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इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स प्रतियोगिता 2020- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
समाचारों में इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स
- हाल ही में, इंडिया स्मार्ट सिटीज पुरस्कार प्रतियोगिता (आईएसएसी) 2020 समारोह का आयोजन ‘स्मार्ट सिटीज, स्मार्ट शहरीकरण’ सम्मेलन 2022 किया गया।
- इंडिया स्मार्ट सिटीज पुरस्कार प्रतियोगिता (आईएसएसी) 2020 के पुरस्कार विजेताओं को ‘स्मार्ट सिटीज, स्मार्ट शहरीकरण’ सम्मेलन 2022 में सम्मानित किया गया।
- इन पुरस्कारों की घोषणा पूर्व में 2021 में एक आभासी सम्मेलन के माध्यम से की गई थी।
- यद्यपि, उस समय वर्तमान कोविड-19 की स्थिति के कारण पुरस्कार वितरण समारोह को स्थगित कर दिया गया था।
इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स कॉन्टेस्ट (आईएसएसी) 2020
- इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड प्रतियोगिता (आईएसएसी) के बारे में: इंडिया स्मार्ट सिटीज पुरस्कार प्रतियोगिता (आईएसएसी) स्मार्ट सिटीज मिशन, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित की जाती है।
- इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईएसएसी) के तहत, अग्रणी शहर की रणनीतियों, परियोजनाओं एवं विचारों को नवाचार, प्रभाव तथा प्रतिकृति / मापनीयता के आधार पर मान्यता प्रदान की जाती है।
- महत्व: आईएसएसी उन शहरों, परियोजनाओं एवं नवीन विचारों को मान्यता प्रदान करता है एवं पुरस्कृत करता है जो भारत में शहरी क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
- इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईएसएसी) भी समावेशी, न्यायसंगत, सुरक्षित, स्वस्थ एवं सहयोगी शहरों को प्रोत्साहित कर रहा है, इस प्रकार सभी के लिए जीवन की गुणवत्ता को वर्धित करता है।
इंडिया स्मार्ट सिटी अवार्ड्स प्रतियोगिता (आईएसएसी) 2020 से संबंधित तथ्य
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहर तथा राज्य: सूरत एवं इंदौर को सर्वश्रेष्ठ शहर का पुरस्कार प्रदान किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश को इंडिया स्मार्ट सिटी पुरस्कार प्रतियोगिता (आईएसएसी) 2020 में सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार प्रदान किया गया।
- इंदौर ने छह श्रेणियों में पुरस्कार जीते जबकि सूरत को इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स प्रतियोगिता (आईएसएसी) 2020 में पांच पुरस्कार प्राप्त हुए।
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले केंद्र शासित प्रदेश (यूनियन टेरिटरीज/यूटी): चंडीगढ़ को इंडिया स्मार्ट सिटीज पुरस्कार प्रतियोगिता (आईएसएसी, 2020) में सर्वश्रेष्ठ केंद्र शासित प्रदेश चुना गया है।
- सिटी ने इंडिया साइकिल्स 4 चेंज चैलेंज, क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज चैलेंज, स्ट्रीट्स 4 पीपल चैलेंज, ट्यूलिप एवं डेटा स्मार्ट सिटीज में अपने प्रदर्शन के आधार पर यह पुरस्कार जीता।
- इसने कैपिटल कॉम्प्लेक्स में अपने विरासत कार्य के लिए सांस्कृतिक श्रेणी में एक पुरस्कार भी जीता, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है।
भारत स्मार्ट सिटी पुरस्कार प्रतियोगिता 2020 के विजेताओं की सूची
सिटी अवार्ड | |
समग्र विजेता | इंदौर एवं सूरत |
स्मार्ट सिटीज नेतृत्वकर्ता पुरस्कार | प्रथम-अहमदाबाद
द्वितीय-वाराणसी तृतीय-रांची |
राज्य/संघ राज्य क्षेत्र पुरस्कार | |
राज्य पुरस्कार | प्रथम-उत्तर प्रदेश
द्वितीय-मध्य प्रदेश तृतीय-तमिलनाडु |
