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रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन: यह रासायनिक एवं पेट्रोकेमिकल क्षेत्र के भीतर सतत विकास के उद्देश्य को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन उद्योग जगत के हितधारकों के लिए सार्थक चर्चाओं में शामिल होने एवं क्षेत्र के समक्ष उपस्थित होने वाली विविध चुनौतियों को हल करने के लिए सतत समाधानों का पता लगाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध; जीएस पेपर 3- पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी) के लिए भी रसायन तथा पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन महत्वपूर्ण है।
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, रसायन एवं उर्वरक तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा ने रसायन तथा पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग के सचिव के साथ-साथ विभिन्न जी-20 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति देखी गई।
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन से संबंधित विवरण
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन रसायन एवं पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में सतत विकास को उत्साहित करने तथा उद्योग जगत द्वारा सामना किए जा रहे विभिन्न मुद्दों के धारणीय समाधान पर विचार-विमर्श करने का एक प्रयास है। सम्मेलन विशेष रूप से रसायन एवं पेट्रोकेमिकल क्षेत्र के इर्द गिर्द केंद्रित था एवं इसका उद्देश्य वैश्विक व्यापार समुदाय को एक साथ लाना था।
- आयोजक: भारतीय उद्योग परिसंघ (कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री/CII) के सहयोग से, रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग ने नई दिल्ली में रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर B20 सम्मेलन की मेजबानी की।
- अधिदेश: सम्मेलन का उद्देश्य वि-कार्बनीकरण (डी-कार्बोनाइजेशन), चक्रीय अर्थव्यवस्था, जैव विविधता एवं जल संरक्षण के चार स्तंभों में रसायन एवं पेट्रोकेमिकल उद्योग के लिए सुरक्षा एवं सतत पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार करना है।
- भागीदारी: रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत तथा विदेशों से 500 से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी गई, जो बी-20 देशों के विभिन्न उद्योगों, संघों तथा परिसंघों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- इसके अतिरिक्त, सरकार के प्रतिनिधियों ने रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भी भाग लिया।
- सम्मेलन में जर्मनी, मैक्सिको, रूस, हंगरी, संयुक्त राज्य अमेरिका, बेल्जियम, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात एवं दक्षिण कोरिया जैसे देशों के उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- महत्व: रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संभावित अवसरों की पहचान करने, जी-20 देशों के मध्य धारणीयता तथा चक्रीयता पर ज्ञान के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा।
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के फोकस क्षेत्र
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया
- रसायन एवं पेट्रोकेमिकल उद्योग में स्थिरता,
- रसायन एवं पेट्रोरसायन उद्योग में निवल शून्य/स्थिरता प्राप्त करने हेतु मार्ग,
- रसायन एवं पेट्रोकेमिकल उद्योग में अनुसंधान एवं विकास, प्रौद्योगिकी तथा डिजिटल परिवर्तन एवं
- सतत पारिस्थितिकी तंत्र के लिए समावेशी एवं अनुकूली कौशल।
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्देश्य
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्देश्य हैं-
- अनुपालन तथा विनियामक उत्कृष्टता के लिए एक सुदृढ़ सामूहिक पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित करना जो B20 सदस्यों के लिए गैर-परक्राम्य एजेंडे में से एक के रूप में बना रह सके।
- सरकार, उद्योग जगत, शिक्षा एवं अन्य संबंधित B20 हितधारकों को शामिल करके रासायनिक उद्योग एवं उसके उत्पादों की सकारात्मक छवि के साथ वर्तमान अर्थ को परिवर्तित करना।
- प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन करने के लिए उन्नत, अभिनव विनिर्माण एवं परिचालन दक्षता को प्रोत्साहित कर उद्योग को रूपांतरित करने हेतु सर्वश्रेष्ठ श्रेणी के स्मार्ट विनिर्माण को बढ़ावा देना।
बी20 संबद्धता कार्यक्रम का हिस्सा
भारत की जी-20 अध्यक्षता के एक भाग के रूप में, रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग, भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के सहयोग से, “रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन: ग्रीनटेक एवं डिजिटलीकरण के माध्यम से सतत परिवर्तन” शीर्षक से एक B20 संबद्धता कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है।
- Business 20 (B20) जी-20 के आधिकारिक संवाद मंच के रूप में कार्य करता है जो वैश्विक व्यापार समुदाय, नीति निर्माताओं एवं नागरिक समाज के मध्य चर्चा की सुविधा प्रदान करता है।
- B20 का उद्देश्य आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख प्राथमिकताओं पर कार्रवाई योग्य नीतिगत सिफारिशें प्रदान करना है।
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के निष्कर्ष
रसायन एवं पेट्रोकेमिकल पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के परिणाम/निष्कर्ष हैं-
- वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनने के लिए मध्यम एवं दीर्घ अवधि में B20 सदस्यों की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाना।
- पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए हरित प्रौद्योगिकियों की शुरुआत करके उद्योग को और अधिक सतत बनाना।
- सर्वोत्तम सुरक्षा एवं धारणीयता पद्धतियों के हस्तांतरण तथा अंगीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग एवं सरकार प्रशासन के मध्य सामंजस्य तथा सहयोग को मजबूत करना।
- सतत रसायन विज्ञान के लिए एक सामूहिक कार्य योजना एवं रणनीति की कल्पना करना: बुनियादी रसायनों के संश्लेषण के लिए प्राकृतिक स्रोतों से हरित कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का विकास करना, निर्माण प्रक्रिया दक्षता के साथ कार्बन फुटप्रिंट में कमी तथा कार्बन कैप्चर (CO2) एवं इसके दीर्घकालिक उपयोग के लिए प्रौद्योगिकियां / भंडारण इत्यादि।