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अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
गुजरात सरकार का मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस प्रोजेक्ट
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस- संदर्भ
- कोच्चि मेट्रो 8 सितंबर, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर सभी विद्यालयी शिक्षकों के सम्मान में उनके लिए निशुल्क यात्रा की पेशकश करेगी।
- संयुक्त राष्ट्र प्रत्येक वर्ष 8 सितंबर, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाता है।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस- मुख्य बिंदु
- पृष्ठभूमि: 8 सितंबर को 1966 में यूनेस्को द्वारा ‘अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस’ के रूप में घोषित किया गया था।
- मुख्य उद्देश्य: व्यक्तियों, समुदायों एवं समाजों के लिए साक्षरता के महत्व के बारे में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को स्मरण कराना, एवं अधिक साक्षर समाजों के निर्माण हेतु गहन प्रयासों की आवश्यकता है।
- साक्षरता को बढ़ावा देने हेतु संयुक्त राष्ट्र द्वारा अन्य उपाय:
- संयुक्त राष्ट्र का सतत विकास एजेंडा (2015) लोगों के जीवन में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अभिगम के अवसरों तक सार्वभौमिक पहुंच को बढ़ावा देता है।
- सतत विकास लक्ष्य 4 का एक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी युवा साक्षरता एवं संख्यात्मकता प्राप्त करें तथा जिन वयस्कों में इन कौशलों का अभाव है उन्हें इसे प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया जाए।
- यूनेस्को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार: 1967 से, यूनेस्को साक्षरता के क्षेत्र में उत्कृष्टता एवं नवाचार को अपने साक्षरता पुरस्कारों के माध्यम से पुरस्कृत करता है।
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2021
- विषय वस्तु: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2021 की विषय वस्तु “लिटरेसी फॉर द ह्यूमन सेंटर्ड रिकवरी: नैरोइंग द डिजिटल डिवाइड” है।
- 2020 की विषय वस्तु – “लिटरेसी टीचिंग एंड लर्निंग इन द कोविड-19 प्राइस एंड बियोंड” थी।
- साक्षरता पर कोविड-19 का प्रभाव: कोविड-19 संकट ने अभूतपूर्व पैमाने पर बच्चों, युवाओं एवं वयस्कों की शिक्षा को बाधित किया है।
- कोविड -19 ने सार्थक साक्षरता अभिगम के अवसरों तक पहुंच में पहले से मौजूद असमानताओं को भी बढ़ा दिया है, जो 773 मिलियन गैर-साक्षर युवाओं एवं वयस्कों को असमान रूप से प्रभावित कर रहा है।
- कोविड-19 के समय में साक्षरता की भूमिका: साक्षरता सतत विकास का वाहक है। यह व्यक्तियों को सशक्त बनाता है एवं उनके जीवन स्तर में सुधार करता है। कोविड-19 से मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति हेतु साक्षरता महत्वपूर्ण है।
- कोविड –19 एवं अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (आईएलडी) 2021 की भूमिका: यह पता लगाएगा-
- गैर-साक्षर युवाओं एवं वयस्कों हेतु आवश्यक साक्षरता तथा डिजिटल कौशल के अन्योन्यक्रिया पर विशेष ध्यान देने के साथ, मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए एक ठोस नींव के निर्माण में साक्षरता किस प्रकार योगदान दे सकती है।
- किसी को पीछे न छोड़ना प्रौद्योगिकी-सक्षम साक्षरता अभिगम को समावेशी एवं सार्थक बनाता है।
- महामारी के संदर्भ में एवं उसके अतिरिक्त भावी साक्षरता शिक्षण एवं अभिगम की पुनर्कल्पना करने के अवसर।