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प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन- यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 3: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण।
समाचारों में प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
- हाल ही में, केंद्रीय सूक्ष्म लघु मध्यम उद्योग( माइक्रो स्मॉल मीडियम एंटरप्राइजेज/एमएसएमई) राज्य मंत्री ने आज एमएसएमई मंत्रालय द्वारा आयोजित प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया।
- एमएसएमई मंत्रालय ने युवाओं के मध्य उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए, विशेष रूप से पूरे देश में आकांक्षी जिलों में भी दो विशेष पहल – ‘संभव’ एवं ‘स्वावलंबन’ प्रारंभ किया।
प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन- प्रमुख बिंदु
- प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में: प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन प्लास्टिक में चुनौतियों तथा अवसरों पर विचार-विमर्श करने हेतु सरकार एवं उद्योग जगत के- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित वक्ताओं को एक साथ लाएगा।
- स्थान एवं समय: प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 4 से 5 मार्च, 2022 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
- आयोजक मंत्रालय: प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एमएसएमई मंत्रालय द्वारा अखिल भारतीय प्लास्टिक निर्माता संघ ( ऑल इंडिया प्लास्टिक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन/एआईपीएमए) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
- भागीदारी: प्लास्टिक पुनर्चक्रण एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से 350 से अधिक एमएसएमई तथा आभासी रूप से पूरे देश से 1000 से अधिक एमएसएमई भाग लेंगे।
- इसके अतिरिक्त, विभिन्न देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि आभासी रूप से इस मेगा शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
- महत्व:
- शिखर सम्मेलन एमएसएमई के प्रभाव तथा संभावित समाधानों पर चर्चा करने के लिए हितधारकों एवं विशेषज्ञों को एक साथ लाने हेतु एक प्रभावी मंच है।
- धारणीय, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन प्लास्टिक को लाभप्रद रूप से पुनर्प्राप्त करने एवं पुनर्चक्रण करने की क्षमता में निहित है।
- इस क्षेत्र को औपचारिक रूप प्रदान करने एवं पुनर्चक्रण की गुणवत्ता तथा क्षमता दोनों में व्यापक सुधार की अपार संभावनाएं हैं।
- यह स्वच्छ भारत अभियान के विजन में विश्वास के साथ प्लास्टिक उद्योग एवं पुनर्चक्रण क्षेत्र में व्यापार के नए अवसर भी सृजित करेगा।