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सीएसआईआर-एनजीआरआई में भारत के प्रथम ओपन रॉक म्यूजियम का उद्घाटन: यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 1: भारतीय इतिहास- भारतीय संस्कृति प्राचीन से आधुनिक तक कला रूपों, साहित्य एवं वास्तुकला के प्रमुख पहलुओं को समाहित करेगी।
सीएसआईआर-एनजीआरआई में भारत के प्रथम विवृत शैल संग्रहालय का उद्घाटन: संदर्भ
- केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने सीएसआईआर-राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई), हैदराबाद में भारत के प्रथम ओपन रॉक संग्रहालय का उद्घाटन किया।
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सीएसआईआर-एनजीआरआई में भारत के प्रथम ओपन रॉक म्यूजियम का उद्घाटन: मुख्य बिंदु
- भारत के प्रथम ओपन रॉक म्यूजियम के बारे में: भारत का पहला विवृत शैल संग्रहालय (ओपन रॉक म्यूजियम) 3.3 अरब वर्ष से लेकर लगभग 55 मिलियन वर्ष की आयु के विभिन्न राज्यों से एकत्रित विभिन्न प्रकार की चट्टानों को प्रदर्शित करेगा।
- भारत के प्रथम ओपन रॉक म्यूजियम के उद्यान में विभिन्न आकार की लगभग 46 चट्टानों को प्रदर्शित किया गया है।
- अवस्थिति: भारत का पहला विवृत शैल संग्रहालय हैदराबाद, तेलंगाना में सीएसआईआर-एनजीआरआई परिसर में स्थित है।
- चट्टानों के स्रोत: चट्टानें ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तराखंड, झारखंड, जम्मू और कश्मीर तथा अन्य स्थानों से हैं।
- महत्व:
- भारत के प्रथम विवृत शैल संग्रहालय में, चट्टानों को इन चट्टानों के आर्थिक और वैज्ञानिक महत्व को वर्णित करते हुए विवरण के साथ प्रदर्शित किया गया है।
- इनमें से कुछ चट्टानें पृथ्वी की सतह से 175 किमी जितनी गहरी स्थित हैं।
- सामासिक संस्कृति के इस शहर में भ्रमण के लिए यह महत्वपूर्ण स्थानों में से एक होना चाहिए क्योंकि ये आधुनिक भारत के स्मारक हैं।
सीएसआईआर-राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई): प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के बारे में: राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की एक घटक अनुसंधान प्रयोगशाला है।
- सीएसआईआर-राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान ( नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट/एनजीआरआई) की स्थापना 1961 में हुई थी।
- अधिदेश: सीएसआईआर-एनजीआरआई का उद्देश्य पृथ्वी प्रणाली की अत्यधिक जटिल संरचना एवं प्रक्रियाओं तथा इसके व्यापक रूप से अंतर्संबंधित उप-प्रणालियों के बहु-विषयक क्षेत्रों में अनुसंधान करना है।
- महत्व: सीएसआईआर-एनजीआरआई के अनुसंधान का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों, सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के हितधारकों को भू-संसाधनों के निरंतर उपयोग के बारे में संसूचित निर्णय लेने तथा प्राकृतिक संकटों के प्रति तत्परता एवं प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने में सक्षम बनाना है।