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रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (आईडीईएक्स) पहल

रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (आईडीईएक्स): यह विभिन्न हितधारकों को सम्मिलित करके रक्षा एवं विमानन (एयरोस्पेस) क्षेत्र में नवाचार एवं प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए एक सरकारी पहल है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससीमुख्य परीक्षा (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण तथा नवीन तकनीक विकसित करना) के लिए भी रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस/आईडीईएक्स) महत्वपूर्ण है।

रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (आईडीईएक्स) चर्चा में क्यों है?

हाल ही में, रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस/आईडीईएक्स) पहल अपने 250वें अनुबंध – मिशन डेफस्पेस के तहत पहला – और नई दिल्ली में 100वें स्प्रिंट (नौसेना) अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के साथ एक मील के पत्थर तक पहुंच गई है। रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (आईडीईएक्स) रक्षा मंत्रालय की प्रमुख पहल है।

आईडीईएक्स प्रदर्शन

iDEX समय पर परिणाम सुनिश्चित करते हुए स्टार्ट-अप्स एवं नवोन्मेषकर्ताओं (इनोवेटर्स) के साथ समझौतों के समाधान में गति लाने में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। यह दृष्टिकोण न केवल उभरते स्टार्ट-अप्स के लिए सफल यूनिकॉर्न बनने के अनेक अवसर सृजित करता है बल्कि सशस्त्र सेवाओं की आवश्यकताओं को भी प्रभावी ढंग से संबोधित करता है।

  • आईडीईएक्स ने क्रमशः अक्टूबर 2022 एवं जनवरी 2023 में डीआईएससी-7 के तहत अपने पहले तथा 50वें आईडीईएक्स स्प्रिंट अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने की उपलब्धि हासिल की तथा कुछ ही महीनों के भीतर 100वें स्प्रिंट (नौसेना) अनुबंध का आदान-प्रदान किया गया।
  • अब तक, आईडीईएक्स को डीआईएससी, प्राइम एवं ओपन चैलेंज जैसी विभिन्न श्रेणियों की चुनौतियों के तहत व्यक्तिगत नवोन्मेषकर्ता, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाइयों (माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज/MSMEs) तथा स्टार्ट-अप्स से 7,500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
  • आईडीईएक्स हजारों नौकरियां उत्पन्न करने तथा भारत की प्रतिभा को देश में वापस आकर्षित करने में सक्षम रहा है।

आईडीईएक्स पहल के बारे में प्रमुख तथ्य

आईडीईएक्स ढांचे का उद्देश्य एमएसएमई, स्टार्टअप्स, व्यक्तिगत नवोन्मेषकर्ता, अनुसंधान एवं विकास (रिसर्च एंड डेवलपमेंट/आरएंडडी) संस्थानों तथा शिक्षाविदों सहित उद्योगों को शामिल करके रक्षा एवं विमानन (एयरोस्पेस) क्षेत्र में नवाचार एवं प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देना एवं आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करना है।

  • पृष्ठभूमि: रक्षा क्षेत्र में सह-निर्माण तथा सह-विकास का मंच प्रदान करने के उद्देश्य से 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा आईडीईएक्स ढांचा का शुभारंभ किया गया था।
  • उद्देश्य: आईडीईएक्स योजना का उद्देश्य रक्षा नवाचार संगठन (डिफेंस इनोवेशन ऑर्गेनाइजेशन/DIO) के माध्यम से लगभग 300 स्टार्टअप्स/एमएसएमई/व्यक्तिगत इनोवेटर्स तथा लगभग 20 भागीदार इनक्यूबेटर्स को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
  • कार्यान्वयन: आईडीईएक्स को रक्षा नवाचार संगठन (DIO) द्वारा वित्त पोषित एवं प्रबंधित किया जाएगा।
    • आईडीईएक्स डिफेंस इनोवेशन ऑर्गनाइजेशन (DIO) की कार्यकारी शाखा के रूप में कार्य करेगा।
  • अनुदान: सरकार ने 2021-22 से 2025-26 तक आगामी 5 वर्षों के लिए आईडीईएक्स के लिए 498.78 करोड़ रुपये के बजटीय समर्थन के साथ एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना को अपनी स्वीकृति प्रदान की है।
    • चालू वित्त वर्ष 2021-2022 के लिए सरकार द्वारा आईडीईएक्स-DIO को 45 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
  • महत्वपूर्ण कार्य:
    • रक्षा एवं विमानन क्षेत्रों के लिए सह-निर्माण को प्रोत्साहित करने हेतु अभिनव स्टार्टअप्स के साथ जुड़ाव की संस्कृति का निर्माण करना।
    • रक्षा एवं विमानन क्षेत्रों के भीतर प्रौद्योगिकी सह-निर्माण तथा सह-नवाचार की संस्कृति को सशक्त बनाना।

रक्षा नवोन्मेष संगठन (डिफेंस इनोवेशन ऑर्गेनाइजेशन/डीआईओ)

  • रक्षा नवोन्मेष संगठन (डिफेंस इनोवेशन ऑर्गेनाइजेशन/डीआईओ) के बारे में: इस उद्देश्य के लिए कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के अनुसार रक्षा नवोन्मेष संगठन (डीआईओ) का गठन “लाभ के लिए नहीं” कंपनी के रूप में किया गया था।
  • प्रमुख कार्य: रक्षा नवोन्मेष संगठन (डीआईओ) इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आईडीईएक्स) पहल के प्रबंधन एवं वित्त पोषण हेतु उत्तरदायीचाय है।
    • डीआईएफ के कार्यान्वयन के तौर-तरीकों को एक विशेष टीम द्वारा प्रबंधित किया जाएगा जिसे डीआईओ के भीतर इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आईडीईएक्स) के रूप में जाना जाता है।
    • डीआईओ आईडीईएक्स को उच्च स्तरीय नीतिगत मार्गदर्शन प्रदान करेगा। हालांकि, आईडीईएक्स के पास कार्यात्मक स्वायत्तता होगी।

 

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