India-UAE Comprehensive Economic Partnership Agreement (CEPA), Growth Engine for India-UAE Bilateral Trade
भारत-यूएई सीईपीए: भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट/सीईपीए) दो देशों के मध्य व्यापार एवं वाणिज्य को प्रोत्साहित करने हेतु एक द्विपक्षीय व्यापार संधि है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतरराष्ट्रीय संबंध, भारत तथा विश्व के अन्य देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंध) के लिए भी भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता महत्वपूर्ण है।
हाल ही में, वाणिज्य सचिव श्री सुनील बर्थवाल ने भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (कंप्रिहेंसिव इकोनामिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट/सीईपीए) के कार्यान्वयन की पहली वर्षगांठ पर भारत तथा यूएई के लोगों को बधाई दी।
वाणिज्य सचिव के अनुसार, भारत तथा यूएई के मध्य व्यापारिक सुगमता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) को बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने भी अपने संबंधित क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए सीईपीए का उपयोग करने की सूचना दी। उन्होंने इस उद्देश्य के लिए समझौते का लाभ उठाने के अपने सकारात्मक अनुभव को साझा किया।
विगत एक वर्ष के दौरान, CEPA ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ भारत के द्विपक्षीय व्यापार एवं विशेष रूप से यूएई को भारत के निर्यात (तेल तथा गैर-तेल) पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।
भारत से संयुक्त अरब अमीरात को होने वाले निर्यात ने भी कई वर्षों का उच्चतम स्तर दर्ज किया है। अप्रैल-मार्च की अवधि के दौरान, संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय निर्यात 28 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 31.3 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया; यह लगभग 3.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि अथवा प्रतिशत के संदर्भ में 11.8% वर्ष-प्रति-वर्ष वृद्धि को दर्शाता है। इसी अवधि के दौरान, भारत के वैश्विक निर्यात में वृद्धि 5.3% थी, संयुक्त अरब अमीरात को छोड़कर, भारत का वैश्विक निर्यात 4.8% की दर से बढ़ा।
व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के कारण महत्वपूर्ण निर्यात वृद्धि का अनुभव करने वाले श्रम-गहन क्षेत्रों सहित कुछ प्रमुख क्षेत्रों में शामिल हैं-
18 फरवरी 2022 को हस्ताक्षरित, भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात के मध्य व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) एक व्यापक तथा विस्तृत समझौता है। भारत के प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी एवं संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति तथा अबू धाबी के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के मध्य एक आभासी शिखर सम्मेलन के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट/सीईपीए) 1 मई 2022 को लागू हुआ।
वस्तुओं के क्षेत्र में भारत-यूएई सीईपीए के तहत, यूएई ने भारत से 99% आयात के अनुरूप अपनी प्रशुल्क लाइनों के 97.4% पर शुल्क समाप्त कर दिया।
प्र. भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात के मध्य CEPA क्या है?
उत्तर. CEPA, व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के प्रति संदर्भित है। यह भारत तथा यूएई के मध्य एक द्विपक्षीय समझौता है जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग एवं व्यापार संबंधों को बढ़ावा देना है।
प्र. भारत-यूएई सीईपीए पर कब हस्ताक्षर किए गए थे?
उत्तर. भारत-यूएई सीईपीए पर 18 फरवरी 2022 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं यूएई के राष्ट्रपति तथा अबू धाबी के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के मध्य एक आभासी शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे।
प्र. भारत-यूएई सीईपीए कब प्रभाव में आया?
उत्तर. भारत-यूएई सीईपीए 1 मई 2022 को प्रवर्तन में आया।
प्र. भारत-यूएई सीईपीए की प्रमुख विशेषताएं क्या हैं?
उत्तर. भारत-यूएई सीईपीए वस्तुओं में व्यापार, सेवाओं में व्यापार, निवेश, आर्थिक सहयोग एवं बौद्धिक संपदा अधिकारों सहित विभिन्न क्षेत्रों को कवर करता है। समझौते का उद्देश्य भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात के मध्य आर्थिक सहयोग बढ़ाने एवं व्यापार और निवेश प्रवाह को प्रोत्साहित करने हेतु एक रूपरेखा प्रदान करना है।
प्र. भारत-यूएई सीईपीए से भारत तथा यूएई को कैसे लाभ होगा?
उत्तर. भारत-यूएई सीईपीए से व्यापार एवं निवेश प्रवाह को प्रोत्साहित करने, आर्थिक सहयोग बढ़ाने एवं व्यवसायों तथा उद्यमियों के लिए नए अवसर सृजित करके दोनों देशों को महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करने की संभावना है।
CEPA,व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के प्रति संदर्भित है। यह भारत तथा यूएई के मध्य एक द्विपक्षीय समझौता है जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग एवं व्यापार संबंधों को बढ़ावा देना है।
भारत-यूएई सीईपीए पर 18 फरवरी 2022 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं यूएई के राष्ट्रपति तथा अबू धाबी के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के मध्य एक आभासी शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे।
भारत-यूएई सीईपीए 1 मई 2022 को प्रवर्तन में आया।
भारत-यूएई सीईपीए वस्तुओं में व्यापार, सेवाओं में व्यापार, निवेश, आर्थिक सहयोग एवं बौद्धिक संपदा अधिकारों सहित विभिन्न क्षेत्रों को कवर करता है। समझौते का उद्देश्य भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात के मध्य आर्थिक सहयोग बढ़ाने एवं व्यापार और निवेश प्रवाह को प्रोत्साहित करने हेतु एक रूपरेखा प्रदान करना है।
भारत-यूएई सीईपीए से व्यापार एवं निवेश प्रवाह को प्रोत्साहित करने, आर्थिक सहयोग बढ़ाने एवं व्यवसायों तथा उद्यमियों के लिए नए अवसर सृजित करके दोनों देशों को महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करने की संभावना है।
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