Categories: हिंदी

कुशियारा नदी संधि

कुशियारा नदी संधि- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

सामान्य अध्ययन II- भारत एवं उसके पड़ोसी देश ।

कुशियारा नदी संधि चर्चा में क्यों है?

26 वर्षों में पहली बार, भारत एवं बांग्लादेश एक महत्वपूर्ण  सीमा-पारीय (ट्रांस बाउंड्री) नदी, कुशियारा के जल को साझा करने के लिए सहमत हुए, जबकि तीस्ता नदी के जल को साझा करने के लिए एक लंबे समय से विलंबित समझौते पर वार्ता, जो राजनीतिक रूप से संवेदनशील है, अभी भी जारी है।

 

भारत-बांग्लादेश जल विवाद

  • तीस्ता नदी एवं गंगा नदी विवाद भारत तथा बांग्लादेश के मध्य लंबे समय से चले आ रहे दो मुख्य जल संघर्ष हैं।
  • दोनों नदियाँ दोनों देशों में मछुआरों, किसानों एवं नाविकों हेतु जल की महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता हैं।
  • चूंकि पवित्र नदी भारत से  होकर बांग्लादेश में प्रवाहित होती है, गंगा नदी विवाद विगत 35 वर्षों से दोनों देशों के मध्य विवाद का स्रोत रहा है।
  • अनेक दौर की द्विपक्षीय वार्ता विफल होने के बावजूद प्रस्तावित जल के बंटवारे का कोई दीर्घकालिक समाधान नहीं है।
  • आगामी 30 वर्षों के लिए जल बंटवारे की व्यवस्था स्थापित करने के लिए 1996 में एक संधि पर हस्ताक्षर किए गए जो कि समाप्त होने वाली है।

 

कुशियारा नदी संधि

  • 1996 में गंगा जल संधि पर हस्ताक्षर के पश्चात से इस तरह का पहला समझौता, भारत एवं बांग्लादेश कुशियारा नदी के लिए जल के बंटवारे पर एक अंतरिम समझौते पर पहुंचे।
  • भारत ने रहीमपुर नहर के माध्यम से बांग्लादेश द्वारा कुशियारा नदी के जल की निकासी पर अपनी आपत्ति वापस ले ली।
  • विगत शताब्दी में, बराक नदी का प्रवाह इस प्रकार से परिवर्तित हो गया है कि नदी का अधिकांश जल कुशियारा नदी में प्रवाहित हो जाता है जबकि शेष सूरमा में चला जाता है।
  • समझौते का उद्देश्य उस समस्या के एक हिस्से को हल करना है जो नदी की बदलती प्रकृति ने बांग्लादेश के समक्ष प्रस्तुत की है क्योंकि यह मानसून के दौरान बाढ़ लाती है।
  • यह सर्दियों के दौरान सूख जाती है जब सिलहट में फसल चक्र के कारण जल की मांग में वृद्धि हो जाती है।

 

संधि की शर्तें

  • इस समझौता ज्ञापन के तहत, बांग्लादेश शीत ऋतु में नदी में उपस्थित लगभग 2,500 क्यूसेक जल में से कुशियारा नदी से 153 क्यूसेक (प्रति सेकंड क्यूबिक फीट) जल की निकासी करने में सक्षम होगा।
  • समझौता शीत ऋतु के दौरान नदी के किनारे जल की आपूर्ति पर बांग्लादेश की चिंता को हल करता है,  किंतु कुशियारा नदी के बेसिन में बाढ़ नियंत्रण के लिए और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है।

 

बांग्लादेश को लाभ

  • सिलहट में रहीमपुर नहर परियोजना के माध्यम से कुशियारा नदी का जल पहुंचाया जाएगा।
  • आठ किलोमीटर लंबी नहर कुशियारा नदी से इस क्षेत्र में जल की एकमात्र आपूर्तिकर्ता है एवं बांग्लादेश ने  जल की निकासी हेतु एक पंप हाउस तथा अन्य व्यवस्थाएं निर्मित की हैं जिनका अब उपयोग किया जा सकता है।
  • सामान्य रूप से यह समझा जाता है कि सिलहट में नहरों के एक संजाल (नेटवर्क) के माध्यम से  प्रवाहित होने वाले जल से लगभग 10,000 हेक्टेयर भूमि एवं लाखों लोगों को लाभ प्राप्त होगा।
  • यह बोरो चावल में शामिल किसानों को लाभान्वित करेगा, जो मूल रूप से दिसंबर से फरवरी के शुष्क मौसम के दौरान खेती की जाने वाली एवं ग्रीष्म ऋतु के आरंभ में काटा जाने वाला चावल है।
  • बांग्लादेश की शिकायत रही है कि इस क्षेत्र में बोरो चावल की खेती को नुकसान हो रहा था क्योंकि भारत ने उसे कुशियारा  नदी से आवश्यक जल की निकासी हेतु अनुमति प्रदान नहीं की थी।