केंद्र शासित प्रदेश पुरस्कार | चंडीगढ़ |
परियोजना पुरस्कार | |
थीम / पहलू | विजेता |
सामाजिक पहलू | प्रथम – तिरुपति |
द्वितीय – भुवनेश्वर | |
तृतीय – तुमकुर | |
निर्मित पर्यावरण | प्रथम – इंदौर |
द्वितीय – सूरत | |
तृतीय – इरोड | |
स्वच्छता | प्रथम – तिरुपति |
प्रथम – इंदौर | |
तृतीय – सूरत | |
संस्कृति | प्रथम – इंदौर |
प्रथम – चंडीगढ़ | |
तृतीय – ग्वालियर | |
अर्थव्यवस्था | प्रथम – इंदौर |
द्वितीय – तिरुपति | |
द्वितीय – आगरा | |
शासन | प्रथम – वडोदरा |
द्वितीय – ठाणे | |
तृतीय – भुवनेश्वर | |
शहरी पर्यावरण | प्रथम – भोपाल |
द्वितीय – चेन्नई | |
तृतीय – तिरुपति | |
शहरी गतिशीलता | प्रथम – औरंगाबाद |
द्वितीय – सूरत | |
तृतीय – अहमदाबाद | |
जल
|
पहला – देहरादून |
पहला – वाराणसी | |
तीसरा – सूरत | |
सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल | अगरतला |
नवोन्मेष विचार पुरस्कार/इनोवेटिव आइडिया अवार्ड | इंदौर |
कोविड-19 नवोन्मेष पुरस्कार/COVID इनोवेशन अवार्ड | संयुक्त विजेता – कल्याण-डोंबिवली और वाराणसी |
COVID इनोवेशन अवार्ड (दौर-वार) | राउंड 1 – चेन्नई
राउंड 2 – कल्याण-डोंबिवली एवं वाराणसी राउंड 3 – बेंगलुरु राउंड 4 – सहारनपुर |
स्मार्ट सिटीज मिशन (एससीएम)
- स्मार्ट सिटीज मिशन (एससीएम) के बारे में: स्मार्ट सिटीज मिशन (एससीएम) एक परिवर्तनकारी मिशन है जिसका उद्देश्य देश में शहरी विकास के अभ्यास में एक आदर्श परिवर्तन लाना है।
- स्मार्ट सिटीज मिशन (एससीएम) 25 जून, 2015 को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ किया गया था।
- स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत विकसित परियोजनाएं बहु-क्षेत्रीय हैं एवं स्थानीय आबादी की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करती हैं।
- परियोजना समापन: स्मार्ट सिटीज मिशन (एससीएम) के तहत कुल प्रस्तावित परियोजनाओं में से-
- अब तक 1,93,143 करोड़ रुपए (मूल्य के हिसाब से 94%) की 7,905 परियोजनाओं के लिए निविदा की जा चुकी है।
- लगभग 1,80,508 करोड़ रुपए (मूल्य के हिसाब से 88%) की 7,692 परियोजनाओं के लिए कार्य आदेश जारी किए गए हैं।
- 60,919 करोड़ रुपए (मूल्य के हिसाब से 33%) की 3,830 परियोजनाएं भी पूर्ण रूप से समाप्त हो चुकी हैं तथा क्रियान्वयन के चरण में हैं (10 अप्रैल 2022)।
- निधि आवंटन एवं उपयोग: स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत 2,05,018 करोड़ रुपए के कुल निवेश में से 93,552 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को केंद्र एवं राज्य निधियों द्वारा विकसित करने का प्रस्ताव किया गया था।
- अब तक, इन परियोजनाओं में से लगभग 92,300 करोड़ की ई-परियोजनाओं पर कार्य आदेश दिया जा चुका है।
- 2018 से जब मिशन में कुल व्यय 1,000 करोड़ रुपए था, यह बढ़कर 45,000 करोड़ रुपए हो गया है।
- शहरों को जारी भारत सरकार की कुल निधि का उपयोग प्रतिशत 91% है।
- एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर्स/आईसीसीसी): आज की तारीख में, 80 स्मार्ट शहरों ने देश में अपने एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्रों (आईसीसीसी) का विकास तथा संचालन किया है।
- ये परिचालन एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र कोविड-19 प्रबंधन के लिए युद्ध कक्ष के रूप में कार्य करते हैं।
- मिशन के तहत विकसित अन्य स्मार्ट आधारिक अवसंरचना के साथ, एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्रों ने सूचना प्रसार, संचार में सुधार, भविष्यसूचक विश्लेषण तथा प्रभावी प्रबंधन का समर्थन करके महामारी से लड़ने में शहरों की सहायता की।