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भारत की जी-20 की अध्यक्षता यूपीएससी हेतु प्रासंगिकता
भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता का लोगो: प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 लोगो, भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम एवं वेबसाइट का विमोचन किया। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (अंतर्राष्ट्रीय संगठन) एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (अंतर्राष्ट्रीय संबंध) के लिए जी-20 की भारत द्वारा अध्यक्षता महत्वपूर्ण है।
भारत की जी-20 की अध्यक्षता चर्चा में क्यों है?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 की अध्यक्षता के लिए भारत के लोगो, थीम एवं वेबसाइट का अनावरण किया है, जो देश के संदेश तथा विश्व के लिए व्यापक प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
- हमारी जी-20 की अध्यक्षता का लोगो, थीम एवं वेबसाइट भारत के संदेश तथा विश्व के लिए व्यापक प्राथमिकताओं को दर्शाएगी।
भारत की जी-20 की अध्यक्षता का लोगो
- भारत की जी20 की अध्यक्षता विश्व में संकट एवं अराजकता के समय आ रही है।
- विश्व सदी में एक बार घटित होने वाले विनाशकारी महामारी, संघर्ष तथा बहुत सारी आर्थिक अनिश्चितता के बाद के प्रभावों से गुजर रही है।
- कमल प्रतीक का अर्थ: जी-20 लोगो में प्रयुक्त कमल प्रतीक इस समय में आशा का प्रतिनिधित्व है। कितनी भी विपरीत परिस्थितियाँ क्यों न हों, कमल खिलता ही रहता है।
- सात कमल की पंखुड़ियां सात महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
- संगीत की सार्वभौम भाषा में सात स्वरों की संख्या भी है।
- संगीत में, जब सात स्वर एक साथ आते हैं, तो वे एक पूर्ण सामंजस्य स्थापित करते हैं। किंतु प्रत्येक स्वर की अपनी विशिष्टता होती है।
- इसी तरह, जी-20 का उद्देश्य विविधता का सम्मान करते हुए विश्व को एक साथ लाना है।
- भारतीय संस्कृति में, ज्ञान तथा समृद्धि दोनों की देवी कमल पर विराजमान हैं। साझा ज्ञान जो हमें अपनी परिस्थितियों से उबरने में सहायता करता है।
- साझा समृद्धि जो अंतिम व्यक्ति तक अंतिम बिंदु तक पहुंचती है। यही कारण है कि, जी-20 लोगो में भी पृथ्वी को कमल पर स्थापित किया गया है।
भारत की जी-20 की अध्यक्षता की थीम
- जी-20 की विषय वस्तु: भारत की जी-20 की अध्यक्षता की थीम “वसुधैव कुटुम्ब-कम” या “एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य” है।
- जी-20 थीम एक बेहतर भविष्य के लिए, एक समान उद्देश्य के लिए संपूर्ण विश्व को एक साथ लाने की दृष्टि पर भारत के कार्य का प्रतिनिधित्व करता है।
- भारत का प्रयास होगा कि कोई “प्रथम विश्व अथवा तृतीय विश्व” न हो, बल्कि “केवल एक विश्व” हो।
- इससे पूर्व भारत ने इसी भावना से कार्य करते हुए निम्नलिखित का विमोचन किया था-
- ‘वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड’ ने विश्व में नवीकरणीय ऊर्जा क्रांति का आह्वान किया है।
- वैश्विक स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए ‘वन वर्ल्ड, वन हेल्थ’ का अभियान।
भारत की जी-20 की अध्यक्षता
- जी-20 की अध्यक्षता: जी-20 की अध्यक्षता प्रत्येक वर्ष सदस्यों के मध्य क्रमावर्तित होती है।
- वर्तमान में जी-20 समूह की अध्यक्षता इंडोनेशिया के पास है।
- जी-20 की वर्ष 2023 में अध्यक्षता: भारत वर्ष 2023 के लिए जी-20 की अध्यक्षता का उत्तराधिकारी होगा। भारत 1 दिसंबर, 2022 से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।
- महत्व: जी-20 अध्यक्षता भारत को अंतरराष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक एजेंडा में योगदान करने का एक विशिष्ट अवसर प्रदान करती है।
- जी-20 की अध्यक्षता के दौरान, भारत देश भर में विभिन्न स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 बैठकें करेगा।
जी-20 शिखर सम्मेलन
- पृष्ठभूमि: जी-20 का गठन 1999 में 1990 के दशक के अंत के वित्तीय संकट की पृष्ठभूमि में किया गया था, जिसने विशेष रूप से पूर्वी एशिया एवं दक्षिण पूर्व एशिया को दुष्प्रभावित किया था।
- जी-20 का प्रथम शिखर सम्मेलन 2008 में अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में हुआ था।
- जी-20 के बारे में: जी-20 एक वैश्विक समूह है जिसका उद्देश्य मध्यम आय वाले देशों को शामिल करके वैश्विक वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करना है।
- जी-20 शिखर सम्मेलन के अतिरिक्त शेरपा बैठकें (जो समझौतों एवं आम सहमति निर्मित करने में सहायता करती हैं) एवं अन्य कार्यक्रम भी पूरे वर्ष आयोजित किए जाते हैं।
- जी-20 सदस्य: जी-20 के पूर्ण सदस्य – अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका एवं यूरोपीय संघ हैं।
- प्रत्येक वर्ष, राष्ट्रपति अतिथि देशों को आमंत्रित करते हैं।
- जी-20 सचिवालय: जी-20 का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है।
- जी-20 शेरपा: कार्य सूची एवं कार्यों का समन्वय जी-20 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है, जिन्हें ‘शेरपा’ के रूप में जाना जाता है, जो केंद्रीय बैंकों के वित्त मंत्रियों तथा गवर्नरों के साथ मिलकर कार्य करते हैं।
- भारत ने हाल ही में कहा था कि पीयूष गोयल के बाद नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी ( चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर/सीईओ) अमिताभ कांत जी-20 शेरपा होंगे।
- महत्व: एक साथ, जी-20 देशों में विश्व की 60 प्रतिशत आबादी, वैश्विक जीडीपी का 80 प्रतिशत एवं वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत शामिल है।
- जी-20 की अध्यक्षता: जी-20 की अध्यक्षता प्रत्येक वर्ष सदस्यों के मध्य क्रमावर्तित होती है। वर्तमान में जी-20 की अध्यक्षता इंडोनेशिया के पास है।
- जी-20 अध्यक्षता 2023: भारत को वर्ष 2023 के लिए जी-20 की अध्यक्षता उत्तराधिकार में प्राप्त होगी।
- जी-20 त्रि- नेतृत्व: जी-20 की अध्यक्षता वाले देश, विगत एवं आगामी अध्यक्षता-धारक के साथ मिलकर जी-20 एजेंडा की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए ‘त्रि- नेतृत्व’ (ट्रोइका) बनाते हैं।
- इटली, इंडोनेशिया तथा भारत अभी ट्रोइका देश हैं।