 

रहीमपुर नहर के लिए कुशियारा नदी का जल इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

  • कुशियारा नदी के जल का उपयोग सिलहट के जकीगंज, कनैघाट एवं बेनी बाजार क्षेत्रों जैसे सिलहट के  अनुमंडलों में सदियों से किया जाता रहा है।
  • किंतु बांग्लादेश ने देखा है कि क्षीण मौसम के दौरान नहर में जल का प्रवाह  एवं मात्रा कम हो गई है।
  • शीत ऋतु के दौरान नदी एवं नहर की उपयोगिता कम हो गई थी, जिससे चावल की खेती के साथ-साथ सब्जियों की एक विस्तृत विविधता प्रभावित हुई, जिसके लिए सिलहट प्रसिद्ध है।

 

रहीमपुर नहर पर भारत की आपत्ति

  • भारत ने नहर की सफाई एवं तलकर्षण (ड्रेजिंग) पर आपत्ति व्यक्त की।
  • इसने दावा किया कि बांध  एवं अन्य आधारिक अवसंरचना ने सीमा सुरक्षा में हस्तक्षेप किया क्योंकि कुशियारा नदी स्वयं दोनों पक्षों के मध्य की सीमा का हिस्सा निर्मित करता है।
  • यद्यपि, समझौता इंगित करता है कि नदी से संभावित आर्थिक लाभ सुरक्षा से अधिक हो गए हैं।

 

तीस्ता समझौते की बाधाएं

  • तीस्ता नदी की तुलना में कुशियारा समझौता अपेक्षाकृत आकार में छोटा है जिसमें पश्चिम बंगाल सम्मिलित है, जिसमें प्रस्ताव के साथ समस्या है।
  • कुशियारा नदी समझौते को असम जैसे किसी भी राज्य से अनुमति की आवश्यकता नहीं थी, जहां से बराक नदी का उद्गम होता है एवं कुशियारा और सूरमा में शाखाएं होती हैं।

 

भारत में शराब कानून दारा शिकोह प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ सतत एवं हरित पर्यटन (सस्टेनेबल एंड ग्रीन टूरिज्म)
भारत-जापान 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद यूएस स्टार्टअप सेतु – परिवर्तन एवं कौशल उन्नयन कार्यक्रम में उद्यमियों का समर्थन स्वच्छ वायु दिवस- नीले आकाश हेतु स्वच्छ वायु का अंतर्राष्ट्रीय दिवस संपादकीय विश्लेषण- द आउटलाइन ऑफ एन एसेंशियल ग्लोबल पैंडेमिक ट्रीटी
ईडब्ल्यूएस कोटा भारत एवं इसके सैन्य झंडे तथा चिन्हों को अपनाना भारत-यूएई के मध्य शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पैक की गई वस्तुओं के लिए अनिवार्य आवश्यकताएं
manish

Recent Posts

MPSC Admit Card 2024 Out Soon, Check Download Link Here

The Maharashtra Public Service Commission (MPSC) will soon release the MPSC Admit Card for the…

10 hours ago

UPSC Syllabus in Hindi, यूपीएससी सिलेबस प्रीलिम्स और मेन्स देखें यहाँ

UPSC Syllabus in Hindi- संघ लोक सेवा आयोग अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर 14 फरवरी 2024…

11 hours ago

UPSC EPFO PA Answer Key 2024, Download Answer Key PDF

UPSC EPFO PA Answer Key 2024: The UPSC EPFO Personal Assistant Exam has been conducted…

12 hours ago

UPSC EPFO PA Exam Date 2024 Out, Check Exam Schedule

The UPSC EPFO Personal Assistant Exam date 2024 has been released by the Union Public…

12 hours ago

भारत में बांधों की सूची- महत्वपूर्ण बांध, सबसे ऊंचे एवं सबसे पुराने  बांधों की सूची

बांध एक संरचना है जिसे जलधाराओं, नदियों या अन्य जलाशयों के प्रवाह को रोकने, निर्देशित…

13 hours ago

Birsa Munda Biography, History, Birth Date, Death June 9, 1900

Birsa Munda was born on November 15, 1875, near Ranchi in a place called Ulihatu.…

14 hours ago