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चेतना पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

चेतना पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।

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चेतना पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन चर्चा में क्यों है

  • हाल ही में, केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने निम्हांस (राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान), बेंगलुरु में चेतना पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।
  • उन्होंने इंटीग्रेटिव मेडिसिन विभाग, निम्हांस, बेंगलुरु में उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस/सीओई) परियोजना का भी उद्घाटन किया।
    • उत्कृष्टता केंद्र परियोजना का उद्घाटन आयुष मंत्रालय के तहत एक प्रमुख कार्यक्रम “आयुर्स्वास्थ्य योजना” के एक भाग के रूप में किया गया था।

 

चेतना पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 

  • चेतना पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में: चेतना पर सम्मेलन निम्नलिखित को एक साथ लाएगा-
    • भौतिकी, जीव विज्ञान, तंत्रिका विज्ञान, कृत्रिम प्रज्ञान, साइबरनेटिक्स, क्वांटम कंप्यूटिंग एवं संबद्ध क्षेत्रों के साथ-साथ क्षेत्रों में कुछ सर्वाधिक प्रख्यात शोधकर्ता तथा
    • आविष्कारक प्रमुख भारतीय आध्यात्मिक एवं मनोवैज्ञानिक विषयों तथा सिद्धांतों के विद्वान एवं आध्यात्मिक शिक्षक।
  • आयोजन निकाय: चेतना पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन इंडिया फाउंडेशन एवं निम्हांस द्वारा आयोजित किया जा रहा है एवं आयुष मंत्रालय द्वारा समर्थित है।
  • थीम: चेतना पर सम्मेलन 2022  की थीम “एक्सप्लोरिंग कॉन्शियसनेस- फ्रॉम नॉन-लोकैलिटी टू नॉन-ड्यूलिटी: द मैन-मशीन डिबेट” है।

 

निम्हांस में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) परियोजना 

  • निम्हांस में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) परियोजना के बारे में: शिक्षा प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एवं नवाचार  तथा अन्य क्षेत्रों में आयुष पेशेवरों की दक्षताओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस/सीओई) परियोजना प्रारंभ की गई थी।
  • प्रमुख उद्देश्य: निमहांस में उत्कृष्टता केंद्र परियोजना के प्रमुख उद्देश्य हैं-
    • एकीकृत योग एवं आयुर्वेद उपचार दृष्टिकोण की प्रभावकारिता, सुरक्षा तथा प्रस्तावित तंत्र की स्थापना करने  हेतु चार स्नायु-मनोरोग विकारों में नैदानिक ​​परीक्षण आयोजित करना।
    • स्नायु-मनोरोग विकारों (न्यूरो साइकाइट्रिक डिसऑर्डर) (“डोशिक-ब्रेन”) के एकीकृत स्नायु जीवविज्ञान (इंटीग्रेटिव न्यूरोबायोलॉजी) को समझना,
    • एक एकीकृत डिजिटल डेटाबेस निर्मित करना तथा
    • पारंपरिक एवं आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोणों से मस्तिष्क-स्वास्थ्य की जांच करने में विशिष्ट कौशल- समुच्चय रखने वाले चिकित्सक-वैज्ञानिकों को प्रशिक्षित तथा विकसित करना।

 

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निम्हांस) – प्रमुख बिंदु 

  • राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान के बारे में: मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान के क्षेत्र में रोगी देखभाल तथा अकादमिक खोज के लिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज/राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान) एक बहु-विषयक संस्थान है।
    • मुख्यालय: राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान बेंगलुरु, भारत में स्थित एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान है।
    • राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान देश में मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान शिक्षा का शीर्ष केंद्र है।
  • मूल मंत्रालय: राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान संस्थान, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्वायत्त रूप से संचालित होता है।
  • राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान: निम्हांस, बैंगलोर अधिनियम 2012, निम्हांस को राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान घोषित करता है एवं इसके निगमन तथा उससे जुड़े मामलों का प्रावधान करता है।
    • इससे पूर्व, केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान की प्रतिष्ठित शैक्षणिक स्थिति, विकास एवं योगदान को मान्यता  प्रदान की तथा इसे 1994 में ‘डीम्ड यूनिवर्सिटी’ घोषित किया।

 

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