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अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) | भारत में अपने नेतृत्व की स्थिति सुरक्षित की

इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (आईटीयू) – यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां ​​​​एवं मंच- उनकी संरचना,  अधिदेश।

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समाचारों में इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (आईटीयू) 

  • भारत ने अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के प्रशासन तथा प्रबंधन पर परिषद की स्थायी समिति में नेतृत्व की स्थिति प्राप्त की है।
  • एक भारतीय अधिकारी को अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के प्रशासन तथा प्रबंधन पर परिषद की स्थायी समिति का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

 

अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के प्रशासन एवं प्रबंधन पर परिषद की स्थायी समिति

  • अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के प्रशासन एवं प्रबंधन पर परिषद की बैठकें  21 मार्च से 31 मार्च, 2022 तक जिनेवा में आयोजित की गई।
  • 1995 बैच की आईपी और टीएएफ सेवा अधिकारी सुश्री अपराजिता शर्मा को प्रशासन तथा प्रबंधन पर स्थायी समिति की उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
  • सुश्री अपराजिता शर्मा वर्ष 2023 एवं 2024 तक परिषद की स्थायी समिति की उपाध्यक्ष  एवं वर्ष 2025  तथा 2026 तक इसकी अध्यक्ष बनी रहेंगी।

 

अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू)

  • अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के बारे में: अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) सूचना तथा संचार के लिए संयुक्त राष्ट्र का विशेष अभिकरण है।
  • अधिदेश: आईटीयू मुख्य रूप से तीन मुख्य क्षेत्रों के भीतर व्यावहारिक एवं तकनीकी प्रश्नों से संबंधित है-
    • रेडियो फ्रीक्वेंसी आवंटित करना तथा उपग्रह कक्षा एवं एक्सेस टेक्नोलॉजीज (आईटीयू-आर) का प्रबंधन करना;
    • तकनीकी दूरसंचार मानकों का विकास (आईटीयू-टी); तथा
    • आईसीटी (आईटीयू-डी) तक वैश्विक पहुंच में सुधार के लिए विकास प्रयासों का समर्थन करना।
  • सदस्यता: आईटीयू की सदस्यता में संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य राज्य एवं 700 से अधिक सेक्टर सदस्य सम्मिलित हैं, जो दूरसंचार उद्योग के प्रतिभागियों की विभिन्न श्रेणियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

 

आईटीयू के संकल्प

  • आईटीयू का संविधान एवं अभिसमय अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार के लिए बाध्यकारी तथा वैश्विक ढांचा स्थापित करता है एवं संघ की संरचना को निर्धारित करता है।
  • संविधान तथा अभिसमय विधिक रूप से बाध्यकारी प्रशासनिक विनियमों के पूरक हैं, जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार विनियम (इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन रेगुलेशन/आईटीआर) एवं रेडियो विनियमों में विभाजित किया गया है।
  • आईटीयू के विभिन्न निकाय भी गैर-बाध्यकारी उपकरणों जैसे सिफारिशों, संकल्पों एवं निर्णयों को अंगीकृत करते हैं।

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अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) शासी तंत्र

आईटीयू पूर्णाधिकारयुक्त सम्मेलन तथा प्रशासनिक परिषद द्वारा शासित है।

  • पूर्णाधिकारयुक्त सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ का सर्वोच्च अंग है।
    • यह निर्णय निर्माता निकाय है जो अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ एवं उसकी गतिविधियों की दिशा निर्धारित करता है।
  • आईटीयू प्रशासनिक परिषद: यह पूर्णाधिकारयुक्त सम्मेलनों के मध्य के अंतराल में संघ के शासी निकाय के रूप में कार्य करता है।
    • इसकी भूमिका दूरसंचार नीति के व्यापक मुद्दों पर विचार करना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संघ की गतिविधियां, नीतियां एवं रणनीतियां आज के गतिशील, तीव्र गति से परिवर्तित होते दूरसंचार वातावरण का पूर्ण रूप से प्रत्युत्तर दें।

 

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