिक विकास में सहायता की है।
    • यह सरकार के कुछ विभागों में से एक है जिसकी सेवाएं जीवन के लगभग प्रत्येक पहलू एवं अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों को छूती हैं।

 

आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र. आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क क्या है?

उत्तर: आईएमडी डॉपलर मौसम रडार नेटवर्क एक ऐसी प्रणाली है जो चरम मौसम की घटनाओं की अधिक सटीक भविष्यवाणी करने में सहायता करेगी।

प्र. आईएमडी का पूर्ण रूप क्या है?

उत्तर: आईएमडी का पूर्ण रूप भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट/IMD) है।

प्र. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की स्थापना कब की गई थी?

उत्तर: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की स्थापना 148 वर्ष पूर्व 15 जनवरी 1875 को हुई थी।

 

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FAQs

What is IMD Doppler Weather Radar Network?

IMD Doppler Weather Radar Network is a system which will help further to predict extreme weather events more accurately.

What is the full form of IMD?

IMD stands for Indian Meteorological Department (IMD).

When was the Indian Meteorological Department (IMD) founded?

Indian Meteorological Department (IMD) was founded on 148 years ago on 15 January, 1875.