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भारत-मॉरीशस सीईसीपीए- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
भारत-मॉरीशस सीईसीपीए चर्चा में क्यों है?
- भारत एवं मॉरीशस ने नई दिल्ली में भारत-मॉरीशस उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त व्यापार समिति का पहला सत्र आयोजित किया।
- भारत-मॉरीशस व्यापक आर्थिक सहयोग एवं साझेदारी समझौते (कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड पार्टनरशिप एग्रीमेंट/सीईसीपीए) के अधिदेश के अनुसार भारत-मॉरीशस उच्च-शक्ति युक्त संयुक्त व्यापार समिति का गठन किया गया था।
- भारत-मॉरीशस उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त व्यापार समिति (ज्वाइंट ट्रेड कमिटी/जेटीसी) की स्थापना भारत-मॉरीशस सीईसीपीए के सामान्य कार्यकरण एवं कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए की गई थी।
- दोनों पक्ष 2023 में भारत-मॉरीशस उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त व्यापार समिति बैठक का अगला सत्र आयोजित करने पर सहमत हुए।
भारत-मॉरीशस सीईसीपीए
- भारत-मॉरीशस सीईसीपीए के बारे में: भारत-मॉरीशस सीईसीपीए दोनों देशों के मध्य व्यापार को प्रोत्साहित करने एवं सुधारने हेतु एक संस्थागत तंत्र का प्रावधान करता है।
- भारत-मॉरीशस सीईसीपीए 1 अप्रैल, 2021 को प्रवर्तन में आया।
- सीईसीपीए अफ्रीका में किसी देश के साथ भारत द्वारा हस्ताक्षरित प्रथम व्यापार समझौता है।
- समझौते का विस्तार क्षेत्र: भारत-मॉरीशस सीईसीपीए समझौता एक सीमित समझौता है, जिसमें सम्मिलित होंगे-
- वस्तुओं का व्यापार,
- उत्पत्ति के नियम,
- सेवाओं में व्यापार,
- व्यापार के लिए तकनीकी बाधाएं ( टेक्निकल बैरियर्स टू ट्रेड/टीबीटी),
- स्वच्छता एवं पादप स्वच्छता ( सेनेटरी एंड फाइटोसैनिटरी/एसपीएस) उपाय,
- विवाद निपटान,
- प्राकृतिक व्यक्तियों का आवागमन,
- दूरसंचार,
- वित्तीय सेवाएं,
- सीमा शुल्क प्रक्रियाएं एवं
- अन्य क्षेत्रों में सहयोग।
- उत्पत्ति का प्रमाण पत्र (सर्टिफिकेट ऑफ ओरिजिन/सीओओ): भारतीय निर्यातकों को सीईसीपीए के तहत अधिमान्य लाभ प्राप्त करने के लिए अधिकृत भारतीय एजेंसियों से उत्पत्ति प्रमाण पत्र (सीओओ) प्राप्त करना होगा।
- भारत-मॉरीशस सीईसीपीए के लिए सीओओ हेतु ऑनलाइन आवेदन विदेश व्यापार महानिदेशालय (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड/डीजीएफटी) की उत्पत्ति का प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सामान्य डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से 01 अप्रैल 2021 से किया जा सकता है।
भारत-मॉरीशस सीईसीपीए- वस्तुओं में व्यापार
- भारत से: भारत एवं मॉरीशस के मध्य सीईसीपीए में भारत के लिए 310 निर्यात मद सम्मिलित हैं, जिनमें शामिल हैं-
- खाद्य पदार्थ एवं पेय पदार्थ (80 लाइनें),
- कृषि उत्पाद (25 लाइनें),
- वस्त्र एवं वस्त्र उत्पाद (27 लाइनें),
- आधार धातु एवं उसकी वस्तुएँ (32 पंक्तियाँ),
- विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं (13 लाइनें),
- प्लास्टिक तथा रसायन (20 लाइनें),
- काष्ठ एवं उसकी वस्तुएं (15 लाइनें) तथा अन्य।
- मॉरीशस से: मॉरीशस को अपने 615 उत्पादों के लिए भारत में तरजीही बाजार पहुंच से लाभ प्राप्त होगा, जिसमें शामिल हैं-
- हिमशीतित मछली,
- विशेष चीनी,
- बिस्कुट,
- ताजे फल,
- रस,
- शुद्ध जल,
- बीयर,
- मादक पेय,
- साबुन,
- बैग,
- चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा उपकरण, तथा
- परिधान
भारत-मॉरीशस सीईसीपीए- सेवाओं में व्यापार
- भारत से निर्यात: सेवाओं में व्यापार के संबंध में, भारतीय सेवा प्रदाताओं की 11 व्यापक सेवा क्षेत्रों से लगभग 115 उप-क्षेत्रों तक पहुंच होगी यथा-
- व्यावसायिक सेवाएं,
- कंप्यूटर से संबंधित सेवाएं,
- अनुसंधान एवं विकास,
- अन्य व्यावसायिक सेवाएं,
- दूरसंचार,
- निर्माण,
- वितरण,
- शिक्षा,
- पर्यावरण,
- वित्तीय,
- पर्यटन एवं यात्रा संबंधी,
- मनोरंजनात्मक,
- योग,
- ऑडियो-विजुअल सेवाएं, तथा
- परिवहन सेवाएं।
- मॉरीशस से निर्यात: भारत ने 11 व्यापक सेवा क्षेत्रों से लगभग 95 उप-क्षेत्रों की पेशकश की है, जिनमें शामिल हैं-
- व्यावसायिक सेवाएं,
- अनुसंधान एवं विकास,
- अन्य व्यावसायिक सेवाएं,
- दूरसंचार,
- वित्तीय,
- वितरण,
- उच्च शिक्षा,
- पर्यावरण,
- स्वास्थ्य,
- पर्यटन एवं यात्रा संबंधी सेवाएं,
- मनोरंजक सेवाएं तथा
- परिवहन सेवाएं।