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सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0: प्रासंगिकता
- जीएस 2: विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0: संदर्भ
- हाल ही में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सार्वभौमिक टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु सघन मिशन इंद्रधनुष (IMI) 4.0 का अनावरण किया है।
भारत में टीकाकरण
- भारत वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक वृहद टीकाकरण कार्यक्रम को क्रियान्वित कर रहा है जहां 3 करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं तथा 6 करोड़ बच्चों को वार्षिक सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) के माध्यम से आच्छादित किया जाता है।
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आईएमआई 4.0 के बारे में
- सघन मिशन इंद्रधनुष 0 के तीन दौर होंगे एवं यह देश के 33 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 416 जिलों (आजादी का अमृत महोत्सव के लिए चिन्हित 75 जिलों सहित) में आयोजित किया जाएगा।
- आईएमआई 0 के इन तीन दौरों की योजना उन कमियों को पूरा करने के लिए बनाई गई है जो कोविड-19 महामारी के कारण उभरी हैं।
- इन जिलों का अभिनिर्धारण नवीनतम राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 रिपोर्ट, स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के आंकड़ों एवं टीके से निवार्य (बचाव योग्य) रोगों के बोझ के अनुसार टीकाकरण आच्छादन के आधार पर की गई है।
आईएमआई 4.0 के लाभ
- आईएमआई 0 अंतरालों को भरने एवं सार्वभौमिक टीकाकरण की दिशा में स्थायी लाभ अर्जित करने में अत्यधिक योगदान देगा।
- यह ये भी सुनिश्चित करेगा कि नियमित टीकाकरण (आरआई) सेवाएं अ-टीकाकृत (बिना टीकाकरण वाले) एवं आंशिक रूप से टीकाकरण वाले बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं तक पहुंचे।
सघन मिशन इंद्रधनुष : आगे की राह
- देश में सार्वभौमिक टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु “सबका प्रयास” एवं “जन लोक भागीदारी“ की आवश्यकता है।
- देश में पूर्ण टीकाकरण आच्छादन के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु केंद्र, राज्यों तथा लाभार्थियों को सामूहिक रूप से कार्य करना चाहिए।
- राज्यों को जिला प्रशासन, पंचायतों तथा शहरी स्थानीय निकायों के साथ समन्वय करते हुए विभिन्न स्तरों पर समग्र रूप से कार्य करना चाहिए।
मिशन इंद्रधनुष उपलब्धियां
- अब तक, देश भर के 701 जिलों को आच्छादित करते हुए मिशन इंद्रधनुष के दस चरणों को पूरा किया जा चुका है।
- अप्रैल 2021 तक कुल 86 करोड़ बच्चों एवं 96.8 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है।
- मिशन इंद्रधनुष के प्रथम दो चरणों के परिणामस्वरूप एक वर्ष में पूर्ण टीकाकरण आच्छादन में7% की वृद्धि हुई।
- सघन मिशन इंद्रधनुष (मिशन इन्द्रधनुष का पांचवां चरण) में सम्मिलित 190 जिलों में किए गए एक सर्वेक्षण (आईएमआई-सीईएस) दर्शाते हैं कि एनएफएचएस-4 की तुलना में पूर्ण टीकाकरण आच्छादन में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
- राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण -4 (2015-16) की तुलना में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (2019-21) की नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार टीकाकरण आच्छादन में पर्याप्त सुधार हुआ है।
- 12-23 माह की आयु के बच्चों में पूर्ण टीकाकरण आच्छादन 62% (एनएफएचएस-4) से बढ़कर 4% (एनएफएचएस-5) हो गया है।
- मिशन इन्द्रधनुष का अभिनिर्धारण ग्राम स्वराज अभियान एवं विस्तारित ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत प्रमुख योजनाओं में से एक के रूप में किया गया था।